IPL 2017: आईपीएल में टॉप 5 बेस्ट गेंदबाजी प्रदर्शन

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जब टी-20 अस्तित्व में आया तो इसे बल्लेबाजों का स्वर्ग और गेंदबाजों का नर्क कहा गया। माना गया कि टी-20 में गेंदबाजों के लिए कुछ भी नहीं है सिवाय उनकी धुनाई के। लेकिन ऐसा हुआ नहीं, बल्लेबाजों के इस खेल में गेंदबाजों ने भी अपनी एक अलग जगह बनाई। कई गेंदबाजों ने दिग्गज बल्लेबाजों को छकाया। आईपीएल के अब तक के 9 सीजन में कई गेंदबाजों ने शानदार गेंदबाजी की है। अपनी गेंदबाजी के दम पर उन्होंने अपनी टीमों को मैच जिताए। आइए जानते हैं आईपीएल के ऐसे ही 5 बेस्ट गेंदबाजी स्पेल के बारे में। 5. लसिथ मलिंगा- 2011 में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 13 रन देकर 5 विकेट 2011 के आईपीएल सीजन में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मैच में लसिथ मलिंगा ने खरतनाक गेंदबाजी की। उनकी गेंदबाजी की वजह से मुंबई इंडियंस ने एकतरफा मैच जीत लिया। लसिथ मलिंगा के अलावा मुंबई इंडियंस के बाकी गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी की, लेकिन मलिंग उस दिन अपने चरम पर थे। उस डे-नाइट मैच में मलिंगा ने अपनी गेंदबाजी से दिल्ली के बल्लेबाजों को संभलने का मौका ही नहीं दिया। एक के बाद एक वो विकेट चटकाते गए। इस शानदार गेंदबाजी के दम पर मुंबई ने 8 विकेट से मैच आसानी से जीत लिया। उनकी सटीक यॉर्कर गेंदों का जवाब दिल्ली के किसी भी बल्लेबाज के पास नहीं था। मलिंगा ने सबसे पहले डेविड वॉर्नर को अपना शिकार बनाया। इसके बाद उन्मुक्त चंद को उन्होंने आउट किया। दूसरे स्पेल में मलिंगा ने सबसे पहले वेणुगोपाल राय को आउट किया। इसके बाद उन्होंने 2 विकेट और निकालकर दिल्ली की पूरी टीम को 95 रनों पर ढेर कर दिया। 4. इशांत शर्मा-2011 में कोच्चि टस्कर्स केरल के खिलाफ 12 रन देकर 5 विकेट ishant-sharma-1491033457-800 कोच्चि के नेहरु स्टेडियम में खेले गए उस मैच में डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी फ्लॉप हो गई। पूरी टीम मात्र 129 रनों पर ऑलआउट हो गई। कोच्चि टस्कर्स के लिए 129 का लक्ष्य एकदम आसान लग रहा था। टीम में महेला जयवर्धने, ब्रेंडन मैक्कलम और ब्रेड हॉज जैसे दिग्गज बल्लेबाज थे इसलिए कोच्चि के लिए ये लक्ष्य पाना कठिन नहीं था। लेकिन इशांत शर्मा ने अपनी गेंदबाजी से पूरे मैच का रुख पलट दिया। उनकी किलिंग गेंदबाजी का आलम ये था कि कोच्चि के शुरुआती 6 विकेट महज 11 रनों पर पवेलियन लौट गए। टीम का स्कोर 4 ओवरों में 11 रन पर 6 विकेट हो गया। कोच्चि के चोटी के 6 बल्लेबाजों में से 5 बल्लेबाज अपना खाता तक नहीं खोल सके। इशांत शर्मा ने किसी भी बल्लेबाज को खड़े होने तक का मौका नहीं दिया। उन्होंने 12 रन देकर 5 विकेट चटकाए और अपनी टीम को मैच में वापस ला दिया। 3. अनिल कुंबले- 2009 के सीजन में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 5 रन देकर 5 विकेट anil-kumble-1491033563-800 2008 के आखिर में अनिल कुंबले अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके थे। लेकिन आईपीएल में वो अभी भी खेल रहे थे। कुंबले भारत की तरफ से सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं और दुनिया में विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में अभी भी तीसरे नंबर पर हैं। अपने पूरे क्रिकेट करियर में उन्होंने कई बार अपनी गेंदबाजी की बदौलत भारतीय टीम को जीत दिलाई। ऐसा ही एक खतरनाक स्पेल उन्होंने 2009 के आईपीएल सीजन में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ डाला। कुंबले ने महज 3 ओवरों में 5 रन देकर 5 विकेट चटका दिए। राजस्थान रॉयल्स को शुरुआत में ही झटके लग गए, लेकिन इसके बाद टीम थोड़ी संभली। टीम का स्कोर 47 रन पर 5 विकेट तक पहुंचा ही था कि कुंबले की कहर बरपाती गेंदों ने जल्द राजस्थान का बोरिया-बिस्तर समेट दिया। महज 24 गेंदों के अंदर राजस्थान की पूरी टीम 47 रन पर 5 विकेट से 58 रनों पर ऑलआउट हो गई। ये आईपीएल का किसी भी टीम का अब तक का सबसे कम स्कोर है। कुंबले ने रॉयल्स की पूरी बल्लेबाजी को तहस-नहस कर दिया। 2. एडम जम्पा- 2016 में सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 19 रन देकर 6 विकेट adam-zampa-1491033627-800 रिस्ट स्पिनर्स किसी भी टीम के लिए काफी उपयोगी साबित हो सकते हैं। खासकर छोटे प्रारुप में तो ये और खतरनाक हो जाते हैं। ये बात ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर एडम जम्पा ने साबित कर दिया। पिछले सीजन में सनराइजर्स के खिलाफ जम्पा ने ऐसे ही खतरनाक गेंदबाजी की। उन्होंने ना केवल रन रोके बल्कि विकेट भी निकाले। जम्पा ने मैच में 19 रन देकर 6 विकेट चटकाए। इस तरह से आईपीएल में एक पारी में 6 विकेट चटकाने वाले वो पहले गेंदबाज बने। ये जम्पा का पहला आईपीएल सीजन था और अपनी गेंदबाजी से उन्होंने सबको प्रभावित किया। उनके इस शानदार प्रदर्शन के लिए उन्हें मैन ऑफ द् मैच चुना गया। 1.सोहेल तनवीर- 2008 के पहले सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 14 रन देकर 6 विकेट sohail-tanvir-afp660-1491033834-800 आईपीएल के पहले सीजन में सोहेल तनवीर सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज थे। पहले सीजन का पर्पल कैप उनके नाम रहा था। तनवीर ने 2008 के सीजन में शानदार गेंदबाजी की। अपनी स्विंग गेंदों से उन्होंने हर एक टीम के बल्लेबाजों को छकाया। यही वजह रही कि राजस्थान रॉयल्स की टीम कमजोर टीम माने जाने के बावजूद आईपीएल का पहला खिताब अपने नाम किया। चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ मैच में भी तनवीर ने कहर बरपाती गेंदबाजी की। उन्होंने सीएसके के किसी भी बल्लेबाज को जमने का मौका नहीं दिया और 14 रन देकर 6 विकेट लिए। पावरप्ले के अंदर ही तनवीर ने चेन्नई के चोटी के 3 बल्लेबाजों को पवेलियन भेज दिया। इसके बाद वो डेथ ओवरो में गेंदबाजी करने आए। जहां सबसे पहले उन्होंने खतरनाक दिख रहे एल्बी मोर्कल को आउट किया। इसके बाद जल्द ही तनवीर ने सीएसके की पूरी पारी 108 रनों पर समेट दी। लेखक-सब्यासची चौधरी अनुवादक-सावन गुप्ता