बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज खत्म हो चुकी है। 4 मैचों की टेस्ट सीरीज को भारतीय टीम ने 2-1 से अपने नाम किया। अब 5 अप्रैल से आईपीएल शुरु होने वाला है। अगले कुछ दिनों तक लोग पूरी तरह से आईपीएल के खुमार में डूबे रहेंगें। आईपीएल में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन होता है। उन्हें लंबे-लंबे शॉट देखने को मिलते हैं। गेंदबाजों के लिए विस्फोटक बल्लेबाजों के सामने बल्लेबाजी करना काफी मुश्किल हो जाता है। उनका इकॉनामी रेट काफी ज्यादा हो जाता है। लेकिन कुछ गेंदबाज ऐसे भी रहे हैं जिन्होंने इस फटाफट क्रिकेट में भी काफी किफायती गेंदबाजी की है। इनमें से कुछ खिलाड़ी संन्यास भी ले चुके हैं। आइए जानते हैं ऐसे ही 5 गेंदबाजों के बारे में जो आईपीएल में सबसे ज्यादा किफायती रहे हैं। 5. मुथैया मुरलीधरन- 6.67 रन प्रति ओवर जब आईपीएल शुरु हुआ तब दिग्गज स्पिनर मुथैया मुरलीधरन की उम्र 30 साल से ज्यादा हो चुकी थी। लेकिन उनकी गेंदबाजी की धार कम नहीं हुई थी। पहले 3 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से खेलते हुए उन्होंने शानदार गेंदबाजी की। 2010 के सीजन में चेन्नई की टीम ने अपना पहला आईपीएल का खिताब भी जीता। 2009 और 2010 के सीजन में सीएसके की तरफ से वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। 2009 में जहां उन्होंने 14 विकेट चटकाए तो 2010 के सीजन में 15 विकेट लिया। 2011 के सीजन में कोच्चि टस्कर्स की टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। हालांकि उस सीजन में वो पहले 3 सीजन की तरह अच्छी गेंदबाजी नहीं कर पाए। हालांकि 2012 के सीजन में जब वो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम से जुड़े तो एकबार फिर से उनकी गेंदबाजी में वही पैनापन देखने को मिला। आरसीबी के लिए पहले मैच में उन्होंने 25 रन देकर 4 विकेट चटकाए। 6.50 की इकॉनामी रेट के साथ उन्होंने 2012 के सीजन में कुल 15 विकेट लिए। 2013 और 2014 में भी उन्होंने कुछ मैचों में हिस्सा लिया। आखिर में 2014 में उन्होंने संन्यास ले लिया। अगर मुथैया मुरलीधरन के आईपीएल आंकड़ों पर नजर डालें तो उन्होंने कुल 66 मैचों में 63 विकेट चटकाए। इस दौरान उनका इकॉनामी रेट महज 6.67 रहा। 4. लसिथ मलिंगा-6.67 रन प्रति ओवर किफायती गेंदबाजों की इस लिस्ट में लसिथ मलिंगा ही एकमात्र तेज गेंदबाज हैं और वे आईपीएल में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। आईपीएल में मुंबई इंडियंस के 2 खिताब जीतने में लसिथ मलिंगा का काफी बड़ा योगदान रहा। उन्होंने अपने सारे आईपीएल सीजन केवल मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले हैं। मलिंगा 2008 से लेकर अब तक आईपीएल में 6.67 की इकॉनामी रेट से 143 विकेट चटका चुके हैं। 2008 के पहले सीजन में साउथ अफ्रीका के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर शान पोलाक मुंबई इंडियंस की टीम का हिस्सा थे। इसलिए मलिंगा को एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिला। हालांकि पोलाक के संन्यास लेने के बाद मलिंगा टीम के सबसे बड़े गेंदबाज बन गए। 2009 के सीजन में वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाजों की सूची में चौथे नंबर पर रहे। 2010 में मुंबई की टीम को फाइनल तक पहुंचाने में उनकी गेंदबाजी का अहम रोल रहा। लेकिन 2011 के सीजन में उनकी सही अहमियत पता चली। 2011 के आईपीएल सीजन में वो सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। 28 विकेट लेकर मलिंगा ने पर्पल कैप अपने नाम किया। 2013 और 2015 में मुंबई की टीम ने आईपीएल का खिताब जीता। दोनों ही सीजन में मलिंगा ने 20 और 24 विकेट चटकाए। चोट की वजह से 2016 का सीजन मलिंगा नहीं खेल पाए थे। इसके बावजूद मुंबई इंडियंस की टीम ने 2017 की सीजन के लिए उन्हें टीम में बरकरार रखा है। इससे उनकी अहमियत का पता चलता है। 3. अनिल कुंबले-6.57 रन प्रति ओवर भारतीय क्रिकेट टीम के वर्तमान कोच अनिल कुंबले का नाम भी इस लिस्ट में है। कुंबले ने 2010 में आईपीएल से संन्यास ले लिया। उनके नाम आईपीएल में 42 मैचों में 45 विकेट हैं। 2008 का पहला आईपीएल सीजन कुंबले के लिए बिल्कुल भी बढ़िया नहीं था। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलते हुए 7.93 की इकॉनामी रेट से वो महज 7 विकेट ही ले पाए। आरसीबी की टीम नीचे से दूसरे नंबर पर रही। हालांकि 2009 के दूसरे आईपीएल सीजन में कुंबले ने काफी शानदार गेंदबाजी की। 2009 के पहले मैच में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने 5 विकेट चटकाए। केविन पीटरसन के आरसीबी की कप्तानी छोड़ने के बाद कुंबले को टीम का कप्तान बनाया गया। कुंबले की कप्तानी में आरसीबी ने शानदार प्रदर्शन किया और फाइनल तक पहुंची। हालांकि फाइनल मुकाबले में उन्हें डेक्कन चार्जर्स हैदराबाद से हार का सामना करना पड़ा। 16 रन देकर 4 विकेट चटकाकर उन्होंने मैन ऑफ द् मैच का खिताब जीता। वो टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। 20010 के सीजन में आरसीबी की टीम अपना पिछला प्रदर्शन नहीं दोहरा पाई। हालांकि टीम सेमीफाइनल तक जरुर पहुंची लेकिन सेमीफाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस से उन्हें हार का सामना करना पड़ा। 2010 के सीजन में 17 विकेट के साथ कुंबले टूर्नामेंट में चौथे सबसे सफल गेंदबाज रहे। 2. रविचंद्रन अश्विन-6.55 रन प्रति ओवर भारतीय क्रिकेट टीम के इस वक्त के सबसे सफल गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन ने आईपीएल में भी अपनी गहरी छाप छोड़ी है। 2010 के आईपीएल सीजन में शानदार गेंदबाजी प्रदर्शन कर वो सुर्खियों में आए। 2010 के सीजन में 6.1 की इकॉनामी रेट से अश्विन ने 13 विकेट चटकाए और चेन्नई की टीम ने 2010 में पहला आईपीएल खिताब जीता। इसके बाद से ही अश्विन ने आईपीएल में काफी अच्छी गेंदबाजी की है। 2011 का आईपीएल सीजन भी चेन्नई सुपर किंग्स की टीम ने जीता और अश्विन टीम की जीत के नायक रहे। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में शानदार गेंदबाजी करते हुए सबसे ज्यादा विकेट चटकाए। फाइनल मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ उन्होंने 16 रन देकर 3 अहम विकेट लिए। 2012 से 2015 के सीजन तक चेन्नई की टीम 3 बार आईपीएल के फाइनल तक पहुंची। सीएसके की इस सफलता के पीछे अश्विन की गेंदबाजी का काफी बड़ा योगदान रहा। हालांकि 2016 का सीजन अश्विन के लिए अच्छा नहीं रहा। नई फ्रेंचाइजी राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए खेलते हुए अश्विन ने 7.25 की इकॉनामी रेट से महज 10 विकेट लिए। इस वक्त अश्विन आईपीएल के दूसरे सबसे किफायती गेंदबाज हैं। महज 6.55 की इकॉनामी रेट से वो अबतक 100 विकेट ले चुके हैं। जिस तरह की फॉर्म में वो इस वक्त हैं उसे देखते हुए कहा जा सकता है कि इस सीजन में वो राइजिंग पुणे सुपरजाएंट्स के लिए बड़ै मेच विनर बन सकते हैं। 1.सुनील नरेन-6.35 रन प्रति ओवर वेस्टइंडीज के दिग्गज स्पिनर सुनील नरेन उस वक्त सुर्खियों में आए जब 2011 के चैंपियंस लीग टी-20 में उन्होंने टूर्नामेंट का सबसे बेस्ट गेंदबाजी स्पेल डाला। त्रिनिदाद एंड टोबैगो की तरफ से खेलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने महज 8 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इसके कुछ महीने बाद कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। 2012 के सीजन में केकेआर की तरफ से खेलते हुए सुनील नरेन ने काफी शानदार गेंदबाजी की। 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने पहली बार आईपीएल का खिताब जीता और सुनील नरेन मैन ऑफ द् टूर्नामेंट चुने गए। आईपीएल में ये पहली बार था जब किसी गेंदबाज को मैन ऑफ द् टूर्नामेंट का खिताब मिला। नरेन टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। नरेन ने टूर्नामेंट में 24 विकेट लिए। इस दौरान उनका इकॉनामी रेट महज 5.47 का रहा। अगले 2 सीजन में भी वो केकेआर की टीम का अहम हिस्सा रहे। 2014 के सीजन में भी केकेआर को आईपीएल का खिताब जितवाने में उनकी गेंदबाजी का बहुत बड़ा योगदान रहा। एक बार फिर वो टूर्नामेंट के दूसरे बेस्ट विकेट टेकिंग गेंदबाज रहे। 6.35 की इकॉनामी रेट से नरेन ने 21 विकेट चटकाए। विकेट के लिहाज से नरेन के लिए 2015 और 2016 का सीजन उतना अच्छा नहीं गया लेकिन उनका इकॉनामी रेट काफी अच्छा रहा। यही वजह है कि वो आईपीएल के अब तक के सबसे ज्यादा किफायती गेंदबाज हैं। अब तक आईपीएल में सुनील नरेन 6.17 की इकॉनामी रेट से 85 विकेट चटका चुके हैं। लेखक- नीलाभ्र रॉय अनुवादक-सावन गुप्ता