वेस्टइंडीज के दिग्गज स्पिनर सुनील नरेन उस वक्त सुर्खियों में आए जब 2011 के चैंपियंस लीग टी-20 में उन्होंने टूर्नामेंट का सबसे बेस्ट गेंदबाजी स्पेल डाला। त्रिनिदाद एंड टोबैगो की तरफ से खेलते हुए चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ उन्होंने महज 8 रन देकर 3 विकेट चटकाए। इसके कुछ महीने बाद कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल किया। 2012 के सीजन में केकेआर की तरफ से खेलते हुए सुनील नरेन ने काफी शानदार गेंदबाजी की। 2012 में कोलकाता नाइट राइडर्स ने पहली बार आईपीएल का खिताब जीता और सुनील नरेन मैन ऑफ द् टूर्नामेंट चुने गए। आईपीएल में ये पहली बार था जब किसी गेंदबाज को मैन ऑफ द् टूर्नामेंट का खिताब मिला। नरेन टूर्नामेंट में दूसरे सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। नरेन ने टूर्नामेंट में 24 विकेट लिए। इस दौरान उनका इकॉनामी रेट महज 5.47 का रहा। अगले 2 सीजन में भी वो केकेआर की टीम का अहम हिस्सा रहे। 2014 के सीजन में भी केकेआर को आईपीएल का खिताब जितवाने में उनकी गेंदबाजी का बहुत बड़ा योगदान रहा। एक बार फिर वो टूर्नामेंट के दूसरे बेस्ट विकेट टेकिंग गेंदबाज रहे। 6.35 की इकॉनामी रेट से नरेन ने 21 विकेट चटकाए। विकेट के लिहाज से नरेन के लिए 2015 और 2016 का सीजन उतना अच्छा नहीं गया लेकिन उनका इकॉनामी रेट काफी अच्छा रहा। यही वजह है कि वो आईपीएल के अब तक के सबसे ज्यादा किफायती गेंदबाज हैं। अब तक आईपीएल में सुनील नरेन 6.17 की इकॉनामी रेट से 85 विकेट चटका चुके हैं। लेखक- नीलाभ्र रॉय अनुवादक-सावन गुप्ता