इस सीजन अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले टॉप 5 खिलाड़ी जो आईपीएल का हिस्सा हैं

पिछले कुछ सालों में आईपीएल युवा खिलाड़ियों को अपना टैलेंट दिखाने और नाम स्थापित करने का मंच बनकर उभरा है , इसी तरह टी20 क्रिकेट लीग ने उन अनुभवी खिलाड़ियों को भी अपनी चमक बिखेरने का मौका दिया है जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं । विश्व भर के क्रिकेटरों ने आईपीएल के मंच को संन्यास लेने के बाद भी क्रिकेट से जुड़े रहने के लिए इस्तेमाल किया है ,बल्कि कई खिलाड़ियों ने तो इस टूर्नामेंट में इतना बेहतरीन खेल दिखाया है जिसके चलते फैंस के मन में कई बार ये सवाल आया कि इस खिलाड़ी ने इतनी जल्दी क्यों संन्यास लिया ।
आईपीएल 2017 में कई ऐसे क्रिकेटर्स अलग अलग फ्रेंचाईज़ीज़ से खेल रहे हैं जो क्रिकेट को इंटरनेशनल अलविदा कह चुके हैं ।
हम ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के प्रदर्शन पर नजर डालते हैं जो आईपीएल में खेल रहे हैं।
मिचेल जॉनसन हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद ऑस्ट्रेलिया का ये तेज़ गेंदबाज़ आईपीएल में कम ही खेला है। किंग्स XI पंजाब के साथ एक साल बिताने के बाद मुंबई इंडियंस ने 2017 के लिए जॉनसन को फिर से अपनी टीम में जगह दी लेकिन इस सीज़न वो अभी तक सिर्फ दो ही मैच खेले हैं । टीम में लसिथ मलिंगा और मैक्लेनेघन जैसे गेंदबाज़ों के रहने से जॉनसन के लगातार अंतिम 11 में खेलने की उम्मीदों को करारा झटका लगा, साथ ही जो दो मैच जॉनसन ने खेले उनमें औसत प्रदर्शन रहा जिसकी वजह से ये लगभग तय हो गया कि वो पूरा सीज़न बेंच पर ही बैठें । जो दो मैच जॉनसन ने खेले उसमें उन्होंने 8 ओवर में 7.12 की इकॉनॉमी रेट से 57 रन खर्च किए जो एक लिहाज़ से ठीक ठाक रहा , लेकिन वो इन दो मुकाबलों में सिर्फ एक ही विकेट ले सके जो निराशाजनक है । स्लिंगी एक्शन और तेज़ रफ्तार के चलते जॉनसन हर प्रारूप में किसी भी टीम के लिए एक महत्वपूर्ण अंग रहे हैं लेकिन इस बार अभी तक के ये आंकड़े निराश करने वाले हैं। अभी तक मुंबई इंडियंस के लिए जिस तरह का शानदार टूर्नामेंट रहा है और उनके तमाम खिलाड़ियों की फॉर्म को देखते हुए ऐसा नहीं लगता कि जॉनसन को आईपीएल 2017 में खेलने का कोई और मौका मिलेगा ।
ड्वेन स्मिथ
dwayne-smith-ipl-2017-1494488283-800 गुजरात टीम के कोर मेंबर और टीम के इस साल के खराब प्रदर्शन की वजह में से एक ड्वेन स्मिथ के लिए ये साल भुला देने वाला रहा है । 13 पारियों में 247 रन बनाने वाले वेस्टइंडीज़ के इस बल्लेबाज़ ने सीज़न टेन में कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ा । स्मिथ का 150.40 का स्ट्राइक रेट अच्छा है लेकिन 19 की औसत स्मिथ की खराब फॉर्म दर्शाती है । किंग्स XI पंजाब के खिलाफ खेली 74 रन की उनकी शानदार पारी ये याद दिलाती है कि वो किस स्तर के बल्लेबाज़ है लेकिन लॉयंस फैंस के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बात ये रही की वो ऐसी कई पारियां नहीं खेल सके । स्मिथ गेंदबाज़ी डिपार्टमेंट में भी कुछ खास नहीं कर सके, 10 से ज्यादा इकॉनॉमी रेट पर सिर्फ 2 विकेट ये बताने के लिए काफी है कि निश्चित ही स्मिथ लॉयंस के लिए इस टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन करने का एक बड़ा कारण हैं।
शेन वॉटसन
shane-watson-m शेन वॉटसन एक और ऐसा विदेशी स्टार है जो इस आईपीएल में प्रभाव छोड़ने में असफल रहे हैं। आईपीएल 10 की सबसे असफल टीम का ये ऑलराउंडर गेंदबाज़ी और बल्लेबाज़ी दोनों में ही पूरी तरह फेल रहा। 7 मैचों में वॉटसन ने बल्ले से महज़ 67 रन बनाए और सिर्फ दो बार ही दहाई का आंकड़ा छूआ। अगर बल्लेबाज़ी में वॉटसन का बुरा हाल देखने को मिला तो गेंदबाज़ी का प्रदर्शन उससे भी लचर दिखा। वॉटसन ने इस साल 10 से ज्यादा की इकॉनॉमी रेट से रन खर्च किए और वॉटसन की अनुशासनहीन गेंदबाज़ी का खामियाज़ा कई बार आरसीबी को भुगतना पड़ा। टूर्नामेंट में वॉटसन ने सिर्फ 4 विकेट झटके।
ब्रेंडन मैकलम
maaa न्यूज़ीलैंड का ये पूर्व कप्तान उन खिलाड़ियों में से एक है जो संन्यास लेने के बाद भी पूरी तरह फिट दिखे और बल्ले से भयानक फॉर्म में रहे। ब्रेंडन मैकलम ने अपने बल्ले से कई बार गुजरात की डूबती नैया को सहारा देने की कोशिश की लेकिन बहुत कम ही उन्हें किसी दूसरे खिलाड़ी का साथ मिला। चोट की वजह से टूर्नामेंट से बाहर होने से पहले मैकलम अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी थे। मैकलम ने 11 पारियों में 147.20 के स्ट्राइक रेट से 319 रन बनाए। 11 मुकाबलों के बाद मैक्कलम अपनी टीम के लिए सबसे ज्यादा छक्के (18) लगाने वाले खिलाड़ी थे। जिसकी वजह से पावर प्ले में गुजरात लॉयंस को आक्रामक शुरुआत मिलती थी । फील्ड में भी मैकलम चुस्त दुरुस्त दिखे और उन्होंने आठ कैच भी पकड़े। मैकलम की शानदार पारियां देखने के बाद फैंस अगले साल भी उनसे इसी तरह के खेल की उम्मीद कर रहे होंगे।
जहीर खान
zaheer-khan-ipl-2017-1494488663-800 दिल्ली डेयरडेविल्स के कप्तान जहीर खान ने युवाओं से भरी टीम की कमान जूनून से और आक्रामक होकर संभाली। हालांकि दिल्ली के लिए नतीजा कोई खास नहीं रहा लेकिन जहीर की कप्तानी बेहद प्रभावशाली दिखी। प्रदर्शन के मामले में जहीर ने 10 मैचों में सिर्फ 7 विकेट झटके लेकिन आठ से कम का इनका इकॉनॉमी रेट ये दर्शाता है कि गेंद से उनमें आज भी कितनी क्षमता है। जहीर खान की विविधता और बल्लेबाज़ों को जाल में फंसा ने कि काबिलियत ने पुराने जहीर की याद दिला दी। उन तमाम खिलाड़ियों में से जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कर चुके हैं और आईपीएल में खेल रहे थे , जहीर का प्रदर्शन सबसे आगे है।