IPL 2017: पहले हफ्ते के मैचों का रिव्यू

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राइजिंग पुणे सूपरजाएंट
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मैच-3, जीते-1, हारे-2 पॉजिटिव- फॉफ डू प्लेसी को टीम में अभी तक नहीं लिया पुणे की टीम 2 विदेशी बल्लेबाजों को एक साथ नहीं खिला सकती है, क्योंकि टीम की गेंदबाजी कमजोर है। ऐसे में टीम पहले अपनी गेंदबाजी को मजबूत करना चाहती है। पहले 2 मैचो में टीम की ये रणनीति साफ दिखी। वहीं डेनियल क्रिस्चियन के टीम में आ जाने से बल्लेबाजी और मजबूत होगी। निगेटिव- पहले बल्लेबाजी पुणे की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए अब तक 8 मैच हार चुकी है। लक्ष्य का पीछा करते हुए टीम का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। लेकिन अगर पुणे को अंतिम 4 में जगह बनानी है तो उसे अपनी इस कमजोरी से पार पाना होगा। टीम में कई अच्छे बल्लेबाज हैं, इसलिए वो इस मिथक को तोड़ सकते हैं। टीम के लिए रणनीति- लगातार एक लेग स्पिनर को जरुर खिलाएं पुणे की टीम में एडम जम्पा और इमरान ताहिर जैसे दिग्गज स्पिनर हैं। ऐसे में उनको इन दोनों गेंदबाजों में से किसी को भी ड्रॉप नहीं करना चाहिए। कम से कम ताहिर को तो पुणे की टीम को हर मैच में रखना चाहिए। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर shane-watson-afp_806x605_81491557336 मैच-3, जीते-1, हारे-2 पॉजिटिव-केदार जाधव पहले 2 मैचो में एबी डिविलियर्स और विराट कोहली की अनुपस्थिति में केदार जाधव ने शानदार पारी खेली। पहले मैच में उन्होंने 16 गेंद पर 31 रन बनाए तो दूसरे मैच में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ 37 गेंदों पर ताबड़तोड़ 69 रन बनाए। हालांकि तीसरे मैच में दुर्भाग्यवश वो जल्द आउट हो गए। कोहली और डिविलियर्स के एक साथ खेलने पर टीम की बल्लेबाजी में और गहराई आ जाएगी। निगेटिव- टीम में अस्थिरता पहले मैच में हार मिलने के बाद बैंगलोर की टीम ने दूसरे मैच में टीम में 4 बदलाव किए। हालांकि दिल्ली के खिलाफ दूसरे मैच में टीम को जीत मिली, लेकिन ज्यादा बदलाव से टीम के प्रदर्शन पर असर पड़ सकता है। इससे टीम के खिलाड़ी कन्फूयज हो जाते हैं कि टीम में उनका रोल क्या है। टीम के लिए रणनीति- 2 विदेशी गेंदबाजों को टीम में शामिल करें दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ आरसीबी की जीत ने गेंदबाजी की अहमियत को बता दिया। ट्रेविस हेड को ड्रॉप करके टीम ने तेज गेंदबाज बिली स्टेनलेक को टीम में शामिल किया। स्टेनलेक ने अपने 4 ओवरो में 29 रन देकर 2 अहम विकेट चटकाए। इसकी वजह से आरसीबी 157 रनों का स्कोर डिफेंड करने में कामयाब रही। डिविलियर्स के वापस आने के बाद भी आरसीबी को अपनी इसी रणनीति से मैदान में उतरना चाहिए। दिल्ली डेयरडेविल्स dd मैच- 2, जीते- 1, हारे-1 पॉजिटिव-ऋषभ पंत रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ ऋषभ पंत की पारी आईपीएल की सबसे बेस्ट पारियों में से एक थी। कुछ ही दिन पहले उनके पिता का निधन हो गया। इसके बावजूद जिस तरह से उस सदमे से उबरते हुए उन्होंने आरसीबी के खिलाफ बल्लेबाजी की वो काबिलेतारीफ है। महज 19 साल की उम्र में ये परिपक्कवता दिखाता है कि वो कितने बड़े प्लेयर हैं। इससे पता चलता है कि वो मानसिक रुप से कितने मजबूत हैं। निगेटिव- डुमिनी का सही रिप्लेसमेंट जेपी डुमिनी इस सीजन में नहीं खेल रहे हैं। ऐसे में दिल्ली की टीम ने उनकी जगह गेंदबाज बेन हिल्फेनहास को टीम में शामिल किया है। ये रिप्लेसमेंट बिल्कुल भी मेल नहीं खाता है। क्योंकि डुमिनी एक अच्छे हार्ड हिटर बल्लेबाज हैं और हिल्फेनहास गेंदबाज हैं। हिल्फेनहास एक विश्वस्तरीय गेंदबाज हैं ऐसे में उनको टीम में शामिल करना बुरी बात नहीं है। लेकिन उनको किसी बल्लेबाज की जगह टीम में लाना कहीं से भी सही रणनीति नहीं है। खासकर तब जब टीम में अच्छे तेज गेंदबाज पहले से ही मौजूद हों। दिल्ली की टीम के पास पहले से ही अनुभवी बल्लेबाजों की कमी है, ऐसे में डुमिनी की जगह किसी बल्लेबाज को लेना ही दिल्ली के लिए सही होगा। टीम के लिए रणनीति- ओवरसीज कॉम्बिनेशन चेंज करना पड़ेगा दिल्ली के पास बल्लेबाजी में गहराई नहीं है। फिर भी पहले मैच में क्रिस मॉरिस के साथ कार्लोस ब्रेथवेट औऱ पैट कमिंस के साथ टीम उतरी। अगर इनकी जगह कोरी एंडरसन और एंजेलो मैथ्यूज को टीम में शामिल किया जाता तो बल्लेबाजी में ज्यादा गहराई आ जाती। इन दोनों खिलाड़ियों के पास अनुभव भी अच्छा-खासा है। गुजरात लायंस raina-1489249192-800 (1) मैच-2, जीते-0, हारे-2 पॉजिटिव-जेसन रॉय की बल्लेबाजी गुजरात लायंस के पास विस्फोटक बल्लेबाजों की पूरी फौज है। ऐसे में अब वो किन बल्लेबाजों के साथ मैदान पर उतरेंगे ये देखने वाली बात होगी। अभी तक टीम ने अपने लगभग सभी बल्लेबाजों को टीम में जगह दी है। सलामी बल्लेबाज जेसन रॉय अच्छे टच में लग रहे हैं। हालांकि टीम की गेंदबाजी कमजोर है। ऐसे में बल्लेबाजों के ऊपर अतिरिक्त दबाव आ जाता है। निगेटिव- टीम सेलेक्शन और गेंदबाजी रविंद्र जडेजा और ड्वेन ब्रावो जैसे दिग्गज गेंदबाज चोटिल हैं। फिर भी गुजरात लायंस ने किसी भी विदेशी गेंदबाज को टीम में शामिल नहीं किया। पिछले सीजन में ड्वेन स्मिथ ने अच्छी गेंदबाजी नहीं की थी। इसके बावजूद टीम ने इस सीजन में भी उन पर भरोसा जताया। लेकिन वो अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। पिछले सीजन में उन्होंने 9 की इकॉनामी रेट से रन दिए थे और उनका औसत 41 का था। इस सीजन में 2 मैचो में वो मात्र 1 ही विकेट ले पाए हैं और 10 से ज्यादा की औसत से रन दे दिए हैं। हालांकि सिर्फ ड्वेन स्मिथ ने ही खराब गेंदबाजी नहीं की बल्कि गुजरात लायंस के बाकी गेंदबाजो ने भी खराब गेंदबाजी की। टीम के लिए रणनीति- एक विदेशी गेंदबाज के साथ उतरना अगर रविंद्र जडेजा टीम में वापस आ भी जाएं तो भी गुजरात लायंस को एक विदेशी गेंदबाज के साथ उतरना चाहिए। एंड्र्यू टाई और जेम्स फॉकनर में से किसी एक गेंदबाज को टीम में जरुर शामिल करना चाहिए। फॉकनर का रिकॉर्ड अच्छा रहा है। अगर ब्रावो फिट होकर टीम में आ गए तो गेंदबाजी में गहराई आ जाएगी। लेखक-फ्रेडी विल्डे अनुवादक-सावन गुप्ता