IPL 2018: 3 बिना बिके खिलाड़ी जो दिल्ली डेयरडेविल्स की किस्मत बदल सकते थे

दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल 2018 में प्लेऑफ में जगह बनाने में असफल रहे। शुरुआत में लगातार गौतम गंभीर की कप्तानी के तहत उन्होंने मैच गंवाये और वहां से वापसी असंभव हो गयी। हालांकि कप्तानी में बदलाव के बाद कुछ उत्कृष्ट व्यक्तिगत प्रदर्शन आये, लेकिन वे मैच जीतने के लिए संघर्ष करते रहे। वे एक इकाई के रूप में अच्छी तरह से खेलने में नाकाम रहे हैं और अब तक अपने 13 मैच में से 9 हार चुके हैं। श्रेयस अय्यर, पृथ्वी शॉ, अमित मिश्रा और ऋषभ पंत के अलावा, किसी अन्य खिलाड़ी ने किसी भी तरह से मैच जीतने का योगदान नहीं दिया है। दिल्ली की समस्या उनके विदेशी खिलाड़ी रहे है। कॉलिन मुनरो, जेसन रॉय, क्रिस मॉरिस, डैनियल क्रिश्चियन और ग्लेन मैक्सवेल ने पूरे सीजन प्रदर्शन में निरंतरता के लिए संघर्ष किया है। यहाँ हम ऐसे 3 खिलाड़ियों पर एक नज़र डाल रहे जो की निलामी में बिके नही थे और अगर वो दिल्ली डेयरडेविल्स साथ होते तो उनके भाग्य को बदल सकते थे।

# 3 शॉन मार्श

आईपीएल इतिहास में शॉन मार्श सबसे सफल विदेशी बल्लेबाजों में से एक है। वेस्टर्न ऑस्ट्रेलिया के बाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने इंडियन प्रीमियर लीग में रनों का अंबार लगाया है। 34 वर्षीय इस खिलाड़ी ने 71 आईपीएल मैचों में, 40 की औसत से 2477 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 132.74 का रहा। उन्होंने आईपीएल में अब तक 20 अर्धशतक और एक शतक लगाया है। उन्होंने किंग्स इलेवन पंजाब के लिए पिछले कुछ सीजनों में खेलते में हुए कुछ मैच जीताने पारियां खेली हैं और 2018 की नीलामी में उन्हें कोई खरीदार न मिलना कई लोगों के लिए यह आश्चर्य की बात थी। वह किंग्स इलेवन पंजाब के सर्वकालिक अग्रणी रन स्कोरर हैं और आईपीएल 2008 में ऑरेंज कैप भी जीत चुके हैं। 1.5 करोड़ रुपये की कीमत पर, मार्श एक बड़ी सफल खरीद हो सकते थे। वह खेल को विपक्षी टीम से दूर ले जाने के लिए श्रेयस अय्यर और ऋषभ पंत के लिए एक आदर्श मंच तैयार कर सकते थे।

# 2 जो रूट

जो रूट का अंतर्राष्ट्रीय टी -20 औसत 39.10 का है और 128.76 की स्ट्राइक रेट है, लेकिन इस साल की आईपीएल नीलामी में किसी भी फ्रैंचाइजी ने उनमे दिलचस्पी नही दिखाई थी। केन विलियम्सन को आईपीएल 2018 में अपने गुणवत्ता वाले स्ट्रोक प्ले के साथ ढेरों रन बनाते हुए देखकर, कई क्रिकेट प्रशंसकों को आश्चर्य होगा कि कैसे फ़्रैंचाइजियों ने रूट को नजरअंदाज़ किया, जो उसी क्षमता वाले खिलाड़ी हैं। यह अंग्रेज़ खिलाड़ी दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए एक बेहतरीन विकल्प असली हो सकता था। ऐसे में जब कॉलिन मुनरो और जेसन रॉय शीर्ष पर रन बनाने के लिए संघर्ष कर रहे थे, रूट उनमें से किसी एक की जगह ले सकते थे और उनके लिए बल्लेबाजी की शुरुआत कर सकते थे। वह मध्य क्रम में ग्लेन मैक्सवेल की भी जगह ले सकते थे। उनकी निरंतरता और स्पिन खेलने की क्षमता ने निश्चित रूप से डेयरडेविल्स की मदद की होती।

# 1 एश्टन अगर

ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ सीमित ओवरों के क्रिकेटरों में से एक होने के बाद भी 24 वर्षीय एश्टन अगर कभी भी इंडियन प्रीमियर लीग में नहीं खेले हैं। बिग बैश लीग 2017/18 में पर्थ स्कॉर्चर्स के लिए उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया था। उन्होंने 5.74 की इकॉनमी रेट से टूर्नामेंट में 8 विकेट लिए। केवल रशीद खान ने टूर्नामेंट में उनसे कम रन दिए (न्यूनतम 30 ओवर)। उन्होंने न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के खिलाफ टी 20 त्रिकोणीय श्रृंखला में ऑस्ट्रेलिया के लिए भी अच्छा प्रदर्शन किया। अगर एक उपयोगी बल्लेबाज हैं और ऐसे में जब विजय शंकर ऑलराउंडर के स्थान को भरने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, अगर दिल्ली के लिए बहुत अच्छा विकल्प हो सकते थे। पावर प्ले ओवरों में गेंदबाजी करने की उनकी क्षमता ने शुरुआत में कप्तान अय्यर को एक अतिरिक्त गेंदबाजी विकल्प भी दिया होता। लेखक: सुजीत मोहन अनुवादक: राहुल पांडे

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