इस साल इंडियन प्रीमियर लीग में काफ़ी रोमांच देखने को मिला, चाहे वो मैदान में हो या मैदान से बाहर। टीम को नए खिलाड़ी और कप्तान मिले, डीआरएस का भी इस्तेमाल पहली बार हुआ, यानी ये सीज़न पूरा बदलाव से भरा रहा। इस साल हर टीम में बड़े बदलाव देखने को मिले। आरसीबी टीम ने कुछ खिलाड़ियों को छोड़कर पूरी टीम बदल डाली ताकि इस साल उसे ख़िताबी जीत हासिल हो सके, ये बदलाव की सबसे बड़ी मिसाल है। इस साल एक और बात देखने को मिली वो ये है कि कई ऐसे खिलाड़ियों ने बुरा खेल दिखाया जिससे टीम को काफ़ी उम्मीदें थीं। कई ऐसे सितारे भी हैं जिनकी चमक वक़्त के साथ फीकी पड़ गई है। हम यहां ऐसे ही 3 खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं, जिन्हें अगर साल टीम से बाहर किया जा सकता है।
#1 डेविड मिलर
डेविड मिलर पिछले कई सालों से किंग्स XI पंजाब टीम का हिस्सा रहें हैं, वो पंजाब के अलावा किसी और टीम में शामिल नहीं हुए हैं। लेकिन अब ऐसा लगता है कि पंजाब को मिलर का मोह बाक़ी नहीं रह गया है। वो अब पहले जैसे विस्फोटक बल्लेबाज़ नहीं रह गए हैं, न ही वो किसी भी क्रम में फ़िट बैठ रहे हैं। उन्होंने सिर्फ़ 2 मैच खेले हैं और कुल 50 रन बनाए हैं, ऐसा लग रहा है कि ये आईपीएल सीज़न मिलर के आख़िरी है। हो सकता है कि टूर्नामेंट के आख़िर में प्लेइंग XI में कुछ बदलाव किया जाए, क्योंकि मिलर में हुनर की कोई कमी नहीं है, वो ज़रूरत के वक़्त बड़ी पारी खेल सकते हैं। हो सकता है कि पंजाब टीम मैनेजमेंट उन्हें एक और मौका दे। फ़िलहाल तो ऐसा ही लग रहा है कि मिलर किंग्स इलेवन पंजाब को अगले साल किंग्स XI पंजाब से बाहर होना पड़ेगा, क्योंकि उनके लिए टीम में वो अहमियत नहीं रह गई है जो पहले हुआ करती थी। पंजाब टीम भी भविष्य की योजना बना रही है, ऐसे में मिलर का दोबारा आज़माना मुश्किल लग रहा है।
#2 ग्लेन मैक्सवेल
ग्लेन मैक्सवेल को बड़े हिटर के रुप में जाना जाता है, वो किसी भी तरह की गेंद को बाउंड्री के पार पहुंचा सकते हैं। यही वजह रही कि इस साल की आईपीएल नीलामी में उनको लेकर टीम के मालिकों के बीच जंग देखने को मिली। मैक्सवेल की काफ़ी ऊंची कीमत लगाई गई थी। आख़िरकार दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने मैक्सवेल को 9 करोड़ रुपये में ख़रीदा जो एक महंगा सौदा था। दिल्ली टीम के मालिकों को मैक्सवेल से काफ़ी उम्मीदें थीं, उन पर खुलकर दांव लगाया गया था। दिल्ली टीम का प्रदर्शन काफ़ी बुरा रहा है, फ़िलहाल वो प्वाइंट टेबल में सबसे नीचे चल रही है और एक-एक जीत के लिए तरस रही है। मैक्सवेल ने अपनी ऊंची कीमत को सही साबित करने के लिए कुछ ख़ास नहीं किया है उन्होंने इस सीज़न के 10 मैच में 14.2 की औसत और 149.47 की स्ट्राइक रेट से कुल 142 रन बनाए हैं। अब विपक्षी गेंदबाज़ों के दिलों में मैक्सवेल का वैसा ख़ौफ़ नहीं रहा जैसा कि पहले हुआ करता था। मैदान में आते ही उनसे विस्फोटक पारी की उम्मीदें रहती थी। लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि मैक्सवेल नाम का गुब्बारा अब फूट चुका है। हांलाकि मैक्सवेल फॉम में नहीं चल रहे हैं लेकिन अभी भी वो ऊभर कर वापसी कर सकते हैं। दिल्ली अब प्लेऑफ़ में नहीं पहुंच पाएगी, ऐसे में मैक्सवेल को अपना रिकॉर्ड सुधारने का मौका मिल सकता, अगर ऐसा नहीं हुआ तो ऑस्ट्रेलिया के इस खिलाड़ी को दिल्ली टीम से बाहर का रास्ता देखना होगा।
#3 काइरोन पोलार्ड
कई क्रिकेट फ़ैस के लिए ऐसा सोचना ही मुश्किल लगता है कि मुंबई इंडियंस काइरोन पोलार्ड से नाता तोड़ देगी। वो एक विस्फोटक बल्लेबाज़ रहे हैं। उन्होंने मुंबई इंडियंस की तरफ़ से ही आईपीएल में डेब्यू किया था और अब तक इसी टीम में बने हुए हैं। बिना पोलार्ड के मुंबई टीम की कल्पना करना मुश्किल है। पिछले साल तक ऐसी बातें क्रिस गेल के लिए की जाती थी, क्योंकि किसी को उम्मीद नहीं थी कि गेल को आरसीबी टीम से बाहर होना पड़ सकता है, इस साल गेल बैंगलौर टीम में रिटेन नहीं किए गए थे, वो आज पंजाब टीम का हिस्सा हैं। काइरोन पोलार्ड को अब टीम में अपनी जगह पक्की नहीं समझाना चाहिए। उनका प्रदर्शऩ इस आईपीएल में बेहद बुरा रहा है। वो अपनी टीम के लिए वैसा योगदान नहीं दे पा रहे हैं जैसा कि उनसे उम्मीद की जा रही थी। वो एक ऑलराउंडर के तौर पर टीम में शामिल थे, लेकिन इस सीज़न के 7 मैच में उन्होंने महज़ 76 रन बनाए हैं और एक भी विकेट हासिल करने में नाकाम रहे हैं। ऐसे में वो अगले साल टीम से बाहर हो सकते हैं। लेखक- मासूम अली अनुवादक – शारिक़ुल होदा