#2 भारतीय हालात को लेकर अनुभव की कमी
साल 2015 में वो पहली बार आईपीएल में किसी टीम का हिस्सा बने थे। उन्हें मुंबई इंडियंस टीम में चोटिल कोरी एंडरसन की जगह शामिल किया था, लेकिन वो उस साल एक भी मैच नहीं खेल पाए थे और वो आज तक आईपीएल का कोई मैच नहीं खेल सके हैं। साल 2017 में इंग्लैंड की टीम भारत के दौरे पर आई थी। वनडे सीरीज़ के पहले 2 मैच में वो कोई कमाल नहीं दिखा पाए थे। इसके बाद उंगली में चोट लगने की वजह से वो सीरीज़ के बाकी मैच नहीं खेल पाए थे। यही वजह है कि उन्हें भारतीय हालात का ज़्यादा तजुर्बा नहीं मिल पाया था। इससे पहले भी इंग्लैंड टीम के ये बल्लेबाज़ भारत की धीमी पिच पर ख़ुद को साबित करने में नाकाम रहे हैं। इयॉन मॉर्गन, केविन पीटरसन, जोस बटलर और जेसन रॉय जैसे अन्य इंग्लिश बल्लेबाज़ भी आईपीएल में अपनी गहरी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। हांलाकि हेल्स आज भी अच्छी बल्लेबाज़ी करने की ताक़त रखते हैं लेकिन डेविड वॉर्नर की कमी को वो पूरा नहीं कर पाएंगे।