#3 हेल्स से बेहतर विकल्प मौजूद थे
डेविड वॉर्नर के बाहर होने के बाद सनराइज़र्स हैदरबाद के पास ओपनिंग बल्लेबाज़ चुनने का कई विकल्प मौजूद थे। ल्यूक रॉन्ची, शॉन मार्श, लेंडल सिमंस, हाशिम अमला और मार्टिन गप्टिल जैसे खिलाड़ियों को टीम में शामिल किया जा सकता था। रॉन्ची ने पिछले कुछ सालों में टी-20 क्रिकेट में काफ़ी धमाल मचाया है। उनके पास गेंद को ज़ोरदार तरीके से हिट करने की ताक़त मौजूद है। हाल में हुई पाकिस्तान प्रीमियर लीग में वो इस्लामाबाद युनाइटेड का हिस्सा थे, इस टूर्नामेंट में उनका औसत 43.50 और स्ट्राइक रेट 182 का था। वो टी-20 में कई मैन ऑफ़ द मैच अवॉर्ड से नवाज़े जा चुके हैं। वो सनराइज़र्स हैदराबाद टीम में शिखर धवन का अच्छा साथ निभा सकते थे। हैदराबाद टीम हाशिम अमला को लेकर भी दांव लगा सकती थी, क्योंकि अमला ने पिछले आईपीएल सीज़न में किंग्स-XI पंजाब की तरफ़ से खेलते हुए 2 शतक लगाए थे। सनराइज़र्स हैदराबाद टीम के लिए वॉर्नर का बाहर होना किसी सदमे से कम नहीं है। इस टीम को तेज़ी से रन बनाने वाले ओपनिंग बल्लेबाज़ की ज़रूरत है। इस टीम ने केन विलियमसन को अपना कप्तान चुना है। अब यहां बाक़ी 3 विदेशी खिलड़ियों को प्लेइंग इलेवन में खेलाने को लेकर मशक्कत करनी है। ये देखना दिलचस्प होगा कि वो वॉर्नर की कमी को कितनी हद तक पूरा कर पाते हैं, उन्हें शिखर धवन के साथ ओपनिंग करने का मौक़ा मिलेगा भी या नहीं। लेखक- प्राज्वल नागेश अनुवादक- शारिक़ुल होदा