IPL 2018 : इन 3 वजहों से कोलकाता नाइट राइडर्स को गौतम गंभीर की कमी ज़रूर महसूस होगी

ईडन गार्डेन्स के जुनूनी दर्शक इस साल अपने पुराने हीरो गौतम गंभीर को पर्पल और गोल्डन रंग की जर्सी में नहीं देख पाएंगे। इसमें कोई शक नहीं है कि गंभीर कोलकता नाइट राइडर्स के अब तक के सबसे बेहरीन खिलाड़ी रहे हैं। गंभीर साल 2018 के आईपीएल सीज़न में अपनी पुरानी टीम दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए खेलते नज़र आएंगे। गंभीर ने कोलकाता में क़ामयाबी का ख़ूब लुत्फ़ उठाया है, उन्होंने केकेआर को 2 दफ़ा आईपीएल चैंपियन बनाया है। गंभीर ने अपनी शानदार बल्लेबाज़ी और बेहतरीन कप्तानी से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया था। कोलकाता के दर्शकों को गंभीर का जुनून देखने को मिल सकता है लेकिन अब किसी और टीम के लिए। गंभीर केकेआर के सम्मानीय खिलाड़ी रहे हैं, फ़ैस से उनका लगाव काफ़ी ख़ास रहा है। केकेआर टीम के चाहने वालों के लिए गंभीर की विदाई किसी सदमें से कम नहीं है। पिछले 7 सालों में कोलकाता में गंभीर की चर्चाएं होती रही हैं, लेकिन नए सीज़न में ईडन गार्डेन्स में नई सुबह देखने को मिलेगी। ये टीम तो होगी लेकिन इस टीम से गंभीर नदारद होंगे। इन तीन वजहों से केकेआर टीम में गंभीर की कमी खलेगी। (नोट- हम यहां गंभीर के जो भी आंकड़े पेश कर रहे हैं वो उन्होंने केकेआर टीम में रहते हुए हासिल किए हैं)

एक मज़बूत टॉप ऑर्डर बल्लेबाज़

कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने आने वाले आईपीएल सीज़न के लिए काफ़ी अच्छी टीम तैयार कर ली है। इसमें मिचेल स्टार्क, क्रिस लिन, रॉबिन उथप्पा जैसे नामी गिरामी खिलाड़ी शामिल हैं। इन सभी मशहूर खिलाड़ियों के बीच एक बड़ा नाम ग़ायब है, और वो हैं केकेआर के पूर्व कप्तान गौतम गंभीर। गंभीर ने पिछले 7 आईपीएल सीज़न में केकेआर टीम के लिए लगातार बढ़ियां प्रदर्शन किया है। जो जब भी ओपनिंग करने पिच पर आते थे तो अपनी टीम को एक मज़बूत शुरुआत देते थे। गंभीर ने कोलकाता टीम के लिए खेलते हुए हर सीज़न में 300 से ज़्यादा रन बनाए थे। साल 2012 में जब केकेआर चैंपियन बनी थी तब उस टूर्नामेंट में गंभीर ने 590 रन बनाए थे। गंभीर ने रॉबिन उथप्पा के साथ मिलकर टीम के लिए काफ़ी योगदान दिया है और केकेआर के लिए कई बार करिश्मा किया है। पिछले सात सीज़न में उन्होंने कोलकाता की तरफ़ से खेलते हुए 3,035 रन बनाए हैं। हांलाकि इस बार कोलकाता की टीम बेहद मज़बूत है फिर भी इस टीम में गंभीर की कमी ज़रूर खलेगी।

आंकड़े

मैच : 108, रन : 3035, टॉप स्कोर : 93, अर्धशतक : 27

एक जुनूनी कप्तान

कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने पहले 3 आईपीएल सीज़न में काफ़ी निराशाजनक प्रदर्शन किया था, ये टीम शुरूआती साल में सेमीफ़ाइनल में पहुंचने में नाकाम रही थी। साल 2011 में गौतम गंभीर को केकेआर टीम का कप्तान बनाया गया और पहली बार टीम प्लेऑफ़ में पहुंची। इस प्लेऑफ़ राउंड के एलिमिनेटर मैच में केकेआर को मुंबई इंडियंस से हार का सामना करना पड़ा था। साल 2012 में केकेआर ने नाटकीय ढंग से ट्रॉफ़ी जीती थी जब टूर्नामेंट की सबसे पसंदीदा टीम चेन्नई सुपरकिंग्स को उन्हीं के घर में हराया था। साल 2014 में गंभीर की टीम ने इतिहास दोहराया और दूसरी बार आईपीएल का ख़िताब जीता। फ़ाइनल में उन्होंने किंग्स-XI पंजाब टीम को मात दी थी। गंभीर 2 बार आईपीएल ट्रॉफ़ी जीतने वाले दूसरे कप्तान बने थे। पिछले 7 सीज़न में गंभीर ने केकेआर टीम की कप्तानी की जिसमें 2 बार ट्राफ़ी हासिल हुई है। इसके अलावा साल 2011, 2016 और 2017 में केकेआर प्लेऑफ़ में पहुंची थी। आज केकेआर इंडियन प्रीमियर लीग की पावरहाउस बन चुकी है। इस साल केकेआर टीम में अंडर-19 के भी खिलाड़ी हैं जिन्हें गंभीर का साथ नहीं मिल पाएगा। गंभीर इन खिलाड़ियों के आर्दश गुरु हो सकते थे। इस टीम में गंभीर की जगह शायद ही कोई ले पाए। केकेआर टीम मैनेजमेंट के लिए नए कप्तान का चुनाव भी बेहद मुश्किल होगा। सबसे बेस्ट नतीजा : चैंपियन (2012, 2014) प्लेऑफ : (2011, 2016, 2017)

फ़ैंस के पसंदीदा खिलाड़ी

अगर सौरव गांगुली के अलावा ‘सिटी ऑफ़ जॉय’ में अगर किसी खिलाड़ी ने सबसे ज़्यादा प्यार और सम्मान हासिल किया है तो वो हैं गौतम गंभीर। गंभीर ने कोलकाता को अपना नया घर बना लिया था। गंभीर के टीम में आने के बाद ‘कोरबो लोरबो जीतबो’ का नारा और ज़ोरदार हो गया था। गंभीर के लिए ईडन गार्डन्स उनका आंगन और केकेआर फ़ैंस उनके परिवार के सदस्य बन गए थे। कोलकाता के फ़ैस के दिलों में गंभीर हमेशा के लिए बने रहेंगे। इस बात में कोई शक नहीं है कि इस आईपीएल सीज़न में केकेआर टीम में गंभीर की कमी ज़रूर महसूस होगी। लेखक – अश्वन राव अनुवादक – शारिक़ुल होदा

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