IPL 2018: इन 3 कारणों की वजह से रविंद्र जडेजा हैं चेन्नई सुपर किंग्स की प्लेइंग-XI का हिस्सा

इंडियन प्रीमियर लीग का 11वां सीजन जारी है और इस सीजन में दो साल के बाद वापसी करने वाली चेन्नई सुपर किंग्स टूर्नामेंट में धमाल मचाए हुए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स ने इस बार नीलामी प्रक्रिया में कई पुराने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाड़ियों को भी अपने साथ जोड़ा है। ऐसा भी एक दौर था जब चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी गेंदबाजी आक्रमण में रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा पर सबसे ज्यादा भरोसा जताते थे। लेकिन आईपीएल के 11वें सीजन की नीलामी प्रक्रिया में चेन्नई सुपर किंग्स ने सिर्फ रविंद्र जडेजा को ही रिटेन किया।

हालांकि, इस आईपीएल सीजन में रविंद्र जडेजा कुछ खास कमाल नहीं दिखा पाए हैं लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स की टीम में अभी भी उनकी जगह बनी हुई है। आईपीएल के 11वें सीजन में रविंद्र जडेजा ने खेले गए शुरुआती 9 मैचों में सिर्फ़ दो बार ही अपने चार ओवरों का कोटा पूरा किया है। इसके अलावा दो मुकाबलों में तो उन्हें गेंदबाजी का मौका तक भी नहीं दिया गया।

अभी तक के मुकाबलों में रविंद्र जडेजा ने कुल 18 ओवर किए हैं और इन ओवरों में 154 रन लुटाए हैं। इसके साथ ही रविंद्र जडेजा ने इस दौरान सिर्फ 3 विकेट हासिल करने में ही सफलता हासिल की है। वहीं अगर रविंद्र जडेजा की बल्लेबाजी की बात की जाए तो रविंद्र जडेजा ने अभी तक के मैचों में 51 गेंदों का सामना करते हुए 59 रन बनाए हैं। वहीं दो मुकाबलों में एक भी बॉल न खेलते हुए नॉन-स्ट्राइकर एंड पर रहते हुए नाबाद भी रहे हैं।

इन सबके कारण टूर्नामेंट में आने वाले मैचों में रविंद्र जडेजा चेन्नई की प्लेइंग इलेवन में कोई जगह नहीं रखते हैं, लेकिन धोनी पूरे टूर्नामेंट में उनके साथ बने रहेंगे। पूरे टूर्नामेंट में रविंद्र जडेजा को टीम में बनाए रखने के लिए धोनी के पास तीन संभावित कारण हो सकते हैं।

आइए जानते हैं इन अहम कारणों को।

#3 फ़ील्डिंग

रविंद्र जडेजा एक शानदार फील्डर के तौर पर भी अपनी पहचान रखते हैं। मैदान पर एकमद चुस्त खिलाड़ियों की सूची में रविंद्र जडेजा का नाम हरदम आगे रहता है। मैदान पर कई बार ऐसे मौके भी आए हैं जब रविंद्र जडेजा ने अपनी फील्डिंग से सबको हैरानी में डाल दिया हो। वहीं रविंद्र जडेजा कई अहम कैच लपकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं।

जेडजा अभी भी सीएसके के लिए बेहतरीन और सर्वश्रेष्ठ क्षेत्ररक्षक है। विपक्षी खिलाड़ी अभी भी उनके तेज पिकअप और बुलेट की तरह गेंद को थ्रो करनी की क्षमता से खौफ में रहते हैं। यहां तक ​​कि मुंबई इंडियंस के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने सूर्यकुमार यादव को आउट करने के लिए एक शानदार कैच पकड़ा था।

महेंद्र सिंह धोनी हमेशा से ही इस तथ्य में विश्वास करते हैं कि मैदान पर अलर्ट रहने वाला फास्ट फील्डर खेल के किसी भी प्रारूप में एक टीम के लिए सबसे जरूरी संपत्ति होती है। इसलिए इसमें कोई दो राय नहीं है कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी दोनों के सीमित अवसरों के बावजूद जडेजा अभी भी चेन्नई सुपर किंग्स की प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह बनाए हुए हैं। हालांकि पिछले मैच में जडेजा ने अपनी फ़ील्डिंग से बेहद निराश किया था जब एक ही ओवर में उन्होंने सुनील नारेन का दो बार आसान सा कैच टपका डाला था। नारेन को मिले वे दो जीवनदान चेन्नई की हार का एक कारण भी रहा था।

#2 लेफ्ट राइट संयोजन

चेन्नई सुपर किंग्स के मध्य क्रम में रविंद्र जडेजा एकमात्र बाएं हाथ के बल्लेबाज हैं। वहीं सुरेश रैना के अलावा प्लेइंग इलेवन में रविंद्र जडेजा एकमात्र अन्य बाएं हाथ के खिलाड़ी के तौर पर देखे जाते हैं। सुरेश रैना टीम में डिफॉल्ट नंबर तीन बल्लेबाज हैं। इसके अलावा धोनी इस बार आईपीएल में नंबर चार पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। वहीं बल्लेबाजी क्रम में जडेजा आमतौर पर ब्रावो से आगे आते हैं ताकि फिनिशर की भूमिका निभाई जा सके।

हालांकि आरसीबी के खिलाफ मैच में देखा गया कि तेज विकेट के मामले में जडेजा धोनी का साथ देने के लिए पहले ही खेलने आ गए। इसके पीछे कारण ये था कि क्रीज पर लेफ्ट राइट का संयोजन बनाया जा सके। लेफ्ट राइट बल्लेबाजी का संयोजन हमेशा से ही गेंदबाजों के लिए सिरदर्दी का कारण रहता है। इससे गेंदबाजो को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और ये बल्लेबाजों के लिए बोनस की तरह देखा जाता है। इस कारण की वजह से भी रविंद्र जडेजा की जगह चेन्नई सुपर किंग्स में अभी भी बनी हुई है।

#1 बल्लेबाज़ी में योगदान

रविंद्र जडेजा ऑलराउंडर के तौर पर भी टीम में देखे जाते हैं। टीम में जडेजा गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी कई दफ़ा कमाल दिखा चुके हैं। बल्लेबाजी के दौरान ऐसे कई मौकों आए हैं जब आखिर के ओवरों में रविंद्र जडेजा ने टीम के लिए रन स्कोर किए हैं।

रविंद्र जडेजा को आखिरी ओवरों में विस्फोटक बल्लेबाजी करते हुए भी कई बार देखा गया है। हालांकि, उनमें स्थिरता की कमी है, जो उनकी एकमात्र बड़ी कमजोरी है। लेकिन उनकी छोटी पारियां भी कई बार टीम के लिए वरदान साबित होती हैं। कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ खेले गए मैच में उन्होंने आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर चेन्नई सुपर किंग्स को जीत दिला दी थी। जो कि काफी यादगार रहा।

वहीं गेंदबाजी में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ खेले गए मुकाबले में उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल जैसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी का विकेट हासिल कर लिया था। इन खूबियों के साथ ही चेन्नई सुपर किंग्स के पास टीम में कोई ऐसा खिलाड़ी फिलहाल मौजूद नहीं है जो रविंद्र जडेजा को रिप्लेस कर सके।

लेखक: सुयांभु लिंगम अनुवादक: हिमांशु कोठारी