IPL 2018: जीत की पटरी पर लौटने के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को ज़रूर करने चाहिए ये बदलाव

इंडियन प्रीमियर लीग की शुरुआत हुए दो हफ्ते हो चुके हैं। इन दो हफ्तों ने कुछ टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन दिखाया है तो कुछ टीमें फिसड्डी साबित हुई हैं। इस बार आईपीएल के 11वें सीजन में विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर भी कुछ खासा कमाल नहीं दिखा पाई है। एक बेहतरीन टीम संयोजन के साथ मैदान पर उतरने के बाद भी मैच में जीत दर्ज नहीं कर पाने से टीम को काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ रहा है। इंडियन प्रीमियर लीग के शुरुआती चार मैचों में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने सिर्फ एक मुकाबले में जीत हासिल करने में सफलता हासिल की है। बाकि तीन मैचों में टीम को निराशा का सामना करना पड़ा है। हालांकि गौर करने वाली बात ये है कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम शानदार बल्लेबाजी आक्रमण और बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण से लैस है लेकिन फिर भी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को जीत नसीब नहीं हो रही है। आईपीएल के शुरुआती मैचों में पिछड़ने के बाद आने वाले मैचों में विराट कोहली जरूर अपनी टीम रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को वापसी कराने की कोशिश करेंगें। ऐसे में जरूरी है कि जल्द ही टीम में कुछ बदलाव कर लिए जाए। टीम में किए गए बदलाव सीजन में आने वाले दिनों में काफी फायदे का सौदा साबित हो सकता है।

#4 एक गेंदबाज़ी ऑलराउंडर की आवश्यकता

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को आईपीएल के 11वें सीजन में जीत की पटरी पर लौटने के लिए टीम में एक गेंदबाजी ऑलराउंडर को शामिल किया जाना चाहिए। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम ने मुंबई इंडियंस के खिलाफ कोरी एंडरसन को टीम में शामिल किया। हालांकि टीम को इससे ज्यादा फायदा नहीं मिला, एंडरसन मुंबई के खिलाफ कुछ भी कमाल नहीं दिखा पाए और मुंबई के गेंदबाज ने पहली ही गेंद पर एंडरसन को आउट कर दिया गया। एंडरसन की बजाय रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास कॉलिन डी ग्रैंडहोम को शामिल करने का विकल्प है। कॉलिन डी ग्रैंडहोम गेंदबाजी से कमाल दिखा सकते हैं। इसके अलावा निचले क्रम की बल्लेबाजी के लिए भी कॉलिन डी ग्रैंडहोम एक बेहतर विकल्प के तौर पर देखे जा सकते हैं।

#3 वॉशिंगटन सुंदर के लिए सही स्लॉट

तमिलनाडु से आने वाले वॉशिंगटन सुंदर शानदार खिलाड़ियों में से एक हैं। सुंदर गेंद और बल्ले दोनों से खेल दिखा सकते हैं, तमिलनाडु प्रीमियर लीग में उनका प्रदर्शन काफी अच्छा रहा था, जहां उन्होंने गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया था। हालांकि इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर में वॉशिंगटन सुंदर का इस्तेमाल सही तरीक़े से नहीं किया जा रहा। वॉशिंगटन सुंदर को बल्लेबाजी में ओपनिंग करने का मौका दिया जाना चाहिए, क्योंकि पॉवरप्ले के दौरान वॉशिंगटन सुंदर बेहतरीन खेल दिखाने में माहिर हैं। इसके साथ ही इससे विराट कोहली और एबी डीविलियर्स को भी मध्य क्रम में आकर रन बनाने से सहुलियत प्रदान होगी और एबी के साथ विराट मिलकर तीसरे और चौथे क्रम को मजबूती प्रदान कर सकेंगे। सलामी बल्लेबाज के तौर पर वॉशिंगटन सुंदर के साथ क्विनटन डी कॉक को मौका दिया जाने से भी टीम को काफी फायदा मिल सकता है। साथ ही वॉशिंगटन सुंदर को डी कॉक के रूप में अच्छा साझेदार भी मिलेगा।

#2 टॉस जीतकर पहले बल्लेबाज़ी

किसी भी टीम के लिए टॉस काफी अहमियत रखता है, इस बात को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर को भी समझनी होगा। आईपीएल के 11वें सीजन में अभी तक रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने दो बार टॉस जीता है और दोनों ही बार उन्होंने पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया है। इसका नतीजा यह रहा कि दोनों ही मौकों पर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के गेंदबाज फिसड्डी साबित हुए और जमकर उन्होंने रन लुटाए। आलम तो यह रहा कि रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम के आगे विरोधी टीमों ने 200+ रनों का स्कोर आसानी से खड़ा कर दिया। 200 रनों के स्कोर का पीछा करना टी20 गेम में आसान काम नहीं है। इतने बड़े स्कोर के बाद चेज करने वाली टीम पर भी काफी दबाव आ जाता है। इसलिए अब विराट कोहली को यह बात समझनी होगी की अब आने वाले मैचों में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया जाए ताकि बल्लेबाज पहले खेल कर एक बड़ा स्कोर बना सकें और विराधी टीम को दबाव में ला सकें।

#1 मध्यक्रम में मज़बूती

रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के संबंध में यह सबसे बड़ी चिंता का विषय है कि उनका मध्य क्रम मजबूत नहीं है। उन्होंने सरफराज खान को रिटेन किया लेकिन उनकी फॉर्म और रनों की कमी चिंताजनक रही है। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक मैच के लिए पवन नेगी को भी मौका दिया लेकिन फिर इसे भी नकार दिया गया। वहीं मनदीप सिंह हमेशा दबाव में बल्लेबाजी करते हैं। अब रॉयल चैलेंजर्स की टीम को अपने मध्य क्रम में मजबूती लाने के लिए कई अहम बदलाव करने होंगे। इसके लिए अब अगर एबी डीविलियर्स नंबर चार, मनदीप पांचवें नंबर पर और कॉलिन डी ग्रैंडहोम नंबर 6 पर बल्लेबाजी करें तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की मध्य क्रम बल्लेबाजी में मजबूती लाई जा सकती है। इसके अलावा इन खिलाड़ियों के साथ रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का मध्यक्रम अब और अधिक सुलझा हुआ रहेगा। वहीं सरफराज की बजाय अगर टीम में नेगी को मौका दिया जाए तो आने वाले मैचों में उनसे भी बेहतरीन प्रदर्शन करवाया जा सकता है। लेखक: एस एस कुमार अनुवादक: हिमांशु कोठारी