IPL 2018: 4 खिलाड़ी जिनकी कमी उनकी टीमों को सबसे ज़्यादा खली

अब जबकि आईपीएल 2018 अपने अंतिम चरण में प्रवेश कर चूका है और 4 टीमें प्लेऑफ में जगह बना चुकी हैं, जबकि अन्य टीमें का अभियान समाप्त हो चुका है। सनराइज़र्स हैदराबाद और चेन्नई सुपर किंग्स को छोड़कर लगभग सभी टीमें प्लेऑफ के लिए अंतिम समय तक दौड़ में रही। जहाँ कुछ टीमें (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और राजस्थान रॉयल्स) नीलामी में हासिल किये गये खिलाड़ियों के खराब संयोजन से परेशान रहे, वहीं अन्य टीमें दुर्भाग्यपूर्ण रही कि उनके मुख्य खिलाड़ी चोटों के कारण खेल नही सके। अगर इन खिलाड़ियों को ये चोट न लगी होती तो आईपीएल 2018 की कहानी शायद अलग होती। यहां हम ऐसे 4 खिलाड़ियों पर एक नज़र डाल रहे हैं जिन्हें चोट के चलते बाहर जाना पड़ा और उनकी फ्रैंचाइजी को उनकी कमी सबसे ज्यादा खली।

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पैट कमिन्स

आईपीएल 2018 की नीलामी के दौरान मुंबई इंडियंस के लिए पैट कमिन्स एक अहम खरीद रहे थे। लंबे और मजबूत कद काठी वाले इस प्रतिभाशाली ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज के पास 140 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दोनों तरफ गेंद को स्विंग कराने की क्षमता है। उन्हें एमआई थिंक टैंक द्वारा 5.40 करोड़ रुपये में ख़रीदा गया था। लेकिन, एमआई की ओर से अपना पहला मैच खेलने से पहले उन्हें पीठ की चोट के कारण लीग से बाहर निकलना पड़ा। मुंंबई ने एडम मिल्ने को कमिन्स के प्रतिस्थापन के रूप में टीम में शामिल तो किया, लेकिन उन्हें किसी भी मैच में अंतिम एकादश में शामिल नहीं किया गया। लेकिन मुंबई को कमी खली एक ऐसे तेज गेंदबाज कि जो अंत में बल्लेबाजों को रन बनाने से रोकने में बुमराह का साथ दे सकता। दोनों सिरों से रन रोकने में असमर्थता के चलते उन्हें चेन्नई और फिर दिल्ली के खिलाफ करीबी मैच हारने पड़े थे। ऐसे में कमिन्स टीम की जरूरतों को पूरा कर सकते थे और मुंबई को प्लेऑफ में जगह भी शायद मिल गयी होती।

कगिसो रबाडा

दिल्ली डेयरडेविल्स ने कगिसो रबाडा को प्रमुख गेंदबाज़ के तौर पर टीम में शामिल किया था लेकिन रबाडा की चोट ने दिल्ली के टीम संयोजन तक को प्रभावित कर दिया, इतना कि वे पूरे टूर्नामेंट में नही उभर सके। दिल्ली के लिए स्ट्राइक-गेंदबाज के रूप में बोल्ट खेलते रहे, लेकिन वह काफी महंगे रहे (9.17 की इकॉनमी) और इस प्रकार रबाडा की अनुपस्थिति से हुई कमी से दिल्ली उभरने में सक्षम नहीं रही। पॉवरप्ले और अंतिम ओवेरों में डीडी को रबाडा की तेज़ गति से रनों की गति पर लगाम लगाने में काफी मदद मिली होती। दिल्ली को अक्सर लक्ष्य का बचाव करते समय यह कमी खली थी। रबाडा जैसे एक गेंदबाज की अनुपस्थिति का प्रभाव दिल्ली की टीम पर पड़ा, और शायद उनके रहते परिणाम कुछ और भी हो सकते थे। केदार जाधव मध्य क्रम में केदार जाधव की उपस्थिति के साथ चेन्नई का बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से प्रभावशाली दिख रहा था। वह लीग के पहले मैच में ही टीम के लिए अहम किरदार निभाने में सफल रहे जब शुरूआती पतन के बावजूद, ब्रावो की चमत्कारी पारी के चलते सीएसके ने जीत हासिल की। लेकिन, जाधव के बिना वह संभव नही होती, जिन्होंने मैच के बीच हैमस्ट्रिंग की चोट के बाद ड्रेसिंग रूम में जाने के बाद वापस आकर सीएसके की पारी को अंत में संकट से बाहर निकालकर जीत दिलाई। लेकिन इसके बाद सीएसके प्रशंसको के लिए बुरी खबर आई जब घोषणा की गई कि वह चोट के चलते आईपीएल से बाहर हो गये थे। सीएसके ने जाधव के प्रतिस्थापन के रूप में मध्य क्रम में सैम बिलिंग्स को आजमाया। लेकिन जाधव की कमी अभी भी टीम को खल रही है। मिचेल स्टार्क मिचेल स्टार्क को 9.4 करोड़ रुपये की बड़ी कीमत देकर केकेआर ने मुख्य गेंदबाज के तौर पर टीम में शामिल किया था, लेकिन वह टूर्नामेंट से पहले ही चोट लगने के चलते आईपीएल 2018 से बाहर हो गये थे। अपनी तेज़ गति और गेंद को स्विंग करने की क्षमता के चलते वह पावरप्ले में उपयोगी रहे होते। इसके अलावा, उनके स्विंगिंग यॉर्करों ने केकेआर की अंतिम ओवेरों में गेंदबाजी में बहुत मदद दिलाई होती। फिलहाल, जब गति की बात आती है तो केकेआर विपक्षी टीमों के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं उत्पन्न कर पा रही है। उनके सभी शीर्ष गेंदबाजी प्रदर्शन उनके स्पिनरों- नारायण, चावला और कुलदीप से आए हैं। विदेशी गेंदबाजों मिचेल जॉनसन और टॉम कुर्रन भी स्टार्क की कमी नही भर पायें हैं। दोनों ही बहुत महंगे साबित हुए हैं। पॉवरप्ले के ओवेरों की कमी तो फिर भी केकेआर ने सम्भाल ली लेकिन उन्हें एक ऐसे तेज गेंदबाज की कमी खल रही है जो अंतिम ओवेरों में गेंदबाजी कर सके, और ऐसे में स्टार्क की कमी निश्चित रूप से खल रही है। लेखक: पियूष चौधरी अनुवादक: राहुल पांडे

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