इंडियन प्रीमियर लीग 2018 का आधा सीजन बीत चुका है। आईपीएल के आधे सफर में इस बात का अंदाजा लग चुका है कि कौन सी टीम जीत की प्रबल दावेदारी पेश कर रही है। टॉप चार टीमों में अगर देखा जाए तो चेन्नई सुपर किंग्स को इस बार आईपीएल खिताब के प्रबल दावेदार के तौर देखा जा रहा है। दो साल के प्रतिबंध के बाद आईपीएल में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए वापसी करना आसान काम नहीं था लेकिन जिस तरीक से आधे सीजन के दौरान चेन्नई सुपर किंग्स ने खेल दिखाया है वो वास्तव में काबिलेतारीफ है। कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के जरिए लिए जाने वाले फैसले काफी हद तक विरोधी टीमों को घुटने टेकने पर मजबूर कर दे रही हैं। वहीं टीम में हर एक सदस्य किसी न किसी तरह से अपना योगदान दे रहा है। वर्तमान परिदृश्य को देखते हुए चेन्नई सुपर किंग्स का प्लेऑफ में स्थान लगभग पक्का माना जा रहा है और तीसरी बार ट्रॉफी को उठाने के लिए भी चेन्नई की टीम कदम बढ़ा रही है। आइए जानते हैं वे कारण जिसकी वजह से चेन्नई इस साल का खिताब अपने नाम कर सकती है।
#4 लुंगी एनगिडी
लुंगी एनगिडी इंडियन प्रीमियर लीग के आधे सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम का हिस्सा बनने से चूक गए क्योंकि दक्षिण अफ्रीका में उनके पिता का देहांत हो गया था। लेकिन अब भारत लौटने के एक दिन बाद लुंगी नगिड़ी ने आईपीएल में चेन्नई के लिए मैदान पर ऋषभ पंत का विकेट हासिल किया और अपना हुनर दिखाया। अपने चार ओवरों में लुंगी एनगिडी ने केवल 26 रन दिए जबकि टीम की औसत इकॉनमी रेट 10 के करीब थी। आने वाले मैचों में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए लुंगी एनगिडी गेंदबाजी लाइन-अप में एक्स फैक्टर के तौर पर सामने आ सकते हैं। अगर लुंगी एनगिडी चेन्नई की प्लेइंग इलेवन का हिस्सा रहते हैं तो चेन्नई को खिताब जीत में आसानी हो सकती है।
#3 विकल्प की भरमार
चेन्नई सुपर किंग्स की विशेषता यह है कि उनके पास बेंच पर न केवल कई विकल्प हैं बल्कि उनके पास प्लेइंग इलेवन में खेलने के लिए भी काफी विकल्प मौजूद हैं। महेंद्र सिंह धोनी के पास हर मैच में कम से कम सात गेंदबाजी विकल्प मौजूद रहते हैं। दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ हालिया मैच में कर्ण शर्मा को प्लेइंग इलेवन में जगह दी गई थी लेकिन उनसे एक ओवर की भी गेंदबाजी नहीं करवाई गई। उनके पास टीम में कई तरह के प्रतिस्थापन हैं। अगर चेन्नई की टीम इमरान ताहिर को आराम देना चाहती है तो उनके पास कर्ण शर्मा जैसा विकल्प मौजूद है। अगर चेन्नई की टीम फाफ डू प्लेसिस के स्थान पर दूसरा खिलाड़ी चाहता है तो मुरली विजय या रायडू भी पारी की शुरुआत करने में काफी माहिर हैं। वहीं उनके पास डेविड विली भी एक मौका की प्रतीक्षा कर रहे हैं और अनुकूल स्थितियों में इनका भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
#2 शीर्ष तीन बल्लेबाज़ों का फॉर्म
चेन्नई सुपर किंग्स के बल्लेबाजी क्रम में टॉप तीन बल्लेबाज फॉर्म में हैं और टीम के लिए लगातार रन स्कोर कर रहे हैं। ये तीन खिलाड़ी वॉटसन-रायुडू-रैना चेन्नई सुपर किंग्स के लिए एक शानदार स्कोर खड़ा करने में अहम भूमिका अदा कर रहे हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के लिए अंबाती रायुडू शानदार फॉर्म में हैं और औरेंज कैप के लिए भी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। रायुडू 9 पारी में 391 रन बना चुके हैं, और ऑरेंज कैप भी उन्हीं के पास है, रायुडू की स्ट्राइक रेट 156.11 की है। वहीं वॉटसन भी गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखा रहे हैं। वॉटसन बल्लेबाजी में 166.27 की स्ट्राइक रेट को बनाए हुए हैं। उन्होंने इस साल के आईपीएल में राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ 106 रनों का उच्चतम स्कोर भी बनाया है। इसके अलावा सुरेश रैना भी टीम को काफी मजबूती प्रदान कर रहे हैं। सुरेश रैना ने सात मैचों में दो अर्धशतक बनाये हैं। टीम की ओर से मैच में सुरेश रैना नंबर तीन पर बल्लेबाजी कर रहे हैं। सुरेश रैना 41.00 की औसत से 205 रन बना चुके हैं।
#1 धोनी का पुराना अंदाज़
पिछले दो आईपीएल के सीजन की तुलना में महेंद्र सिंह धोनी इस बार ज्यादा प्रभावित कर रहे हैं। महेंद्र सिंह धोनी पिछले आईपीएल में अपनी बल्लेबाजी से कुछ ज्यादा प्रभाव नहीं छोड़ पाए थे। जिसके कारण उन्हें काफी आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ा था, लेकिन इस सीजन धोनी का बल्ला रनों की बरसात कर रहा है। जिसकी बदौलत धोनी चेन्नई सुपर किंग्स के लिए मैच में फिनिशर की भूमिका भी बखूबी अदा कर रहे हैं। इस इंडियन प्रीमियर लीग के 11वें सीजन में महेंद्र सिंह धोनी ने अब तक 9 मुकाबलों में 329 रन बनाए हैं। इन 9मुकाबलों में महेंद्र सिंह धोनी 5 बार नाबाद भी रहे हैं। उनके बल्ले से इस सीज़न 24 छ्क्के आ चुके हैं। इस आईपीएल में धोनी की बल्लेबाजी के बारे में दिलचस्प बात यह है कि वह गेंदबाजों पर पहले की तुलना से काफी जल्दी धावा बोल रहे हैं। उनकी ये बात धोनी की स्ट्राइक रेट में बखूबी दिखाई देती है। पहले महेंद्र सिंह धोनी की स्ट्राइक रेट 138.73 थी। वहीं इस आईपीएल में धोनी की स्ट्राइक रेट 169.23 की है। इसके साथ ही आखिरी ओवर में शानदार बल्लेबाजी करते हुए धोनी एक फिनिशर के रूप में भी टीम का अहम हिस्सा है। धोनी डेथ ओवरों में चेन्नई सुपर किंग्स के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी भी हैं। यदि धोनी अपनी फॉर्म टूर्नामेंट में आने वाले मैचों में भी जारी रखते हैं तो चेन्नई सुपर किंग्स एक बार फिर से खिताब को हासिल कर सकती है। लेखक: विश्वनाथ रेड्डी अनुवादक: हिमांशु कोठारी