#2 कप्तानी का अनुभव
दिनेश कार्तिक के पक्ष में जाने वाली सबसे बड़ी बात उनके पास कप्तानी का अनुभव था। कार्तिक ने अपनी कप्तानी में तमिलनाडु को विजय हजारे ट्राफी 2009-10 में खिताबी जीत दिलायी थी और 2017 के दिलीप ट्रॉफी में भारत रेड का नेतृत्व किया। ऐसे में टीम का नेतृत्व करने के लिए कार्तिक के पास पर्याप्त अनुभव रहा है। यहां तक कि खेल के सबसे छोटे प्रारूप में भी, उन्होंने तमिलनाडु प्रीमियर लीग के 2016 के संस्करण में पैट्रियॉट्स का नेतृत्व करके कप्तानी में अपनी पहचान साबित कर दी है। इसके विपरीत उथप्पा ने पांच साल पहले यानि 2013 में एक छोटी अवधि के लिए भारत ए का नेतृत्व किया था। जिसे छोड़कर उथप्पा के पास किसी बड़े अवसर पर कप्तानी करने का अनुभव नहीं रहा, जो उनके विपक्ष में गया।
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