IPL 2018: इस सीज़न में धोनी की क़ामयाबी के पीछे ये हैं 4 राज़

#2 स्पिनरों पर काउंटर अटैक

अतीत में महेंद्र सिंह धोनी को स्पिन के खिलाफ संघर्ष करते हुए देखा गया है। बल्लेबाजी में धोनी की मुख्य चिंता स्पिन के खिलाफ खेलने की क्षमता थी। विशेष रूप से बाएं हाथ के स्पिनर या कलाई के स्पिनर के खिलाफ खेलने में धोनी असहज महसूस करते थे। स्पिनरों के खिलाफ धोनी ने या तो काफी संघर्ष किया है या अपना विकेट गंवा दिया है। पिछले साल कुलदीप यादव, पियूष चावला और दूसरे कलाई स्पिनरों के आगे धोनी एकदम शांत रहे। लेकिन इस साल धोनी में बिल्कुल बदलाव नजर आ रहा है। इस बार का आईपीएल सीजन जैसे-जैसे आगे बढ़ता जा रहा है, धोनी स्पिन के खिलाफ और बेहतर होते जा रहे हैं। इसके साथ ही उनकी स्ट्राइक रेट भी काफी सुधर गई है। इस सीजन में बैंगलोर के खिलाफ मैच जीतऊ पारी में धोनी ने पवन नेगी की गेंद पर बैक-टू-बैक छक्के लगाए थे और वहीं युजवेंद्र चहल के खिलाफ भी शानदार बल्लेबाजी की थी। स्पिन खेलने को लेकर धोनी की अपनाई गई रणनीति रंग ला रही है और उनकी बल्लेबाजी में काफी सुधार देखने मिल रहा है।