आईपीएल का खुमार धीरे-धीरे क्रिकेट की दुनिया में ही नहीं बल्कि विभिन्न फ्रेंचाइजी के सिर पर भी चढ़ रहा है।अब जबकि रिटेंशन की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है तो सबकी नज़रें नीलामी के दिन पर हैं, जहाँ बाकी खिलाड़ियों की बोली लगेगी। टीमों के पास अपने राईट टू मैच कार्ड का अधिकार इस प्रक्रिया को और दिलचस्प बनायेगा। हालांकि, जैसा कि हमेशा होता आया है, नीलामी में कुछ आश्चर्यजनक फैसले होते रहे हैं और इसलिए आइये हम पांच बड़े नामों पर नजर डालें, जो इस नीलामी में खरीदारों की पसंद पर खरा न उतर पाएं:
# 5 इयोन मोर्गन
सीमित ओवरों के प्रारूप में इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन कभी आईपीएल के मंच पर बड़ी सफलता नही अर्जित कर सके हैं और उनका इस प्रारूप में फॉर्म भी बहुत ही अनियमित है, जिसके कारण फ्रैंचाइजी उनमे कम ही दिलचस्पी लेंगी। एक तथ्य ये भी है कि वह मध्यंक्रम में आते हैं और पारी को खत्म करने में अक्सर असफल होते हैं, यही बात उनके खिलाफ जा सकती है क्योंकि इसबार बहुत से अन्य विकल्प उपलब्ध हैं जो कि अधिक आकर्षक लगते हैं। आईपीएल के 52 मैचों में मोर्गन ने 21.35 की औसत से 854 रन बनाए हैं, जिनमें उनकी स्ट्राइक रेट 121.13 की रही है। ये आंकड़े प्रभावी नही नज़र आते और इसलिए हो सकता है की मोर्गन को कोई खरीदार न मिले।
# 4 एंजेलो मैथ्यूज़
सीमित ओवरों प्रारूप में श्रीलंका के नए कप्तान को आईपीएल नीलामी में निराशा का सामना करना पड़ सकता है। उनके ख़िलाफ़ जो बात जाती है वह ये कि आईपीएल के सभी सत्रों में भाग लेने के बाद भी उन्होंने कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ा। इसके अलावा, वह चोटों के बहुत शिकार रहे हैं, जिनके चलते कोई फ्रेंचाइजी शायद ही उन पर जोखिम उठाए। मैथ्यूज को अक्सर टी-20 में फॉर्म में आने में समय लगता है और आईपीएल टूर्नामेंट में यह उनके खिलाफ जाता है। उनके आईपीएल आंकड़े: 49 मैच में केवल 724 रन हैं, जहां उनका औसत 23.35 और 125.91 का स्ट्राइक रेट है।
संभवतः इस पीढ़ी के सर्वश्रेष्ठ तेज गेंदबाज़ हैं दक्षिण अफ्रीका के डेल स्टेन, हालांकि वह एक निराशजनक समय से गुजर रहे हैं। उनकी चोट की चिंताओं ने उनके करियर को इस प्रकार प्रभावित किया है कि वह अब एक दिन भी मैदान पर बने रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं। भारत की श्रृंखला के लिए राष्ट्रीय टीम में वापसी करने के बाद, स्टेन को दूसरे दिन ही चोट लग गई और एड़ी में चोट के चलते स्टेन श्रृंखला से बाहर हो गये। इसलिए, कोई फ्रैंचाइजी शायद ही उनपर पैसे लगाये, क्योंकि उनकी बार-बार चोट लगने की वजह से लीग में उनकी उपस्थिति में बाधा उत्पन्न हो सकती है। स्टेन के आईपीएल आंकड़ें: 90 मैचों में 25 की औसत से 92 विकेट और 6.72 की इकॉनमी।
# 2 इशांत शर्मा
भारतीय टेस्ट टीम के नियमित सदस्य इशांत शर्मा, रंगीन कपड़ों में राष्ट्रीय टीम में स्थान के लिए संघर्ष करते रहे हैं और आईपीएल नीलामी के बाद वह एक बार फिर निराश हो सकते है क्योंकि आईपीएल फ्रेंचाइजियाँ उनपर दांव लगाना नही चाहेंगी। 2017 में किंग्स इलेवन पंजाब ने मुरली विजय के बदले इन्हें तब खरीदा जब उन्हें नीलामी में कोई खरीदार नही मिला था। इस वर्ष भी यह लंबे क़द का तेज गेंदबाज बिना बिके ही रह सकता है, क्योंकि फ्रैंचाइजी आमतौर पर अधिक कौशल और भिन्नताओं वाले गेंदबाजों को पसंद करती हैं जो इस प्रारूप के अनुकूल हों। उनके आईपीएल आंकड़े: 8.17 की इकॉनमी से 76 मैच में 59 विकेट।
# 1 लसिथ मलिंगा
कुछ समय पहले श्रीलंका का यह गेंदबाज टी -20 क्रिकेट में हर जगह एक सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज़ था, लेकिन अब मलिंगा का फॉर्म और ताकत काफी कम हो गई है। मुंबई इंडियंस ने पहली बार उन्हें रिटेन नही किया है और लगभग तय है कि उन्हें आगामी नीलामी में कोई भी खरीदार नहीं मिलेगा। भारत के खिलाफ हाल ही में संपन्न श्रृंखला में उन्हें श्रीलंका की सीमित-ओवर टीम में भी जगह नही मिली थी। उनकी फिटनेस चिंता की बात है और यह तथ्य कि वह लंबे समय से किसी भी प्रकार की प्रतिस्पर्धी क्रिकेट नहीं खेले हैं, उनके खिलाफ जायेंगे। मलिंगा के आईपीएल आंकड़ें: 19.01 की औसत और 6.86 की इकॉनमी के साथ 110 मैचों में 154 विकेट। लेखक: मनीष पाठक अनुवादक: राहुल पांडे