क्रिकेट का खेल साझेदारियों के मामले में भी काफी महत्वपूर्ण रहता है। अब चाहे साझेदारी बल्लेबाजी में हो या गेंदबाजी में। दोनों ही जगह बेहतरीन साझेदारियां होने से विरोधी टीम को आसानी से मात दी जा सकती है। हालांकि क्रिकेट के खेल में ज्यादातर ध्यान बल्लेबाजी में हुई साझेदारी पर दिया जाता है और गेंदबाजी में हुई साझेदारी को नजरअंदाज कर दिया जाता है। आईपीएल में 10 सीजन बीत चुके हैं और 11वां सीजन शुरू हो चुका है। इस सीजन भी टीमें खिताब के लिए अपनी बेस्ट प्लेइंग इलेवन को मैदान पर उतारने के लिए तैयार हैं। इस टीम में गेंदबाज भी काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे। आईपीएल में गेंदबाज अगर साथी गेंदबाज के साथ मैदान पर कमाल दिखाए तो मैच को अपने पक्ष में करने में आसानी होती है। आईपीएल के 10 सीजन में ऐसा महसूस किया गया है कि मैचों को जीतने के लिए गुणवत्ता वाले गेंदबाजी का संयोजन होना काफी महत्वपूर्ण होता है। आरसीबी की टीम में रनों को रोकने के मामले में गेंदबाजों की एक अच्छी जोड़ी नहीं। जिसके चलते ट्रॉफी के मामले में अब भी आरसीबी के हाथ खाली हैं। आईपीएल में ज्यादा सफल टीमों में हमेशा गेंदबाजों की जोड़ी देखने को मिलेगी। इनमें मलिंगा-बुमराह (मुंबई इंडियंस के लिए), अश्विन-जडेजा (चेन्नई सुपर किंग्स) और भुवी-मुस्तफिजुर (सनराइजर्स हैदराबाद के लिए) जैसे शक्तिशाली गेंदबाजी साझेदार शामिल हैं। इस साल ज्यादातर फ्रेंचाइजी ने इस सबक को ध्यान में रखते हुए गेंदबाजी संयोजन पर भी ध्यान दिया है। आइए जानते हैं आईपीएल 2018 के लिए 5 रोमांचक गेंदबाजी संयोजन के बारे में।
#5 जयदेव उनादकट और जोफ़्रा आर्चर
जोफ़्रा आर्चर और जयदेव उनादकट को राजस्थान रॉयल्स ने क्रमशः 7.2 करोड़ और 11.5 करोड़ रुपये में खरीदा है। राजस्थान रॉयल्स ने अकेले ही गेंदबाजी संयोजन पर अपने बजट का एक चौथाई खर्च किया है। जोफ़्रा तब सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने बिग बैश लीग में होबर्ट हरिकेंस के लिए शानदार गेंदबाजी करते हुए 16 विकेट हासिल किए। इस दौरान इस तेज गेंदबाज की रफ्तार 145kph की बनी रही। उनकी गति और सटीकता के साथ बल्लेबाज को आश्चर्यचकित करने की उनकी क्षमता काफी प्रभावित करती है। वहीं उनादकट अपनी अधिक धीमी गेंदबाजी की भिन्नताओं के लिए जाने जाते हैं। वह आमतौर पर धीमी गति से और ऑफ स्टंप लाइन से गेंद डालकर महत्वपूर्ण विकेट लेने में कामयाब रहते हैं। इस सीजन राजस्थान के लिए उनादकट की धीमी गति और जोफ़्रा की रफ्तार काफी फायदेमंद साबित हो सकती है।
#4 भुवनेश्वर कुमार और बासिल थंपी
पिछले कुछ सीजन से सनराइजर्स को कम स्कोर का सफलतापूर्वक बचाव करते हुए देखा गया है। ऐसा करने में टीम को भुवी और मुस्तफीजुर रहमान की गेंदबाजी से काफी फायदा मिला है। हालांकि इस साल इस जोड़ी में थोड़ा बदलाव आ गया है और भुवनेश्वर का साथ निभाने टीम से बासिल थंपी जुड़ चुके हैं। पिछले सीजन में बासिल थंपी ने गुजरात लायंस के लिए गेंदबाजी की थी। गुजरात के लिए थंपी काफी सफल साबित हुए थे। अपने पहले सीजन में ही उन्होंने डेथ ओवरों में गेंदबाजी की कमान संभाली ली और शानदार प्रदर्शन किया। वहीं भुवनेश्वर कुमार की गेंदबाजी से तो सभी वाकिफ हैं। भुवी अपनी गेंदबाजी में सटीकता, शांति और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं। इस सीजन भुवी और थंपी मिलकर सनराइजर्स हैदराबाद के लिए कमाल दिखा सकते हैं।
#3 इमरान ताहिर और हरभजन सिंह
हरभजन सिंह और इमरान ताहिर को अगर पुरानी रेस के घोड़े कहा जाए तो दोनों ही गेंदबाजों के लिए ये सटीक बैठता है। दोनों ही गेंदबाजों के पास गेंदबाजी का काफी अनुभव है। सीजन 2018 में चैन्नई सुपर किंग्स ने दो साल के बैन के बाद वापसी की है और हरभजन सिंह और इमरान ताहिर को अपने साथ जोड़कर बेहतरीन गेंदबाजी संयोजन कायम किया है। दोनों ही गेंदबाज अपनी फिरकी के दम पर विरोधी बल्लेबाज को पैवेलियन भेजने में माहिर हैं। पिछले सीजन इमरान ताहिर ने आईपीएल में बेहतरीन गेंदबाजी कर सबको प्रभावित किया था। इमरान ताहिर शानदार स्पिन गेंदबाजी के लिए जाने जाते हैं। वह बल्लेबाजों की चालों की भांपने में माहिर हैं। इमरान ताहिर पिछले सीजन राइजिंग पुणे सुपरज्वाइंट्स के साथ शामिल थे। पिछले सीजन में पुणे के फाइनल तक के सफर में इमरान ताहिर की गेंदबाजी का काफी योगदान रहा था। इमरान ताहिर की मध्य ओवरों में विकेट लेने की क्षमता काबिलेतारीफ है। चैन्नई सुपर किंग्स के लिए अब कप्तान महेंद्र सिंह धोनी इमरान ताहिर और हरभजन सिंह की गेंदबाजी जोड़ी का इस्तेमाल विरोधी खेमे को ध्वस्त करने में जरूर करना चाहेंगे।
#2 मुस्तफिजुर रहमान और जसप्रीत बुमराह
मुंबई इंडियंस के पास हमेशा डेथ ओवरों के लिए शानदार गेंदबाज का विकल्प होता है। मलिंगा और बुमराह साथ गेंदबाजी कर मुंबई के लिए आगे की राह काफी आसान कर दिया करते थे। दोनों ही गेंदबाज दबाव को अपने ऊपर हावी नहीं होने देते थे और शानदार प्रदर्शन को बरकरार रखते थे। हालांकि सीजन 2018 मुंबई के लिए थोड़ा अलग होने वाला है क्योंकि इस साल मलिंगा मैदान पर गेंदबाजी करते हुए दिखाई नहीं देंगे। मलिंगा की जगह इस साल मुस्तफिजुर रहमान को मुंबई ने अपने साथ जोड़ा है। मुस्तफिजुर रहमान ने आईपीएल करियर की शुरुआत सनराइजर्स हैदराबाद के लिए खेलते हुए की थी। हैदराबाद के लिए खेलते हुए मुस्तफिजुर रहमान ने शानदार गेंदबाजी कर अपनी छाप छोड़ी थी। मुस्तफिजुर रहमान ने 17 मैचों में हैदराबाद के लिए 17 विकेट हासिल किए हैं। इस दौरान उनकी इकॉनमी रेट 7.14 की रही। वहीं बुमराह निस्संदेह इस समय दुनिया के डेथ ओवरों में सबसे बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं। वह पहले से ही मुंबई के लिए मुख्य गेंदबाज हैं। अब इस सीजन में दोनों गेंदबाजों की साझेदारी कितना रोमांच पैदा करती है ये देखना दिलचस्प होगा।
#1 वॉशिंगटन सुंदर और युजवेंद्र चहल
इस बार की इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी प्रक्रिया में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर अच्छे स्पिन गेंदबाजों को अपने साथ जोड़ना चाहती थी। इसके लिए इसने पियूष चावला, राशिद खान और कुलदीप यादव पर बोली भी लगाई लेकिन उन्हें अपने साथ जोड़ने में असफल रही। इसके बाद आरसीबी ने आरटीएम के जरिए युजवेंद्र चहल को अपनी टीम में शामिल कर लिया और 3.2 करोड़ की कीमत के साथ वाशिंगटन सुंदर को खरीद लिया। अब इस गेंदबाजी संयोजन से इस सीजन आरसीबी अपनी किस्मत बदलने की तैयारी में है। आरसीबी हमेशा पॉवर प्ले (1 से 6 ओवर) में रन रोकने में नाकाम रही है। विशेष रूप से घर पर जहां पिछले सीजन के दौरान वे 8.97 रन प्रति ओवर की दर से लुटाए गए थे। वाशिंगटन सुंदर ने पुणे सुपरज्वाइंट्स के लिए खेलते हुए काफी अच्छा प्रदर्शन किया है। पॉवर प्ले के दौरान सुंदर को बेहतरीन गेंदबाजी करने का अनुभव है। वहीं मध्य ओवरों में चालक गेंदबाजी करने के लिए आरसीबी के पास युजवेंद्र चहल जैसा गेंदबाज है। जो अपनी चालाकी से विरोधी बल्लेबाज को पैवेलियन भेजने में माहिर हैं। जब कभी भी विराट कोहली को किसी बल्लेबाजी साझेदारी को तोड़ने की जरूरत पड़ी है तो युजवेंद्र चहल हमेशा ही विराट के ट्रंप कार्ड साबित हुए हैं। अब आईपीएल सीजन 2018 में सुंदर का इकोनॉमीकल स्पेल और चहल का अटैकिंग स्पेल निश्चित रूप से विराट के चेहरे पर ज्यादा मुस्कान ला सकेगा। लेखक: प्रजवल नागेश अनुवादक: हिमांशु कोठारी