इंडियन प्रीमियर लीग ने टूर्नामेंट की शुरुआत के एक हफ्ते बाद 'ऑरेंज कैप' की अवधारणा पेश की थी। प्रत्येक दिन सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी इस टोपी को पहनकर मैदान में उतरते हैं। टूर्नामेंट के अंतिम दिन लीग में सर्वाधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी को 'ऑरेंज कैप' दी जाती है। आइए जानते हैं ऑरेंज कैप' के बारे में कुछ दिलचस्प बातें:
ऑरेंज कैप पहनने वाले पहले खिलाड़ी
ब्रेंडन मैकुलम ऑरेंज कैप पहनने वाले पहले खिलाड़ी थे। पहले सीज़न के पहले ही मैच में मैकुलम ने शानदार 158 रन बनाए थे और फिर पूरे सीज़न में उन्होंने रन चार्ट में शीर्ष पर रहकर यह कैप अपने नाम की थी। माइकल हसी सूची में दूसरे स्थान पर और वीरेंद्र सहवाग और मैथ्यू हेडन संयुक्त रूप से तीसरे स्थान पर रहे थे।
एक ही खिलाड़ी का दो बार ऑरेंज कैप पर कब्ज़ा
अब तक के इतिहास में केवल आठ अलग-अलग खिलाड़ियों को 'ऑरेंज कैप' से सम्मानित किया गया है। क्रिस गेल और डेविड वार्नर इस पुरस्कार को दो बार जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। सचिन तेंदुलकर 2010 में अपना सम्मान अर्जित करने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे। प्रतियोगिता के दस संस्करणों में केवल तीन भारतीय खिलाड़ियों को यह पुरस्कार मिला था। रॉबिन उथप्पा और विराट कोहली अन्य दो भारतीय थे। अब तक, आईपीएल के इतिहास में केवल आठ अलग-अलग खिलाड़ियों को 'ऑरेंज कैप' मिली है। क्रिस गेल और डेविड वार्नर इस पुरस्कार को दो बार जीतने में सफल हुए हैं वाले एकमात्र खिलाड़ी थे। सचिन तेंदुलकर 2010 में 'ऑरेंज कैप' से सम्मानित होने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी थे। लीग के दस सत्रों में केवल तीन भारतीय खिलाड़ियों (सचिन तेंदुलकर, रॉबिन उथप्पा और विराट कोहली) यह सम्मान हासिल कर पाए हैं।
आंकड़ों का खेल
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने आईपीएल सीज़न 2016 में सिर्फ 16 पारियों में 973 रन बनाकर यह सम्मान जीता था। इसके विपरीत, सनराइज़र्स हैदराबाद के डेविड वार्नर ने आईपीएल सीज़न 2015 में केवल 562 रन बनाकर यह सम्मान हासिल किया। मौजूदा टीमों में से, आरसीबी के खिलाड़ियों ने सबसे अधिक बार (तीन बार) ऑरेंज कैप पर कब्ज़ा जमाया है। चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइज़र्स हैदराबाद के खिलाड़ियों ने दो बार और दिल्ली डेयरडेविल्स और राजस्थान रॉयल्स के खिलाड़ियों को छोड़कर, बाकी सभी टीमों ने कम से कम एक बार यह सम्मान हासिल किया है।
कैप को लगातार रखा रिटेन
क्रिस गेल सफलतापूर्वक लगातार दो सत्रों में इस कैप पर कब्ज़ा जमाए रखने वाले पहले और आख़िरी खिलाड़ी हैं। आईपीएल सीज़न 2011 में, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने चोटिल डर्क नेंस के प्रतिस्थापन खिलाड़ी के रूप में क्रिस गेल को टीम में शामिल किया था और विंडीज़ खिलाड़ी ने उस सीज़न में सिर्फ 12 पारियों में 608 रन बनाकर ऑरेंज कैप पर अपना कब्ज़ा जमा लिया था। उनकी टीम के साथी विराट कोहली सूची में दूसरे स्थान पर थे और कोहली ने 16 पारियों में 557 रन बनाए थे। आईपीएल सीज़न 2012 में, आरसीबी ने गेल को टीम में बरकरार रखा। गेल ने सीजन को फिर वहीं से शुरू किया जहां से उन्होंने 2011 में छोड़ा था। इस बार उन्होंने 14 पारियों में 733 रन बनाए और सूची में दूसरे खिलाड़ी (गौतम गंभीर) ने 17 पारियों में 590 रन बनाए थे। क्रिस गेल एक आईपीएल सत्र में 700 से ज़्यादा रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने और वह 'ऑरेंज कैप' को लगातार दो सत्रों में रिटेन करने वाले एकमात्र खिलाड़ी भी बन गए।
ऑरेंज कैप के साथ जीता ख़िताब
रॉबिन उथप्पा आईपीएल सीज़न 2014 में केकेआर की ख़िताबी जीत के सूत्रधार रहे थे। हालाँकि यह ज़रूरी नहीं कि आईपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी की टीम ही ख़िताब जीते लेकिन रोबिन उथप्पा उन बल्लेबाज़ों में शामिल हैं जिन्होंने ऑरेंज कैप के साथ-साथ टूर्नामेंट का ख़िताब भी अपने नाम किया। कोलकाता नाइट राइडर्स के रॉबिन उथप्पा इस दुर्लभ उपलब्धि को हासिल करने वाले एकमात्र खिलाड़ी थे। 2014 के सत्र में, उथप्पा के उत्कृष्ट फॉर्म ने केकेआर को तीन साल में अपनी दूसरी ट्रॉफी जीतने में मदद की। टूर्नामेंट के सातवें संस्करण में उथप्पा ने 16 पारियों में शानदार 660 रन बनाए और वह सचिन तेंदुलकर के बाद ऑरेंज कैप पर कब्ज़ा जमाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बने थे। लेखक: सुयांबू लिंगम अनुवादक: आशीष कुमार