IPL 2018 : राइट टू मैच के ज़रिए रिटेन किए गए 5 सबसे बेहतरीन खिलाड़ी

आईपीएल टूर्नामेंट शुरू हुए 10 साल बीत चुके हैं। जिस तरह इंसानी रिश्तों की चमक वक़्त के साथ धुंधली पड़ जाती है, वैसे ही किसी टीम के फ़ैस भी सीज़न दर सीज़न अपनी पसंद बदलते रहते हैं। इसी वजह से बीसीसीआई ने साल 2014 में पहली बार रिटेंशन पॉलिसी और राइट टू मैच कार्ड को आईपीएल में लाया, ताकि कुछ खिलाड़ी टीम में बरक़रार रखे जा सकें। साल 2018 में भी इस नियम को दोबारा शामिल किया गया। रिटेंशन के नियमों के तहत एक टीम ज़्यादा से ज़्यादा 5 खिलाड़ियों को ही रिटेन कर सकती है, जिसमें राइट टू मैच कार्ड का विकल्प शामिल है। उन 5 खिलाड़ियों में से 3 कैप्ड प्लेयर, 2 अनकैप्ड प्लेयर और 2 विदेशी खिलाड़ी होना ज़रूरी है। इस नियम की वजह से हर टीम खिलाड़ियों को रिटेन करने के लिए रणनीति बनाती है, जिससे कम ख़र्च में अच्छे खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सके। हम यहां राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किए जाने 5 सबसे बेहतरीन खिलाड़ियों की चर्चा कर रहे हैं:

#5 शिखर धवन

जब से शिखर धवन ने सनराइज़र्स हैदराबाद टीम के लिए खेलना शुरू किया है वो एक बेहतरीन टी-20 खिलाड़ी बन गए हैं। पिछले 2 आईपीएल सीज़न में उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 35 से ज़्यादा रहा है। भले ही शिखर धवन भारतीय टेस्ट टीम से बाहर हो गए हैं लेकिन जब भी सीमित ओवर की टीम का सेलेक्शन होता है तो ओपनिंग बल्लेबाज़ के लिए चयनकर्ताओं की पहली पसंद शिखर ही होते हैं। शिखर धवन ने डेविड वॉर्नर के साथ ओपनिंग करते हुए सनराइज़र्स हैदराबाद को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है। दोनों मिलकर तेज़ी से शुरुआती रन बनाते हैं और टीम को मज़बूती देते हैं। यही वजह है कि सनराइज़र्स हैदराबाद टीम ने धवन को 5.2 करोड़ की क़ीमत में आरटीएम कार्ड के ज़रिए रिटेन किया है।

#4 कगिसो रबाडा

दक्षिण अफ़्रीका के युवा गेंदबाज़ कगिसो रबाडा के लिए भारतीय सरज़मी काफ़ी मुफ़ीद रही है। रबाडा ने मोहाली के पीसीए स्टेडिम में अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी। वहां से इस खिलाड़ी ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा। पिछली बार दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने रबाडा को नीलामी में ख़रीदा था, लेकिन उन्हें ज़्यादा मैच खेलने का मौक़ा नहीं मिला। उन्होंने 6 मैच में 6 विकेट हासिल किए थे। ऐसा लगता है कि दिल्ली डेयरडेविल्स ने रबाडा के हुनर को अच्छी तरह पहचान लिया है, इसलिए राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए उन्हें 4.2 करोड़ में रिटेन किया है। रबाडा यॉर्कर गेंद फेंकने में माहिर हैं, वो किसी भी बल्लेबाज़ के दिलों में ख़ौफ़ पैदा कर सकते हैं।

#3 अजिंक्य रहाणे

हाल में साउथ अफ़्रीका के ख़िलाफ़ हुई टेस्ट सीरीज़ में अजिंक्य रहाणे को सबसे कमतर आंका जा रहा था। अगर पिछले साल के आईपीएल में उनके प्रदर्शन को देखें तो ये कहा जा सकता है कि पिछला आईपीएल सीज़न उनके लिए बेहद बुरा रहा था। हांलाकि इतने बुरे सीज़न बीतने के बाद भी उनका औसत 35 के क़रीब रहा था। इस साल रहाणे अपनी पुरानी टीम राजस्थान रॉयल्स में वापस लौट गए हैं, जहां से उन्होंने अपने हुनर को तराशा था। रहाणे को लेकर सबसे अच्छी बात ये है कि हो एकदम शांत स्वभाव के हैं। स्टीवन स्मिथ की ग़ैरमौजूदगी में वो राजस्थान टीम की कमाल संभाल सकते हैं। वो टीम के लिए बैक-अप कप्तान की तरह काम कर सकते हैं। राजस्थान रॉयल्स टीम ने उन्हें राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए 4 करोड़ में रिटेन किया है।

#2 युज़वेंद्र चहल

मौजूदा दौर में युज़वेंद्र चहल स्पिन गेंदबाज़ी के लिए टीम इंडिया की पहली पसंद हैं। वो कुछ चुंनिंदा प्रजाति के गेंदबाज़ हैं जिन्होंने लेग स्पिन गेंदबाज़ी की कला को ज़िंदा रखा है। वो पिछले कुछ आईपीएल सीज़न से आरसीबी टीम के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने अपनी शानदार गेंदबाज़ी से विराट कोहली का दिल जीत लिया। यही वजह रही के उन्हें भारतीय वनडे टीम में खेलने का मौक़ा मिला। चहल किसी भी हालात में गेंदबाज़ी करने से नहीं घबराते। इसके अलावा वो डेथ ओवर में नई बॉल से शानदार गेंदबाज़ी की कला को अच्छी तरह जानते हैं। वो विकेट निकालने में माहिर हैं जिससे वो विपक्षी टीम की कमर तोड़ देते हैं। आरसीबी टीम ने आरटीएम कार्ड के ज़रिए चहल को 6 करोड़ रुपये में रिटेन किया है।

#1 क्रुणाल पांड्या

आईपीएल में कुछ चुनिंदा अनकैप्ड खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने काफ़ी नाम कमाया है, क्रुणाल पांड्या उनमें से एक हैं। वो हार्दिक पांड्या के बड़े भाई हैं। क्रुणाल ने अपने हरफ़नमौला खेल से हर किसी को अपना दीवाना बना लिया है। वो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाते हैं। साल 2016 में क्रुणाल को मुंबई इंडियंस टीम ने 2 करोड़ रुपये में ख़रीदा था। उन्होंने अपने शानदार खेल से मुंबई के इस फ़ैसले को सही साबित किया था। इस साल आईपीएल नीलामी के दौरान मुंबई ने क्रुणाल को 8.8 करोड़ रुपये में राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किया है। लेखक – सक्षम मिश्रा अनुवादक – शारिक़ुल होदा

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