IPL 2018: 5 विदेशी खिलाड़ी जिन्हें शायद प्लेइंग-XI में जगह नहीं मिल पाए

आईपीएल का 11वां सीज़न 7 अप्रैल से शुरू होने जा रहा है। हर टीम के पास ज़्यादा से ज़्यादा 8 विदेशी खिलाड़ी हो सकते हैं। इन में से कई खिलाड़ियों का अपनी राष्ट्रीय टीम में शानदार करियर रहा होगा, तो कई खिलाड़ी ऐसे हैं जिनका घरेलू टी-20 रिकॉर्ड बेहतरीन है। ये बात भी ध्यान रखने वाली है कि कोई भी टीम प्लेइंग इलेवन में ज़्यादा से ज़्यादा 4 विदेशी खिलाड़ियों को शामिल कर सकती है। ऐसे में कई ऐसे विदेशी खिलाड़ी हैं जो शायद टीम के लिए खेलने से महरूम रह जाएं हम यहां उन 5 विदेशी स्टार खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें शायद आईपीएल 2018 में प्लेइंग-XI में जगह न मिले।

#5 मोईन अली

इंग्लिश टीम के ऑलराउंडर मोईन अली को इस साल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने ने 1.7 करोड़ रुपये में ख़रीदा था। मोईन को ख़राब फ़ॉर्म की वजह से न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ आख़िरी टेस्ट में जगह नहीं मिल पाई थी। इससे पहले वो लगातार 2-3 साल से राष्ट्रीय टीम के अहम सदस्य थे। अली टी-20 के स्टार खिलाड़ी नहीं रहे हैं लेकिन उनके पास बड़े शॉट लगाने का हुनर मौजूद है, उनकी गेंदबाज़ी ही उनका हथियार है। इसके बावजूद वो बैंगलौर टीम में बतौर वैकल्पिक खिलाड़ी के तौर पर मौजूद रहेंगे, क्योंकि इस टीम के पास स्पिन बॉलिंग और ऑलराउंड खेल के लिए कई विकल्प मौजूद हैं, जैसे कॉलिन डी ग्रैंडहोम और क्रिस वोक्स। अली को अपनी बारी के लिए इंतज़ार करना पड़ सकता है। टी-20 के आंकड़े मैच 109, रन 2139, औसत 22.51, स्ट्राइक रेट 128.85, शतक 0, अर्धशतक 11 विकेट 69, इकॉनमी रेट 7.38, औसत 26.79

#4 मुस्तफ़िज़ुर रहमान

इस युवा बांग्लादेशी तेज़ गेंदबाज़ को मुंबई इंडियंस टीम में शामिल किया गया है। उनकी गेंदबाज़ी में विविधता देखने को मिलती है, उनके रिकॉर्ड्स बताते हैं कि वो टी-20 के माहिर खिलाड़ी हैं। हांलाकि वो कई बार चोट का शिकार हुए हैं, लेकिन आज वो अच्छे फ़ॉर्म में चल रहे हैं। इन सब के बावजूद प्लेइंग इलेवन में उनका शामिल होना मुश्किल लग रहा है, क्योंकि इस टीम में बॉलर के तौर पर पैट कमिंस और जसप्रीत बुमराह मौजूद हैं। दूसरे और तीसरे विदेशी खिलाड़ी तौर पर एविन लुईस और काइरोन पोलार्ड हैं। बेन कटिंग और जेपी डुमिनी में से कोई एक खिलाड़ी चौथे विदेशी क्रिकेटर के तौर पर खेल सकता है। ऐसे में मुस्तफ़िज़ुर का खेल पाना मुश्किल लग रहा है। टी-20 के आंकड़े मैच 64, विकेट 78, इकॉनमी रेट 6.94, औसत 21.00

#3 ट्रेंट बोल्ट

ट्रेंट बोल्ट कीवी टीम के तेज़ गेंदबाज़ हैं, वो न्यूज़ीलैंड के उन 6 खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने टेस्ट में 200 विकेट हासिल किए हैं। उनकी गेंद को स्विंग कराने की क्षमता कमाल की है। दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 2.2 करोड़ रुपये में ख़रीदा है। टीम में कगिसो रबाडा, क्रिस मॉरिस, कॉलिन मुनरो और ग्लेन मैक्सवेल के बाद किसी और खिलाड़ी की जगह नहीं बचेगी। अगर बतौर गेंदबाज़ रबाडा और बोल्ट में से किसी एक को चुनना हो तो रबाडा ही बेहतर विकल्प होंगे। टी-20 के आंकड़े मैच 74, विकेट 80, इकॉनमी रेट 8.3, औसत 27.31

#2 क्रिस गेल

गेल को ‘युनिवर्स बॉस’ भी कहा जाता है, इस साल उन्हें किंग्स-XI पंजाब ने 2 करोड़ की बेस प्राइस में ख़रीदा है। गेल को नीलामी के आख़िरी दौर में ख़रीदा गया है, इससे ये साबित होता है कि गेल कभी भी इस टीम के पहले विकल्प नहीं हो सकते हैं। गेल को ओपनिंग पसंद है, लेकिन इस स्थान के लिए केएल राहुल, मयंक अग्रवाल और करुण नायर पहले से ही मौजूद हैं। इसके अलावा पंजाब में आरोन फिंच भी हैं जो अपनी राष्ट्रीय टीम में ओपनिंग करते हैं और अभी अच्छे फ़ॉर्म में चल रहे हैं। ऐसे मे गेल को प्लेइंग इलेवन में जगह मिल पाना मुश्किल है। टी-20 के आंकड़े मैच 323, रन 11068, औसत 40.69, स्ट्राइक रेट 148.98, शतक 20, अर्धशतक 67

#1 ब्रेंडन मैकुलम

ब्रेंडन मैकुलम ने साल 2008 में आईपीएल के पहले ही मैच में शानदार 158 रन की पारी खेली थी और आज भी वो अपनी बल्लेबाज़ी से आग लगाने की ताक़त रखते हैं। वो टी-20 के एक कामयाब खिलाड़ी हैं। आरसीबी टीम ने उन्हें 3.6 करोड़ रुपये में ख़रीदा है। टीम में ब्रेंडन मैकुलम की जगह युवा खिलाड़ी क्विंटन डी कॉक को जगह मिल सकती है जो टीम को तेज़ शुरुआत दे सकते हैं और विकेटकीपिंग भी कर सकते हैं। इस टीम में एबी डीविलियर्स और ऑलराउंडर कॉलिन डी ग्रैंडहोम भी मौजूद हैं ऐसे में ब्रेंडन मैकुलम के लिए प्लेइंग इलेवन में जगह बना पाना मुश्किल लग रहा है। हो सकता है कि अगर कोई विदेशी खिलाड़ी टीम के लिए बेहतर प्रदर्शन न कर पाए तो बाद में ब्रेंडन मैकुलम को मौका मिल सकता है लेकिन फ़िलहाल उनके पास इंतज़ार के अलावा कोई विकल्प नहीं है। टी-20 के आंकड़े मैच 323, रन 8992, औसत 30.90, स्ट्राइक रेट 137.72, शतक 7, अर्धशतक 47 लेखक- रोहित पित्रे अनुवादक – शारिक़ुल होदा