इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने कई खिलाड़ियों के घटते करियर ग्राफ को ऊँचा उठाने का काम किया है। पिछले दस वर्षों में आईपीएल की लोकप्रियता में लगातार बढ़ोतरी हुई है और कई घरेलू और विदेशी खिलाड़ियों को आईपीएल के अपने प्रदर्शन के दम पर अपनी राष्ट्रीय टीम में जगह मिली है। इस वजह से आईपीएल विदेशी खिलाड़ियों के आकर्षण का केंद्र रहा है। हालांकि, राजनीतिक तनाव के कारण भारत के प्रतिद्वंद्वी राष्ट्र (पाकिस्तान) के खिलाड़ियों का इस लीग में हिस्सा लेना वर्जित है। लेकिन आईपीएल के पहले सीज़न में कई पाक खिलाड़ियों ने इस लीग में हिस्सा लिया था। तो आइये जानते हैं उन पाकिस्तानी खिलाड़ियों के बारे में जो आईपीएल सीज़न 2008 में इस लीग का हिस्सा थे।
शोएब मलिक
भारत में सबसे ज़्यादा लोकप्रिय पाकिस्तानी क्रिकेटरों में से एक, शोएब मलिक लीग के पहले सीज़न में दिल्ली डेयरडेविल्स का हिस्सा थे। टेनिस स्टार सानिया मिर्जा से विवाहित, शोएब मलिक से भारतीय क्रिकट प्रशंसक भली भांति परिचित हैं। हालांकि, दिल्ली की और से खेलते हुए उन्होंने निराशाजनक प्रदर्शन किया था । दिल्ली की ओर से खेले सात मैचों में वह केवल 13 की औसत के साथ 52 रन ही बना सके थे। गेंदबाज़ी में भी उन्होंने सिर्फ दो विकेट हासिल किये थे । उस समय के सबसे लोकप्रिय विदेशी खिलाड़ियों में से एक होने के नाते, मलिक के पास अपनी क्षमता दिखाने का अच्छा मौका था, लेकिन वह ऐसा करने में असफल रहे।
मिस्बाह उल हक़
पाकिस्तान के दिग्गज बल्लेबाज़ मिस्बाह उल हक़ को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में प्रसिद्धि तब मिली, जब उन्होंने 2007 में विश्व कप टी -20 फाइनल में जीत के लिए बड़ा शॉट खेलने के चक्कर में अपना विकेट गवाँ दिया और मैच भारत की झोली में चला गया। उस मैच का रोमांच आज भी कई भारतीयों के दिमाग में ताज़ा है। आईपीएल की बात करें तो मिस्बाह पहले सीज़न में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेले थे लेकिन अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर पाए। उन्होंने 8 मैचों में 17 की औसत से महज 117 रन बनाए। बाद में, मिस्बाह ने पाकिस्तानी टीम की कप्तानी की लेकिन वह क्रिकेट के फटाफट प्रारूप में कभी कुछ खास नहीं कर पाए।
सोहेल तनवीर
सोहेल तनवीर आईपीएल इतिहास में सबसे सफल पाकिस्तानी खिलाड़ी रहे हैं। बाएं हाथ के इस मध्यम तेज गेंदबाज को राजस्थान रॉयल्स ने अपने गेंदबाज़ी आक्रमण को मजबूती प्रदान करने के लिए टीम में शामिल किया था और सोहेल ने अपेक्षा अनुरूप ही प्रदर्शन किया। उन्होंने अपनी टीम के लिए 11 मैचों में 6.46 की किफायती इकोनॉमी रेट से 22 विकेट लिए थे। आईपीएल के शुरुआती सीज़न में अपने शानदार प्रदर्शन से उन्होंने पर्पल कैप हासिल की और टीम की ख़िताबी जीत के सूत्रधार बने। आईपीएल के इतिहास में उनका बनाया हुआ 6/14 का जादुई रिकार्ड आज भी कायम है।
शोएब अख़्तर
अपने समय के सबसे विवादास्पद खिलाड़ियों में से एक शोएब अख्तर को विरोधी टीम पर अपनी गेंदबाज़ी से कहर बरपाने के लिए जाना जाता है। उन्हें 2008 में आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स द्वारा अपनी टीम में शामिल किया गया था। 'रावलपिंडी एक्सप्रेस',के नाम से जाने जाते शोएब अख्तर अपने मित्र शाहरुख खान की टीम का हिस्सा बनकर काफी खुश थे। उन्होंने कोलकाता के लिए अपना पहला मैच खेलते हुए दिल्ली डेयरडेविल्स की बल्लेबाजी लाइनअप को को तहस नहस कर दिया था और सिर्फ तीन ओवरों के अपने स्पेल में 4-विकेट लिए थे। हालांकि, वह लीग में चोटों की वजह से केवल 3 मैचों ही खेल सके और उनके नाम पर केवल चार विकेट दर्ज हैं ।
शाहिद आफ़रीदी
शाहिद आफरीदी टी -20 में अपने समय के स्टार खिलाडी रहे हैं। "बूम-बूम" आफरीदी के नाम से जाने जाते इस खिलाड़ी ने 2007 के टी 20 विश्व कप के फाइनल में मिली हार को भुलाते हुए पाकिस्तान को 2009 में इस प्रारूप में विश्व कप का ख़िताब जिताया था। आईपीएल के पहले सीज़न में आफरीदी ने डेक्कन चार्जर्स की तरफ से अपना पहला मैच खेला था। हालाँकि पाकिस्तानी ऑलराउंडर ने बल्ले से निराशाजनक प्रदर्शन किया और 10 मैचों में केवल 81 रन बनाए थे। गेंदबाज़ी में उन्होंने सिर्फ नौ विकेट हासिल किए लेकिन कुल मिलाकर अफरीदी अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सके और उसके बाद उन्हें कभी आईपीएल में खेलने का मौका नहीं मिला। लेखक: ब्रोकन क्रिकेट अनुवादक: आशीष कुमार