#3 रविंद्र जडेजा
उनके हरफ़नमौला हुनर पर किसी को भी शक नहीं हो सकता, वो गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाने का दम खम रखते हैं। भले ही वो चेन्नई टीम के अहम खिलाड़ी रहे हैं फिर भी टीम मैनेजमेंट उनको बरक़रार नहीं रखना चाहेगा क्योंकि रविंद्र जडेजा को राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए भी दोबारा टीम में लाया जा सकता है। अगर चेन्नई टीम के मालिक उन्हे बरक़रार रखना चाहेंगे तो उनको 7 करोड़ रुपये चुकाने होंगे, महेंद्र सिंह धोनी और सुरेश रैना को बरक़रार रखने के बाद टीम रविंद्र जडेजा पर इतनी ज़्यादा रक़म नहीं ख़र्च करेगी। तीसरे खिलाड़ी के तौर पर वो हरफ़नमौला विदेशी क्रिकेटर ड्वेन ब्रावो के बारे में सोच सकती है। नियम के मुताबिक एक टीम अपने 3 ही पुराने खिलाड़ी को बरक़रार रख सकती है। चेन्नई टीम अपने इस विकल्प का सबसे बेहतर इस्तेमाल करेगी और ऐसे खिलाड़ी को चुनेगी जो किफ़ायती भी हो और अच्छा प्रदर्शन भी करें। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जडेजा का मौजूदा प्रदर्शन ऐसा है कि वो सीधे नीलामी के लिए ख़ुद को तैयार करें और ज़्यादा क़ीमत में बिक जाए। ऐसे में देखना होगा कि वो किस टीम का हिस्सा बन पाते हैं।