कगिसो रबाडा काफी समय से व्यस्त रहे हैं क्योंकि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में बहुत कड़ी मेहनत की है। रबाडा हाल के समय में दक्षिण अफ्रीका के लिए सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ियों में से एक रहे हैं, लेकिन अपने करियर में बहुत सारे उतार-चढ़ाव के दौर से भी रबाडा गुजर रहे हैं, जहां अब उन्हें चोट लग गयी है। इस आक्रामक तेज गेंदबाज ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में संपन्न श्रृंखला में 23 विकेट झटके थे, जिसके बाद उन्होंने मैन ऑफ़ द सीरीज का अवार्ड भी जीता। रबाडा ने दक्षिण अफ्रीका के लिए इस सीज़न में सबसे ज्यादा गेंदबाजी की है। नतीजतन, इस तेज गेंदबाज को चौथे टेस्ट में पीठ में दर्द का सामना करना पड़ा था और अब वह 2018 के आईपीएल से भी बाहर हो चुके हैं। यहाँ हम ऐसे 5 खिलाड़ियों पर नजर डाल रहे हैं, जो दिल्ली डेयरडेविल्स टीम में रबाडा की जगह ले सकते हैं।
# 5 जेसन होल्डर
विंडीज के कप्तान जेसन होल्डर आईपीएल नीलामी में 1.5 करोड़ रुपये के आधार मूल्य के बावजूद किसी भी टीम को आकर्षित करने में विफल रहे। लेकिन इस ऑलराउंडर के हालिया फॉर्म के चलते उन्हें अब आईपीएल में खेलने का मौक़ा मिल सकता है। होल्डर ने पिछले आईपीएल में निराशाजनक प्रदर्शन किया था और उन्होंने 11 मैचों में केवल 5 विकेट लिए थे और बल्ले से भी उनके आंकड़े साधारण रहे हैं। उन्होंने 5 पारियों में 7.6 की औसत से 38 रन बनाए थे। 26 वर्षीय इस खिलाड़ी ने हाल ही में ज़िम्बाब्वे में हुए वर्ल्ड कप क्वालीफायर में विंडिज को फाइनल तक का पहुँचाने में नेतृत्व किया। होल्डर ने विश्व कप क्वालीफायर में 15 विकेट लिए और पापुआ न्यू गिनी के खिलाफ नाबाद 99 रनों के साथ दो अर्धशतक भी बनाए।
# 4 टाइमल मिल्स
टाइमल मिल्स ने 2017 में आईपीएल नीलामी में हर किसी को चकित किया था, जब उन्हें रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 12 करोड़ रुपये की बड़ी राशि देकर खरीदा था। बाएं हाथ का यह गेंदबाज़ अपने मूल्य के साथ न्याय करने में नाकाम रहा क्योंकि उन्होंने 5 मैचों में केवल 5 विकेट लिए हैं, वो भी एक उच्च इकॉनमी दर से। वह अपनी गेंदबाज़ी के दौरान गति के साथ बल्लेबाजों को आश्चर्यचकित करने की क्षमता के लिए जाने जाते है। मिल्स ने 85 टी 20 मैचों में 94 विकेट लिए हैं, अपने आईपीएल करियर की एक ख़राब शुरुआत के बाद, 25 वर्षीय यह खिलाड़ी इस साल की नीलामी में किसी भी फ्रैंचाइजी को आकर्षित करने में असफल रहा।
# 3 जेम्स फॉक्नर
ऑस्ट्रेलिया के जेम्स फ़ॉक्नर को उनके फार्म में गिरावट का सामना करना पड़ा है जिसके कारण वह हाल के दिनों में ऑस्ट्रेलिया की एकदिवसीय टीम में जगह बनाने में भी नाकाम रहे हैं। फ़ॉक्नर के नाम 2013 में एक यादगार आईपीएल सीजन रहा जहाँ उन्होंने 16 मैचों में 28 विकेट लिए थे। लीग के 2016 और 2017 संस्करण में उन्हें ख़ास सफलता नही मिली और 15 मैचों में केवल 8 विकेट हासिल किए थे। उन्होंने आईपीएल में ही सबसे पहले एक शानदार प्रदर्शन के बाद बड़े स्तर पर अपने आगमन की घोषणा की और यह खिलाड़ी मौका मिलने पर दोबारा वापसी करना पसंद करेगा। टीम में फ़ॉक्नर के होने से टीमों को अतिरिक्त लाभ मिलता है क्योंकि इस खिलाड़ी की बल्लेबाजी की क्षमता टी 20 क्रिकेट में उपयोगी हो सकती है।
# 2 मोर्ने मोर्केल
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथा टेस्ट मैच मोर्ने मोर्कल का अंतिम अंतरराष्ट्रीय मैच था क्योंकि इस लंबे कद वाले तेज गेंदबाज ने श्रृंखला से पहले अपने संन्यास की घोषणा की थी। वह इस श्रृंखला में 300 टेस्ट विकेट के मील का पत्थर तक पहुंच गये, जिसके बाद उन्होंने इस काउंटी सीजन में खेलने के लिए सरे क्रिकेट क्लब से एक समझौते पर हस्ताक्षर किए। 2012 में मोर्केल के नाम एक बेहतरीन आईपीएल था जिसमें उन्होंने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए पर्पल कैप जीतते हुए 25 विकेट लिए थे और उन्होंने अभी तक 70 आईपीएल मैचों में 77 विकेट लिए हैं। यह दक्षिण अफ्रीका गेंदबाज़ टीम के रबाडा के बिलकुल उपयुक्त स्थापन हो सकते हैं।
# 1 डेविड विली
डेविड विली का नाम उनके हालिया उत्कृष्ट प्रदर्शन के चलते सभी की नज़र में आया। इंग्लैंड का ये आलराउंडर ने टी -20 क्रिकेट में सबसे अधिक कम आंके जाने वाले खिलाड़ियों में से एक है और 28 साल के इस खिलाड़ी का नीलामी में किसी भी फ्रैंचाइजी को नहीं आकर्षित कर पाना आश्चर्यचकित था। विली ने 147 टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 143 विकेट लिए हैं और 142.55 के एक अभूतपूर्व स्ट्राइक रेट के साथ 2097 रन बनाये हैं। उन्हें एक पिंच हिटर के तौर पर भी इस्तेमाल किया जा सकता है या बल्लेबाज़ी की शुरुआत करने की भी क्षमता उनके पास है, जिससे वह एक खतरनाक खिलाड़ी बन सकते हैं। वह अभी तक आईपीएल में शामिल नहीं हुए हैं लेकिन भारत में उनके रिकॉर्ड प्रभावशाली है। विली भारत में हुए वर्ल्ड टी20 2016 में सफल रहे थे, जब इंग्लैंड ने टूर्नामेंट के फाइनल में जगह बनाई थी। रबाडा को चोट लगने की स्थिति में अब उन्हें भी आजमाया जा सकता है। लेखक: शिव धवन अनुवादक: राहुल पांडे