IPL 2018: 5 खिलाड़ी जो अगले सीज़न में कोलकाता नाइट राइडर्स का बन सकते हैं हिस्सा

इस वर्ष के इंडियन प्रीमियर लीग के अंतिम क्वालीफायर में सनराइजर्स हैदराबाद और कोलकाता नाइट राइडर्स के बीच हुए मैच में एक आम समस्या को देखा गया जिसने इस साल सभी टीमों को प्रभावित किया है। अक्सर एक टीम लक्ष्य का पीछा करते हुए एक-दो विकेट जल्दी खोने के बाद ढेर हो जाती है। ऐसा देखा गया कोलकाता नाइट राइडर्स बनाम सनराइज़र्स हैदराबाद के मुकाबले में जहाँ केकेआर का मध्य क्रम रनों का पीछा करते हुए 174 रनों के आसान लक्ष्य को प्राप्त नहीं कर पाया और वे 14 रन से यह मैच हार गए। कोलकाता नाइट राइडर्स एक बेहतरीन टीम है लेकिन ऐसे प्रदर्शन से टीम का मनोबल निश्चित रूप से गिरा होगा। ऐसे में केकेआर को अगले साल के आईपीएल के लिए टीम में कुछ फेरबदल करने की ज़रूरत है। तो आइए जानते हैं उन 5 खिलाड़ियों के बारे में जिन्हें केकेआर टीम प्रबंधन अगले साल के आईपीएल के लिए टीम में शामिल करने पर विचार कर सकता है।

डेविड मिलर

डेविड मिलर पिछले कुछ सत्रों में किंग्स-XI पंजाब का नियमित हिस्सा रहे हैं। अभी तक वह केवल एकमात्र फ्रैंचाइजी के लिए खेले हैं लेकिन इस सीज़न में उनकी टीम किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें सिर्फ 3 मैच खेलने का मौका दिया। पिछले एक दशक से किंग्स इलेवन पंजाब का नियमित हिस्सा रहने वाले मिलर इस आईपीएल सीज़न से तो लगभग ग़ायब ही रहे जैसे कि वह लीग में खेल ही ना रहे हों। ऐसे में यह आक्रामक बल्लेबाज़ केकेआर में शामिल हो सकते हैं। जैसे कि आशंका है, पंजाब फ्रेंचाइजी अगले साल की आईपीएल नीलामी में उन्हें टीम में रिटेन नहीं करती तो वह निश्चित रूप से कोलकाता टीम प्रबंधन उन्हें अपनी टीम में शामिल करने पर विचार कर सकता है।

काइरोन पोलार्ड

काइरोन पोलार्ड आईपीएल में मुंबई इंडियंस का नियमित हिस्सा रहे हैं और उनका टीम से बाहर जाना लगभग नामुमकिन सा लगता है लेकिन क्रिस गेल के बारे में भी हमारी यही राय थी। रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तरफ से खेलने वाले गेल के बारे में कोई नहीं कह सकता था कि वह कभी टीम से बाहर होंगे लेकिन उनके गिरते प्रदर्शन को देखते हुए आरसीबी ने उन्हें टीम से बाहर कर दिया और इस सीज़न में उन्होंने पंजाब की तरफ से खेला। ऐसा ही कुछ पोलार्ड के साथ भी हो सकता है। पोलार्ड इस सीज़न में अपनी खराब फॉर्म से जूझते दिखे हैं। एक अच्छे ऑलराउंडर होने के बावजूद उन्हें केवल एक बल्लेबाज के रूप में इस्तेमाल किया गया और उसमें भी वह उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाए।

डेल स्टेन

चोट के कारण डेल स्टेन काफी समय से अपनी राष्ट्रीय टीम बाहर चल रहे हैं और इसी कारण इस साल के इंडियन प्रीमियर लीग में भी उनका खेलना मुमकिन ना हो सका। हालांकि, दक्षिण अफ्रीका के इस तेज़ गेंदबाज़ को श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में अपनी वापसी की उम्मीद है। कई क्रिकेट पंडितों का ख़्याल है कि अब उनके संन्यास का वक्त आ गया है लेकिन स्टेन का कहना है कि उनमें अभी काफी क्रिकेट बची है और वह आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2019 में भी खेलने चाहेंगे। स्टेन एक असाधारण तेज गेंदबाज़ है और वर्तमान समय में उनकी गिणती महानतम गेंदबाज़ों में होती है। वह अकेले दम पर टीम को जीत दिलाने का माद्दा रखते हैं। केकेआर के तेज़ गेंदबाज़ मिशेल जॉनसन ने इस सीज़न बहुत ही ख़राब प्रदर्शन किया है, ऐसे में टीम प्रबंधन स्टेन जैसे विश्वस्तरीय गेंदबाज़ को अगले आईपीएल में अपनी टीम में शामिल कर अपने गेंदबाज़ी आक्रमण की कमान उन्हें सौंप सकता है।

इयोन मोर्गन

इंग्लैंड के धाकड़ बल्लेबाज़ इयोन मोर्गन किसी परिचय के मोहताज नहीं है। अपनी तकनीक और आक्रामक शैली के लिए जाने जाते मॉर्गन को टीम में शामिल कर केकेआर टीम प्रबंधन अपने मध्य-क्रम को मजबूती प्रदान कर सकता है। मॉर्गन को आईपीएल में खेलने का अच्छा अनुभव है और इसके साथ ही वह इंग्लैंड टीम के कप्तान भी हैं। हैदराबाद के खिलाफ अपने आखिरी मैच में केकेआर को उनके जैसे बल्लेबाज़ की कमी महसूस हुई होगी। मॉर्गन जैसे अनुभवी बल्लेबाज की मौजूदगी में शायद मैच का परिणाम कुछ और होता। वह स्पिनर्स के खिलाफ अच्छा खेलते हैं और दवाब में में बढ़िया प्रदर्शन करने की उनकी क्षमता उन्हें केकेआर टीम प्रबंधन के लिए उपयुक्त विकल्प बनाती है।

हेनरिक क्लासेन

कुछ महीनों पहले भारत के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान हेनरिक क्लासन ने दक्षिण अफ़्रीकी टीम की तरफ से जबरदस्त प्रदर्शन किया था। इस आक्रामक बल्लेबाज़ ने भारतीय गेंदबाज़ों के खिलाफ जिस तरह से निडर होकर बल्लेबाज़ी की, निश्चित रूप से वह आने वाले समय में अपनी टीम के सबसे महत्वपूर्ण बल्लेबाज़ होंगे। उनके इस प्रदर्शन को देखते हुए राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें प्रतिबंधित स्टीवन स्मिथ के स्थान पर अपनी टीम में चुना था। हालाँकि उन्हें भारतीय पिचों पर स्पिनर्स के खिलाफ खेलने में कुछ दिक्क्त हुई, जिसपर उन्हें काम करना पड़ेगा। आईपीएल 2018 में उन्होंने 4 मैचों में सिर्फ 57 रन बनाए, जो कि उनके स्तर के बल्लेबाज़ के लिए बेहद निराशाजनक प्रदर्शन है। अगले आईपीएल सीज़न में यह निश्चित नहीं है कि राजस्थान रॉयल्स उन्हें टीम में रिटेन करते हैं या नहीं। ऐसे में उनकी आक्रामक शैली और गेंद को सफाई से हिट करने की क्षमता उन्हें केकेआर के लिए एक संभावित विकल्प बनाती है। लेखक: मासूम अली अनुवादक: आशीष कुमार