IPL 2018: 5 खिलाड़ी जिन्हें चेन्नई सुपर किंग्स इस सीज़न में ट्रांसफ़र विंडो के ज़रिए ख़रीदना चाहेगी

चेन्नई सुपर किंग्स ने 2 साल के अंतराल के बाद इंडियन प्रीमियर लीग में वापसी की है। इस टीम ने मौजूदा आईपीएल सीज़न की शानदार शुरुआत की है। उन्होंने पहला मैच मुंबई इंडियंस के ख़िलाफ़ जीता था, हाल में ही राजस्थान रॉयल्स को भी मात दी थी। और फिर बुधवार को जिस अंदाज़ में महेंद्र सिंह धोनी ने 34 गेंदों में 70 रनों की नाबाद आतिशी पारी खेलते हुए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर पर जीत दिलाई है, उससे इस टीम की तीसरी बार चैंपियन बनने की उम्मीद प्रबल होती जा रही है।हालांकि मिचेल सैंटनर और केदार जाधव चोट की वजह से इस सीज़न से बाहर हो चुके हैं। सुरेश रैना और एम एस धोनी भी चोट से जूझ रहे हैं। चेन्नई टीम में कई कमज़ोर कड़ियां हैं जिन पर ध्यान देने की ज़रूरत है। टीम अब सीज़न के मध्य में ट्रांसफ़र विंडो के ज़रिए नए खिलाड़ी को शामिल करना चाहती है। टीम के पास अच्छे तेज़ गेंदबाज़ों की कमी है जो डेथ ओवर में गेंदबाज़ी कर सकें, इस टीम में धोनी के अलावा कोई बढ़ियां फ़िनिशर नहीं हैं। मिड सीज़न ट्रांसफ़र विंडो की शुरुआत 28वें मैच से होगी और 42वें मैच तक जारी रहेगी। इसके ज़रिए कई टीम अपनी कमियों को पूरा कर सकेगी। हम यहां ऐसे 5 खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें चेन्नई टीम ट्रांसफ़र विंडो के ज़रिए ख़रीदना चाहेगी। (ट्रांसफ़र विंडो में भारतीय अनकैप्ड और विदेशी खिलाड़ी ही आ सकते हैं, जिन्होंने ज़्यादा से ज़्यादा अपनी फ़्रैंचाइज़ी के लिए इस सीज़न में दो ही मैच खेले हैं।)

#5 हेनरिक क्लासेन

हेनरिक क्लासेन को राजस्थान रॉयल्स टीम में स्टीवन स्मिथ की जगह शामिल किया गया है। स्मिथ प्रतिबंध के बाद आईपीएल 2018 के सीज़न से बाहर हो गए हैं। क्लासेन उस वक़्त सुर्ख़ियों में आए थे जब उनकी टीम के बाकी साथी भारत के स्पिन अटैक का सामना करने में नाकाम रहे थे और वो बड़े आराम से स्पिनर्स को खेल रहे थे। डार्सी शॉर्ट को शुरुआती मैच में क्लासेन के ऊपर तरजीह दी गई थी। क्लासेन ने राजस्थान की तरफ़ से सिर्फ़ 2 मैच खेले हैं और महज़ 7 रन बनाए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स को एक अच्छे फ़िनिशर की तलाश है जो स्पिन गेंदबाज़ों को अच्छी तरह खेल सकते हैं। इससे कप्तान धोनी को थोड़ी मदद मिल जाएगी, क्योंकि रविंद्र जडेजा फ़िलहाल अच्छे फ़ॉर्म में नहीं चल रहे हैं।

#4 बासिल थंपी

बासिल थंपी घरेलू सर्किट के एक बेहतरीन खिलाड़ियों में से एक हैं और फ़िलहाल सनराईज़र्स हैदराबाद टीम का हिस्सा हैं। वो टी-20 के अच्छे खिलाड़ियों में गिने जाते हैं। हैदराबाद टीम में भुवनेश्वर कुमार, सिद्धार्थ कौल, संदीप शर्मा और टी नटराजन जैसे बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ मौजूद हैं। ऐसे में थंपी को मौका मिलना मुश्किल लग रहा है। अगर उन्हें मौका मिले तो वो ख़ुद को साबित कर सकते हैं। चेन्नई के पास अच्छे डेथ गेंदबाज़ों की क़िल्लत है, ऐसे में थंपी से बेहतर विकल्प और कोई नहीं हो सकता।

#3 डेविड मिलर

डेविड मिलर किंग्स-XI पंजाब टीम के सबसे अहम खिलाड़ियों में से एक रहे हैं और इस उन्हें राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए इसी टीम में रिटेन किया गया है। हांलाकि ये साल मिलर के लिए पूरी तरह अलग है। चूंकि गेल भी शानदार फ़ॉम में चल रहे हैं ऐसे में मिलर को ज़्यादा मौका मिलना मुश्किल लग रहा है। इस सीज़न में उन्होंने 2 मैच में 50 रन बनाए हैं। वो किसी भी टीम के लिए आदर्श फ़िनशर हैं। पंजाब के पास कई विस्फोटक बल्लेबाज़ मौजूद हैं, चेन्नई को धोनी का सहयोगी फ़िनिशर चाहिए, ऐसे में मिलर एक अच्छे विकल्प साबित हो सकते हैं, अगर पंजाब उन्हें टीम से जाने की इजाज़त देती है।

#2 कॉलिन मुनरो

कॉलिन मुनरो इस वक़्त दुनिया के बेहतरीन टी-20 ओपनिंग बल्लेबाज़ों में से एक हैं। वो क्रिकेट के सबसे छोटे फ़ॉर्मेट में शतक लगाने में भी माहिर हैं। वो गेंद को ज़ोरदार तरीके से हिट करते हैं ओर इसे मैदान के बाहर पहुंचा देते हैं। चेन्नई को एक अच्छे ओपनिंग बल्लेबाज़ की तलाश है। उन्हें रायुडू से ओपनिंग करानी पड़ रही है। रायडु मध्य क्रम में बल्लेबाज़ी को लेकर ज़्यादा सहज हैं। कॉलिन मुनरो को शामिल करने के बाद वो टीम में ओपनिंग बल्लेबाज़ की कमी को पूरा कर सकती है। मुनरो ने दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए महज़ 2 मैच खेले हैं और 4 रन बनाए हैं। उनको हटाकर जेसन रॉय को प्लेइंग-XI में शामिल किया गया है।

#1 जोफ़रा आर्चर

जोफ़रा आर्चर को इस साल की आईपीएल नीलामी में बेहद ऊंची क़ीमत में ख़रीदा गया है। वो बिग बैश लीग में अपने शानदार प्रदर्शन की वजह से चर्चा में आए थे। उन्हें इस साल राजस्थान रॉयल्स टीम में शामिल किया गया है। वो जब इस टीम में आए थे तो चोटिल थे। उन्होंने इस सीज़न में सिर्फ़ 1 मैच खेले हैं और 3 विकेट हासिल किए हैं। चेन्नई को एक डेथ गेंदबाज़ की तलाश है जो जोफ़रा के आने से ख़त्म हो सकती है। अगर वो राजस्थान टीम के लिए और बेहतर प्रदर्शन करते हैं तो शायद ही वो किसी और टीम में ट्रांस्फ़र हो पाएंगे। लेखक- वरुण देवनाथन अनुवादक- शारिक़ुल होदा

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