आईपीएल सीज़न 2018 चेन्नई सुपर किंग्स की जीत के साथ समाप्त हो गया। आईपीएल दुनिया भर के खिलाड़ियों को अपनी राष्ट्रीय टीम में जगह बनाने के लिए एक आदर्श मंच उपलब्ध करवाता है। इस साल की आईपीएल नीलामी में 8 टीमों ने बोली लगाई और अपनी टीम के लिए बेहतरीन घरेलू और विदेशी खिलाड़ी चुने। लेकिन कई ऐसे भी खिलाड़ी रहे, जिनको टीमों ने ऊँचे दाम पर खरीदा था लेकिन वे उम्मीदों पर खरा उतरने में नाकाम रहे। तो आइये नज़र डालते हैं ऐसे 5 खिलाड़ियों पर जो इस आईपीएल सीज़न में अपने मूल्य टैग को उचित ठहराने में नाकाम रहे।
आरोन फिंच
डेविड वॉर्नर की अनुपस्थिति में दूसरे ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज़ आरोन फिंच से इस आईपीएल सीज़न में धमाकेदार प्रदर्शन की उम्मीद थी लेकिन दुर्भाग्यवश, किंग्स XI पंजाब के इस बल्लेबाज़ ने औसत प्रदर्शन कर टीम प्रबंधन को निराश किया। फिंच को पंजाब ₹ 6.2 करोड़ में खरीदा था लेकिन वह अपने मूल्य टैग को उचित ठहराने में नाकाम रहे। आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अपनी 10 पारियों में केवल 134 रन बनाए हैं। निश्चित रूप से वह अपनी टीम की हार की वजह बने। एक अनुमान लगाएं तो फिंच का प्रत्येक रन 4 लाख, 62 हजार के बराबर है और इस मामले में वह सबसे महंगे खिलाड़ी साबित हुए हैं।
मनीष पांडे
आईपीएल के फाइनल तक पहुंचने वाली सनराइज़र्स हैदराबाद को अब मनीष पांडे का विकल्प ढूँढना पड़ेगा क्योंकि इस सीज़न में उन्होंने बेहद निराशाजनक प्रदर्शन किया है। पांडे इस सीजन में रन बनाने के लिए जूझते रहे हैं और अपनी उत्कृष्ट गेंदबाजी के बावजूद, सनराइज़र्स के फाइनल में हारने का मुख्य कारण उनके मध्य क्रम का लचर प्रदर्शन था। आरसीबी के खिलाफ उनकी एक धमाकेदार पारी को छोड़ दें तो पूरे सीज़न में पांडे ने उम्मीद के मुताबिक प्रदर्शन नहीं किया। इस सीज़न में उन्होंने 284 रन बनाए हैं जो उनके स्तर के बल्लेबाज़ के लिए बेहद खराब प्रदर्शन था। 11 करोड़ के मूल्य टैग के साथ पांडे का एक रन 3 लाख, 87 हजार रुपये के बराबर है।
बेन स्टोक्स
आईपीएल नीलामी 2018 में बेन स्टोक्स सबसे महंगे खिलाड़ी थे। पिछले सीज़न में पुणे की ओर से खेलते हुए उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन (316 रन और 12 विकेट) किया था, जिस कारण इस सीज़न में उन्हें सभी टीमें अपनी टीम का हिस्सा बनाना चाहती थीं। राजस्थान रॉयल्स द्वारा इस ऑलराउंडर को 12.5 करोड़ की उच्च कीमत पर खरीदा गया था लेकिन इस सीज़न में वह गेंद और बल्ले , दोनों से नाकाम रहे। इस सीज़न में केवल 196 रन बनाने वाले स्टोक्स को प्लेऑफ से पहले ही जोस बटलर के साथ बाहर बैठना पड़ा। उनकी गेंदबाजी भी बेहद लचर रही और 222 गेंदों में उन्होंने सिर्फ 8 विकेट लिए। अगर उनके मूल्य टैग को बल्लेबाज़ी और गेंदबाज़ी में विभाजित करें तो एक बल्लेबाज़ के रूप में स्टोक्स का हर रन टीम को लगभग 3 लाख, 20 हज़ार में पड़ा, वहीं एक गेंदबाज़ के रूप में उनका हर विकेट लगभग 78 लाख में पड़ा।
ग्लेन मैक्सवेल
अगर हम ग्लेन मैक्सवेल को इस सीज़न का नाकाम खिलाड़ी कहें तो इसमें कुछ गलत नहीं होगा। इन दिल्ली के लिए खेलने वाले इस ऑस्ट्रेलिआई आलराउंडर ने बहुत ही लचर प्रदर्शन किया है। मैक्सवेल को ₹ 9 करोड़ में दिल्ली टीम प्रबंधन ने अपनी टीम में शामिल किया था लेकिन दुर्भाग्यवश इतने ऊँचे मूल्य टैग में उनका प्रदर्शन उन्हें टीम से बाहर का रास्ता दिखाने के लिए काफी है। मैक्सवेल ने टूर्नामेंट के दौरान सिर्फ 169 रन बनाए और 5 विकेट लिए हैं। अगर हम यह मान के चलें कि दिल्ली फ्रैंचाइज़ी ने उन्हें बल्लेबाजी और गेंदबाजी के लिए बराबर पैसे दिए हैं तो उनका प्रत्येक रन ₹ 2 लाख, 66 हजार और प्रत्येक विकेट ₹ 90 लाख में पड़ा।
जयदेव उनादकट
इस साल की आईपीएल नीलामी में युवा तेज़ गेंदबाज़ जयदेव उनादकट सबसे महंगे भारतीय खिलाड़ी बने थे। पिछले सीज़न में अपनी टीम पुणे सुपरजीएंट्स को फाइनल में पहुंचने में उन्होंने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। नीलामी में राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें 11.5 करोड़ के उच्चतम मूल्य पर अपनी टीम में चुना था लेकिन यह मध्यम-तेज़ गेंदबाज़ अपेक्षा अनुरूप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। पिछले सीज़न में 24 विकटें लेने वाले इस प्रतिभाशाली गेंदबाज़ ने इस सीज़न में सिर्फ 11 विकटें हासिल की। एक अनुमान लगाएँ तो उनके प्रत्येक विकेट की कीमत 1.04 करोड़ रुपये बनती है। लेखक: श्याम कमल अनुवादक: आशीष कुमार