आईपीएल 2018 के सीज़न के लिए जल्द ही नीलामी होने वाली है और इससे पहले सभी टीम ने अपने रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ियों की लिस्ट जारी कर दी है। आईपीएल की सभी 8 टीमों ने कुल 18 खिलाड़ियों को रिटेन करने का फ़ैसला किया है। इस फ़ैसले से कुछ फ़ैंस को ख़ुशी हुई तो किसी को निराशा हाथ लगी है। अब सभी की नज़रें 27 और 28 जनवरी 2018 को होने वाली नीलामी प्रक्रिया पर जा टिकी है। ये नीलामी प्रक्रिया बैंगलौर में आयोजित की जाएगी। जिन खिलाड़ियों को उनकी टीम ने रिटेन किया है उनमें से कई नाम का अनुमान पहले से लग गया था। कुछ नाम चौंकाने वाले भी थे जैसे आरसीबी में सरफ़राज़ ख़ान और चेन्नई सुपरकिंग्स में रविंद्र जडेजा का रिटेन किया जाना। कुछ ऐसे बड़े नाम थे जिन्हें उम्मीद थी कि उन्हें रिटेन किया जाएगा, पर ऐसा हुआ नहीं। हांलाकि सभी टीम के पास इन खिलाड़ियों को रिटेन करने का एक और मौक़ा है जिन्हें राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किया जा सकता है। जिन टीमों ने 3 खिलाड़ियों को रिटेन किया है वो 2 राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिन टीमों ने 2 खिलाड़ियों को रिटेन किया है वो 3 खिलाड़ियों के लिए राइट टू मैच कार्ड का इस्तेमाल कर सकते हैं। हम ऐसे 5 खिलाड़ियों के बारे मे बताएंगे जिन्हें इस प्रक्रिया के ज़रिए रिटेन किया जा सकता है।
#1 गौतम गंभीर
कोलकाता नाइटराइडर्स में गौतम गंभीर को रिटेन न करने का फ़ैसला बेहद चौंकाने वाला था। गौतम गंभीर न सिर्फ़ केकेआर के अहम खिलाड़ी रहे हैं बल्कि उन्होंने अपनी कप्तानी में इस टीम को 2 बार चैंपियन भी बनाया है। पहले 3 आईपीएल सीज़न में दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ़ से खेलने के बाद उन्हें केकेआर टीम ने 2.4 मिलियन डॉलर की क़ीमत पर ख़रीद लिया था। गंभीर उस साल सबसे महंगी क़ीमत पर बिकने वाले खिलाड़ी बने थे। गंभीर ने ये साबित किया था उनमें सारी क़ाबीलियत मौजूद है। उन्होंने साल 2012 और 2014 में अपनी टीम को ख़िताब जिताया था। केकेआर में आने के बाद गंभीर ने इस टीम की क़िस्मत ही बदल डाली थी। आईपीएल के पहले 3 सीज़न में कोलकाता की टीम कुछ ख़ास नहीं कर पाई थी। गंभीर ने केकेआर टीम के लिए 7 आईपीएल सीज़न में शिरक़त की है और 138 मैच में 3035 रन बनाए हैं। जितना तजुर्बा गंभीर को हासिल है उस हिसाब से ऐसा ही लगता है कि कोलकाता टीम उन्हें राइट टू मैच के ज़रिए ज़रूर वापस बुलाना चाहेगी। इसे भी पढ़ें: आईपीएल नीलामी के दौरान की गई अब तक की 5 बड़ी ग़लतियां
#2 युज़वेंद्र चहल
युज़वेंद्र चहल बैंगलौर टीम के अहम गेंदबाज़ रहे हैं, साल 2014 में उन्हें इस टीम ने ख़रीदा था और अब तक वो किसी और टीम में शामिल नहीं हुए हैं। आरसीबी ने चहल को महज़ 10 लाख की बेस प्राइस पर ख़रीदा था। इस तरह वो अपनी टीम के लिए सबसे किफ़ायती खिलाड़ी बने थे। चहल ने आईपीएल के मंच का इस्तेमाल अपने हुनर को बेहतर करने के लिए किया, इसका उनको बख़ूबी फ़ायदा भी मिला जब उन्हें टीम इंडिया के लिए चुना गया। उनकी विकेट लेने की क्षमता ही उनकी असली ताक़त है। यही वजह है कि नाज़ुक मौक़ों के लिए वो विराट कोहली के लिए सबसे पसंदीदा गेंदबाज़ हैं, चाहे वो आईपीएल का गेम हो या फिर अंतरराष्ट्रीय मैच। पिछले 4 आईपीएल सीज़न में आरसीबी टीम की तरफ़ से खेलते हुए उन्होंने 70 विकेट हासिल किए हैं। चहल आईपीएल 2015 के तीसरे, और आईपीएल 2016 के दूसरे सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ हैं। अगर 2016 के आईपीएल सीज़न में 2 विकेट और ले लेते तो वो पर्पल कैप के हक़दार बन जाते। बैंगलौर टीम ने शायद अपने बजट को देखते हुए चहल को रिटेन न किया हो, लेकिन ऐसा लगता है कि राइट टू मैच के ज़रिए वो आरसीबी में बरक़रार रखे जा सकते हैं।
#3 शिखर धवन
सरनराइज़र्स हैदराबाद में शिख़र धवन को रिटेन न किया जाने का फ़ैसला किसी अचंभे से कम नहीं था। धवन फ़िलहाल शानदार फ़ॉर्म में चल रहे हैं, ख़ासकर सीमित ओवर के मुक़ाबले में। वो भारत की वनडे और टी-20 टीम में कंसिस्टेंट अच्छा प्रदर्शन करने वाले क्रिकेटर हैं। हैदराबाद टीम में वो डेविड वॉर्नर के साथ ओपनिंग करते थे और अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत देते थे। आईपीएल में उन्होंने 126 मैच खेले हैं जिसमें उनके नाम 32.66 की औसत से 3561 रन हैं। आईपीएल में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले लिस्ट में वो 8वें स्थान पर काबिज़ हैं। साल 2016 में सनराइज़र्स हैदराबाद ने आईपीएल ख़िताब जीता था जिसमें धवन का अहम योगदान था। उन्होंने 17 मैच में 501 रन बनाए थे जिसमें 8 अर्धशतक शामिल थे। हैदराबाद टीम ने धवन को रिटेन करके एक बड़ा दांव खेला है। जितनी क़ीमत पर उन्हें राइट टू मैच के ज़रिए रिटेन किया जा सकता है उस से ऊंची क़ीमत पर वो दूसरी टीम में जा सकते हैं।
#4 ड्वेन ब्रावो
वेस्टइंडीज़ के ऑलराउंडर ड्वेन ब्रावो को चेन्नई टीम ने रिटेन न करने का फ़ैसला किया। सीएसके ने जडेजा को ज़्यादा तरजीह दी है क्योंकि टीम इंडिया में उनका प्रदर्शन शानदार रहा है। हांलाकि बिग बैश लीग में ब्रावो का प्रदर्शन अच्छा रहा है, फिर भी चेन्नई ने उन्हें रिटेन नहीं किया।बिग बैश लीग में मेलबर्न रेनेगेड्स की तरफ़ से खेलते हुए ब्रावो ने 4 मैच में 11 विकेट हासिल किए थे। उनसे ज़्यादा विकेट सिर्फ़ एंड्रयू टाई ने लिए थे। आईपीएल में ब्रावो का रिकॉर्ड शानदार रहा है, उन्होंने 106 मैच में 122 विकेट लिए हैं। वो आईपीएल में विकेट लेने वालों की लिस्ट में 5वें नंबर पर हैं। भुवनेश्वर कुमार के अलावा वो दूसरे ऐसे गेंदबाज़ हैं जिन्हें 2 सीज़न में पर्पल कैप मिला था। चेन्नई की तरफ़ से खेलते हुए ब्रावो ने साल 2013 और 2015 में पर्पल कैप हासिल किया था। वो मौजूदा दौर में टी-20 के सबसे प्रभावशाली डेथ बॉलर हैं। अगर चेन्नई न उन्हें राइट टू मैच के ज़रिए रिटेन न भी किया तो भी वो ऊंची क़ीमत पर बिकेंगे।
#5 डेविड मिलर
डेविड मिलर को साल 2012 में किंग्स इलेवन पंजाब टीम ने ख़रीदा था। अपने पहले 2 सीज़न में वो कुछ ख़ास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे, लेकिन मौज़ूदा दौर में वो टी-20 के एक क़ामयाब खिलाड़ी बन गए हैं. बेहद मुमकिन है कि वो ऊंची क़ीमत पर ख़रीदे जा सकते हैं। साल 2017 में दक्षिण अफ़्रीका के लिए खेलते हुए उनका प्रदर्शन शानदार रहा। बीते साल उन्होंने 10 टी-20 पारियों में 162 की स्ट्राइक रेट से 243 रन बनाए हैं। उनके नाम टी-20 का सबसे तेज़ शतक बनाने का रिकॉर्ड हैं। अपने घरेलू मैदान में बांग्लादेश के ख़िलाफ़ खेलते हुए उन्होंने महज़ 35 गेंदों में शतक लगाया था। साल 2014 के आईपीएल सीज़न में पंजाब की टीम फ़ाइनल में पहुंची थी, इसमें मिलर का अहम योगदान था। डेविड मिलर ने आईपीएल में 66 मैच खेले हैं जिसमें 35.52 की औसत और 141.44 की स्ट्राइक रेट से 1563 रन बनाए हैं। इन 66 मैचों में वो 20 बार नॉट आउट रहे हैं। हो सकता है कि किंग्स इलेवन पंजाब की टीम उन्हें राइट टू मैच के ज़रिए रिटेन करने की योजना बना रही हो। लेखक- विपुल गुप्ता अनुवादक- शारिक़ुल होदा