मौजूदा चैंपियन को इस आईपीएल में वैसी शुरुआत नहीं मिली जैसा कि उम्मीद की जा रही थी, इस टीम को पहले 6 मैच में से सिर्फ़ 1 में जीत हासिल हुई है। पहले 3 मैच में मुंबई को नज़दीकी मुक़ाबले में हार मिली थी। चौथे मैच में आरसीबी के ख़िलाफ़ मुंबई ने इस सीज़न का पहला मैच जीता था। शुरुआती हार के बावजूद मुंबई इंडियंस को अब अंतिम-4 में जगह बनाने के लिए 8 में से 7 मैच जीतने होंगे, अभी भी ये टीम प्लेऑफ़ में पहुंच सकती है, इस की 4 वजहें हैं जो इस प्रकार हैं:
#5 डेथ ओवर में गेंदबाज़ी का अच्छा विकल्प
मुंबई इंडियंस के पास दुनिया के 2 सबसे बेहतरीन डेथ गेंदबाज़ हैं, पहला जसप्रीत बुमराह और दूसरा मुस्तफ़िज़ुर रहमान। इस अलावा मुंबई के पास मिचेल मैकलेनाघन और हार्दिक पांड्या जैसे तेज़ गेंदबाज़ हैं। पहले 4 मैच में बुमराह और मुस्तफ़िज़ुर ने 5-5 विकेट लिए थे. हांलाकि मुंबई ‘टीम में कई गेंदबाज़ों के लिए बुरा दौर चल रहा है, लेकिन वो वापसी की ताक़त रखते हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के ख़िलाफ़ पहले मैच में बुमराह का प्रदर्शन इस प्रकार था 4-0-37-1, लेकिन अगले 3 मैच में उन्होंने इस प्रकार की गेंदबाज़ी के आंकड़े पेश किए, 12-0-87-4 । मुस्तफ़िज़ुर ने 2 मैच में बुरा प्रदर्शन किया लेकिन अन्य 2 मैच में उनका प्रदर्शन इस प्रकार था 8-0-47-4। इन 2 विश्व स्तर के गेंदबाज़ के होते हुए मुंबई टीम को उम्मीद बरक़रार रखनी चाहिए, ये दोनों कभी भी मैच का रुख़ पलट सकते हैं।
#4 स्पिन गेंदबाज़ों की जोड़ी
मयंक मार्कंडेय इस सीज़न की खोज हैं, उनको क्रुणाल पांड्या का पूरा साथ मिल रहा है, ये दोनों मिलकर मुंबई के लिए स्पिन की ज़िम्मेदारी संभाल रहे हैं। मयंक और क्रुणाल की गेंदबाज़ी का इकॉनमी रेट काफ़ी अच्छा है। मयंक मार्कंडेय ने इस सीज़न में अब तक सबसे ज़्यादा विकेट हासिल किए हैं और वो पर्पल कैप के प्रबल दावेदार हैं। क्रुणाल पांड्या भी बेहद प्रभावशाली रहे हैं, लेकिन कई मैच में उन्हें पूरे 4 ओवर फेंकने का मौका नहीं मिला है। आने वाले मैचों में क्रुणाल ख़ुद को साबित कर सकते हैं। मयंक और क्रुणाल जैसे स्पिन गेंदबाज़ मुंबई के पास हैं, तो ये दोनों टीम की नइया पार लगा सकते हैं।
#3 विस्फोटक मिडिल ऑर्डर
मुंबई इंडियंस के पास कई आक्रामक बल्लेबाज़ हैं, ओपनिंग के लिए अनुभवी रोहित शर्मा और युवा खिलाड़ी इशान किशन हैं। दोनों ही सलामी बल्लेबाज़ टीम को एक मज़बूत शुरुआत दे सकते हैं, जिससे मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों का काम आसान हो जाए। लोअर मिडिल ऑर्डर में क्रुणाल पांड्या, काइरोन पोलार्ड और हार्दिक पांड्या जैसे ऑलराउंडर हैं जो गेंद को बाउंड्री के पार ले जाने में माहिर हैं। ये तीनों खिलाड़ी स्ट्राइक रेट के मामले में टॉप 5 में बरक़रार हैं। क्रुणाल पांड्या का स्ट्राइक रेट 157 के आस-पास है। क्रुणाल की बल्लेबाज़ी का औसत 35 के क़रीब है। पांड्या ब्रदर्स टीम की जान हैं और वो इस टीम को मुश्किलों से उबार सकते हैं।
#2 नए ओपनिंग बल्लेबाज़
मुंबई टीम को सूर्य कुमार यादव और एविन लुईस के रूप में नई ओपनिंग जोड़ी मिल गई है, इस सीज़न के अपने तीसरे मैच में मुंबई के ये दोनों बल्लेबाज़ों ने 9 ओवर तक शतकीय साझेदारी की और मुंबई को 194 का स्कोर बनाने में मदद की। हांलाकि मुंबई को मैच जीतने में इतनी कामयाबी हासिल नहीं हुई है, लेकिन टीम के कप्तान इस नई ओपनिंग जोड़ी को बार-बार आज़माना चाहेंगे। सूर्यकुमार यादव अच्छे फ़ॉर्म में चल रहे हैं, पहले 4 मैच में उन्होंने 133 की स्ट्राइक रेट से 124 रन बनाए हैं। तीसरे मैच में यादव ने बतौर ओपनर हाफ़ सेंचुरी लगाई है। अगर वो एविन लुईस के साथ बल्लेबाज़ी करते हैं तो दाएं और बाएं हाथ के बल्लेबाज़ों की साझेदारी बनेगी। पहले मैच में लुईस नाकाम रहे हे थे, लेकिन पहले 4 मैच में उन्होंने 159.55 के स्ट्राइक रेट से 142 रन बनाए हैं। अगर ये दोनों सलामी बल्लेबाज़ विस्फोटक बल्लेबाज़ी करते रहें तो मुंबई को प्लेऑफ़ में जाने से कोई नहीं रोक सकता।
#1 रोहित शर्मा की बल्लेबाज़ी
पिछले कई सालों से मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन इस बात पर निर्भर करता है कि रोहित शर्मा बतौर खिलाड़ी और बतौर कप्तान कैसा खेल दिखाते हैं। मुंबई इंडियंस के कप्तान अपनी टीम की तरफ़ से सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। वो जब से मुंबई की टीम में शामिल हुए हैं उन्होंने 114 पारियों में 33.42 की औसत से 3175 रन बनाए हैं। मुंबई टीम से जुड़ने के बाद उन्होंने हर आईपीएल सीज़न में 300 से ज़्यादा रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने 26 दफ़ा 50 के पार स्कोर बनाया है, उनका सर्वाधिक स्कोर 109* है। इस सीज़न में रोहित का प्रदर्शन ये तय करेगा कि मुंबई प्वाइंट टेबल में कहां पहुंचती है। इस सीज़न के पहले 3 मैच में उन्होंने महज़ 44 रन बनाए थे, लेकिन चौथे मैच में रोहित ने शानदार 94 रन की पारी खेली और अपनी टीम को आरसीबी के ख़िलाफ़ जीत दिलाई। चूंकि रोहित फ़ॉम में वापस आ चुके हैं, ऐसे में वो अपनी टीम को ऊंचाइयों पर ले जाएंगे। लेखक- विश्वनाथ रेड्डी अनुवादक- शारिक़ुल होदा