इंडियन प्रीमियर लीग तीसरे सप्ताह में प्रवेश कर चुका है। ज़्यादातर टीम ने अपने 6 मैच पूरे कर लिए हैं। केकेआर और पंजाब टीम ने अपने प्रदर्शन से सबको हैरत में डाल दिया है। वहीं दिल्ली डेयरडेविल्स, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और मुंबई इंडियंस ने अपने खेल से सभी फ़ैंस को निराश किया है। क़रीब आधे मैच खेलने के बाद कई रिटेन किए जाने वाले खिलाड़ी वैसा प्रदर्शन नहीं कर पाए हैं जैसा कि उनसे उम्मीद की जा रही थी। हम यहां उन 5 खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जिन्हें उनकी टीम ने बड़ी उम्मीदों से रिटेन किया था, लेकिन वो इस उम्मीद पर खरे नहीं उतर पाए हैं। नोट: इस लिस्ट में उन खिलाड़ियों को भी शामिल किया गया है जो राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किए गए हैं।
#5 मोहम्मद शमी
मोहम्मद शमी टीम इंडिया के सबसे बेहतरीन टेस्ट गेंदबाज़ हैं। दिल्ली डेयरेडेविल्स ने उन्हें इस साल की आईपीएल नीलामी के दौरान राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किया है। दिल्ली टीम मैनेजमेंट का ये फ़ैसला चौंकाने वाला था क्योंकि आईपीएल में शमी का प्रदर्शन कुछ ख़ास नहीं रहा है। दक्षिण अफ़्रीका के दौरे पर शमी ने 3 टेस्ट मैच में 15 विकेट हासिल किए थे। दिल्ली डेयरडेविल्स ने इसी प्रदर्शन के आधार पर उन्हें टीम में रिटेन किया, लेकिन ये फ़ैसला ग़लत साबित हुआ। आईपीएल में शमी ने 43 मैच में 9.13 की इकॉनमी रेट से 21 विकेट हासिल किए हैं। इस सीज़न के पहले 4 मैच में शमी ने 10.40 की इकॉनमी रेट से महज़ 3 विकेट लिए थे। यही वजह रही कि उन्हें प्लेइंग-XI से बाहर कर दिया गया। चूंकि अभी और भी तेज़ गेंदबाज़ कतार में हैं ऐसे में इस सीज़न में शमी का दोबारा खेल पाना मुश्किल लग रहा है।
#4 रविंद्र जडेजा
रविंद्र जडेजा उन 3 खिलाड़ियों की लिस्ट में शामिल हैं जिन्हें चेन्नई सुपर किंग्स ने सीधे तौर पर रिटेन किया गया। ये सबके लिए चौंकाने वाला फ़ैसला था क्योंकि उन्हें रविचंद्रन अश्विन से ऊपर तरजीह दी गई थी। अश्विन का चेन्नई टीम में करियर शानदार रहा है। जडेजा टीम इंडिया के सीमित ओवर के खेल में आते जाते रहे हैं। उन्हें टेस्ट मैच तक सीमित कर दिया गया है। फिर चेन्नई टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें मौका दिया, लेकिन अब ये फ़ैसला ग़लत साबित हो रहा है। मौजूदा आईपीअल सीज़न में जडेजा का प्रदर्शन काफ़ी निराशाजनक रहा है, पहले 4 मैच में उन्होंने महज़ 1 विकेट हासिल किए, इतने ही मैच में उन्होंने 44 रन बनाए हैं। जडेजा को ड्वेन ब्रावो से ऊपर बल्लेबाज़ी करने के लिए भेजा गया था, लेकिन वो ख़ुद को साबित करने में नाकाम रहे। चूंकि टीम में लेग स्पिनर इमरान ताहिर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं ऐसे में जडेजा जल्द ही प्लेइंग-XI से बाहर भी हो सकते हैं।
#3 सरफ़राज़ ख़ान
आरसीबी टीम मैनेजमेंट ने नीलामी से पहले सरफ़राज़ ख़ान को रिटेन किया था जो कई क्रिकेट फ़ैस के लिए हैरान करने वाला फ़ैसला था। उन्हें केएल राहुल, क्रिस गेल और युज़वेंद्र चहल से ऊपर तरजीह दी गई थी। सरफ़राज़ ख़ान को सीधे रिटेन करना एक समझदारी भरा फ़ैसला लग रहा था, क्योंकि इसके लिए टीम मैनेजमेंट को महज़ 3 करोड़ रुपये चुकाने पड़े थे। लेकिन सरफ़राज़ ख़ान टीम की उम्मीदों पर अब तक खरे नहीं उतर पाए हैं। पहले 3 मैच में उन्होंने क्रमश: 6,0 और 5 रन बनाए हैं। ये टीम पहले ही परेशानी के दौर से गुज़र रही है, आरसीबी अभी प्वाइंट टेबल में काफ़ी नीचे चल रही है। ऐसे में बेहद मुमकिन है कि टीम मैनेजमेंट कड़े फ़ैसले ले सकती है।
#2 क्रिस मॉरिस
दक्षिण अफ़्रीकी खिलाड़ी दिल्ली डेयरडेविल्स टीम के अहम सदस्य रहे हैं। वो उन 3 क्रिकेटर्स में शामिल हैं जिन्हें दिल्ली ने सीधे रिटेन किया है। मॉरिस ने पिछले कुछ सीज़न में गेंद और बल्ले दोनों से कमाल दिखाया है और टीम को कई मौकों पर अकेले अपने दम पर जीत दिलाई है। मॉरिस एक अनुभवी ऑलराउंडर हैं ऐसे में उन पर टीम की बड़ी ज़िम्मेदारी है। मौजूदा सीज़न में उनकी गेंदबाज़ी मामूली लग रही है। पहले 4 मैच में उन्होंने महज़ 3 विकेट हासिल किए थे, इस दौरान उनका इकॉनमी रेट 10.21 था। इतने ही मैच में उन्होंने 176.92 की स्ट्राइक रेट से 46 रन बनाए हैं। हांलाकि वो बल्ले से ख़ुद का साबित करने में कामयाब रहे हैं, लेकिन टीम के कप्तान ने उन्हें निचले क्रम में मौका देकर सही फ़ैसला नहीं किया है। फ़िलहाल ज़रूरत ये है कि उन्हें टॉप ऑर्डर में बल्लेबाज़ी के लिए भेजा जाए जिससे वो टीम के लिए अहम योगदान दे पाएं।
#1 काइरोन पोलार्ड
काइरोन पोलार्ड, वेस्टइंडीज़ टीम के हरफ़नमौला खिलाड़ी हैं। उन्होंने जब से आईपीएल में डेब्यू किया है तब से वो मुंबई इंडियंस के ही सदस्य रहे हैं। साल 2017 के आईपीएल सीज़न में उन्होंने 17 मैच में 29.61 की औसत और 139.49 की स्ट्राइक रेट से 385 रन बनाए थे। यही वजह है कि इस आईपीएल सीज़न के लिए मुंबई टीम मैनेजमेंट ने उन पर भरोसा जताते हुए रिटेन किया है। टीम के फ़ैस को भी इस ऑलराउंडर से काफ़ी उम्मीदें थी, लेकिन अब तक वो कोई भी करिश्मा नहीं दिखा पाए हैं। पोलार्ड अपने आक्रामक स्टाइल की बल्लेबाज़ी के लिए जाने जाते हैं। मुंबई के दर्शकों को इंतज़ार था कि वो कुछ विस्फोटक पारियां खेलेंगे, लेकिन ये इंतज़ार कितना लंबा चलेगा ये कहना मुश्किल है। मौजूदा आईपीएल सीज़न के पहले 5 मैच में पोलार्ड ने 105.88 की स्ट्राइक रेट से महज़ 54 रन बनाए हैं। अगर गेंदबाज़ी की बात करें तो इस दौरान उन्होंने एक भी ओवर नहीं फेंके हैं। हो सकता है कि इस सीज़न में वो ऑलराउंडर के बजाए बतौर बल्लेबाज़ टीम में खेल रहे हों। अगर उनका निराशजनक प्रदर्शन ऐसे ही जारी रहता है तो टीम मैनेजमेंट के पास उन्हें बेंच पर बैठाने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचेगा। लेखक- विपुल गुप्ता अनुवादक- शारिक़ुल होदा