आईपीएल 2018 अब अपने आख़िरी दौर के क़रीब आ चुका है, पिछले कुछ हफ़्तों में हमने देखा है कि कई अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ी ने अपनी ज़िदगी की सबसे बेहतरीन क्रिकेट खेली है। सनराइज़र्स हैदरबाद इस साल प्लेऑफ़ में पहुंचने वाली पहली टीम बनी, वहीं दिल्ली डेयरडेविल्स का अगले दौर में जाने का सपना चकनाचूर हो गया। सबसे अच्छी बात ये रही कि कुछ युवा खिलाड़ियों ने इस आईपीएल में अपना दम-ख़म दिखाया। पिछले एक दशक में हमने देखा है कि विराट कोहली, रवींद्र जडेजा, अजिंक्य रहाणे, काइरोन पोलार्ड और शॉन मार्श जैसे खिलाड़ियों ने आईपीएल के ज़रिए राष्ट्रीय टीम का रास्ता तय किया है। कई अनकैप्ड खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने अपने प्रदर्शन से आलोचकों का मुंह बंद कर दिया है, वहीं कुछ अनकैप्ड खिलाड़ियों ने इतना बेहतरीन प्रदर्शन किया है जिससे वो अपनी राष्ट्रीय टीम जाने का दावा पेश कर दिया है। हम यहां ऐसे ही 5 खिलाड़ियों के बारे में चर्चा कर रहे हैं जो अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट खेलने की क़ाबिलियत रखते हैं।
सिद्धार्ध कौल
ऐसा लग रहा है कि सिद्धार्थ कौल का वक़्त अब आ गया। दस साल से भी ज़्यादा समय उन्होंने घरेलू क्रिकेट को दिया है और पहले ही सीज़न से आईपीएल खेल रहे हैं, लेकिन वो इससे पहले बड़ा कारनामा करने में नाकाम रहे थे। आईपीएल का नया दशक उनके लिए नए रास्ते लेकर आया है, वो आज सनराइज़र्स हैदराबाद टीम के अहम सदस्य हैं। हैदराबाद टीम में भुवनेश्वर कुमार, बिली स्टालेक और संदीप शर्मा जैसे नामी गेंदबाज़ हैं, लेकिन सिद्धार्थ ने इन सभी को पीछे छोड़ दिया है। उन्होंने इस साल 15 आईपीएल मैच में 8 की इकॉनमी रेट से 19 विकेट हासिल किए हैं। उनकी ये मेहनत काम आई और वो इंग्लैंड दौरे पर जाने वाली टीम इंडिया में सीमित ओवर के खेल के लिए चुन लिए गए हैं।
क्रुणाल पांड्या
क्रुणाल पांड्या ने साल 2016 में अपने आईपीएल करियर की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक उन्होंने अपने छोटे भाई हार्दिक की कामयाबी को दोहराया है। पिछले आईपीएल सीज़न के आख़िरी मैच में उन्हें मैन ऑफ़ द मैच के अवॉर्ड से नवाज़ा गया था। वो एक बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और मुंबई टीम के एक बेहद अहम खिलाड़ी है। इस साल खेले गए 14 आईपीएल मैच में उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से कमाल दिखाया है 7.07 की इकॉनमी रेट से 12 विकेट हासिल किए हैं। मुंबई इंडियंस टीम में वो अकसर चौथे या पांचवें नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हैं। इस साल उन्होंने 22.80 की औसत और 145.22 की स्ट्राइक रेट से कुल 228 रन बनाए हैं। वो फ़िलहाल इंडिया-ए टीम का हिस्सा हैं। जल्द ही वो अपने छोटे भाई हार्दिक के साथ भारत की राष्ट्रीय टीम में खेल सकते हैं।
सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव इस साल मुंबई इंडियंस की तरफ़ से हर मैच में शामिल हुए हैं और वो इस टीम में मौजूदा आईपीएल सीज़न में सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज़ बन गए हैं। उन्होंने 14 मैच में 36.57 की औसत और 133.33 की स्ट्राइक रेट से 512 रन बनाए हैं। वो मुंबई की टीम में टॉप ऑर्डर के बल्लेबाज़ हैं, उनकी वजह से रोहित शर्मा को अपनी बैटिंग पोज़ीशन बदलनी पड़ी। जिस तरह की फ़ॉम में सूर्यकुमार चल रहे हैं, वो दिन दूर नहीं जब वो टीम इंडिया में शामिल हो जाएंगे। साल 2014 से लेकर साल 2017 तक वो कोलकाता नाइटराइडर्स टीम का हिस्सा थे। हांलाकि उनमें हुनर की कोई कमी नहीं थी, लेकिन केकेआर टीम की तरफ़ से उन्हें ज़्यादा मौका नहीम मिला। इस साल मुंबई इंडियंस टीम ने उन्हें नीलामी में ख़रीदा था। मुंबई इंडियंस टीम में उन्हें ख़ुद को साबित करने का पूरा मौका मिला जिसका उन्होंने बख़ूबी फ़ायदा उठाया।
नितीश राणा
नितीश राणा ने पिछले साल मुंबई इंडियंस की तरफ़ से खेलते हुए अपने बल्लेबाज़ी के हुनर को दुनिया के सामने पेश किया था और मुंबई को चैंपियन बनाने में अहम रोल अदा किया था। इस साल की आईपीएल नीलामी में केकेआर ने उन्हें ख़रीदा था। इस साल स्पिन गेंदबाज़ी से उन्होंने सबको हैरान कर दिया है। नितीश ने इस सीज़न के 13 मैच में 25.36 की औसत और 132.22 की स्ट्राइक रेट से कुल 279 रन बनाए हैं। उन्होंने इस साल कोहली, डिविलियर्स और रहाणे का विकेट हासिल किया और 2 बार मैच ऑफ़ द मैच अवॉर्ड से नवाज़े गए। वो टीम इंडिया के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
पृथ्वी शॉ
इस साल पृथ्वी शॉ ने अपनी कप्तानी में भारत को आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप दिलाया था। वर्ल्ड कप के दौरान ही दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया। हांलाकि दिल्ली का प्रदर्शन बेहद बुरा रहा लेकिन पृथ्वी ने अपना बेहतरीन खेल दिखाने में कोई कमी नहीं की। बतौर ओपनिंग बल्लेबाज़ उन्होंने 9 मैच में 27.22 की औसत और 153.12 के स्ट्राइक रेट से 245 रन बनाए हैं। दिल्ली की टीम में ऋषभ पंत और श्रेयष अय्यर के बाद पृथ्वी सबसे कामयाब बल्लेबाज़ रहे। भले ही वो 19 साल के हैं लेकिन वो टीम इंडिया में खेलने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। लेखक- कार्तिक सेठ अनुवादक- शारिक़ुल होदा