IPL 2018: 6 खिलाड़ी जिन्हें छोड़ने के लिए मुंबई इंडियंस को हो रहा होगा पछतावा

आईपीएल में मुंबई इंडियंस सबसे सफल फ्रैंचाइजी हैं। जिन्होंने पहले दशक में तीन बार खिताब अपने नाम किया है। हालांकि उनकी सफलता का श्रेय अपनी कोर टीम को बनाए रखने के लिए दिया जा सकता है। 2014 से 2018 में बदलाव के दौरान रोहित शर्मा और काइरोन पोलार्ड टीम में स्थिर रहे हैं। 2014 में कोर टीम का हिस्सा रहने वाले अन्य खिलाड़ी जैसे हरभजन सिंह, अंबाती रायुडू और लसिथ मलिंगा अब इस टीम में शामिल नहीं है। 2018 में नीलामी में मुंबई ने अपनी कोर टीम में हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और क्रुणाल पांड्या को बनाये रखा है। इस कोर टीम की रणनीति के कारण मुंबई पिछले पांच संस्करणों में तीन बार ट्रॉफी जीतने में सक्षम हुआ है। हालांकि, पिछले तीन नीलामी में मुंबई इंडियंस ने बहुत अच्छे गुणवत्ता वाले खिलाड़ियों को छोड़ दिया है जो अन्य फ्रेंचाइजी के लिए शानदार रूप से प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां नजर डालते हैं ऐसे ही 6 खिलाड़ी पर, जिनको छोड़ने से मुंबई इंडियंस को पछतावा होगा:

#6 अजिंक्य रहाणे

राजस्थान रॉयल्स के कप्तान अजिंक्य रहाणे कभी मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा थे। उन्होंने पहले तीन सत्रों में अपने होम फ्रेंचाइजी के लिए खेला था और उन तीन वर्षों में उन्होंने 10 मैचों में 148 रन बनाए थे। रहाणे ने मुंबई फ्रेंचाइजी के साथ ज्यादा सफलता नहीं पायी और फिर साल 2011 की नीलामी के दौरान उन्हें छोड़ दिया गया था। 2011 की नीलामी में राजस्थान रॉयल्स द्वारा अजिंक्य रहाणे को खरीदा गया था। आईपीएल और घरेलू क्रिकेट में उनके प्रदर्शन के कारण उन्हें भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए चुना गया था और 2011 में उनके एकदिवसीय और टी-20 अंतर्राष्ट्रीय करियर की शुरुआत हुई थी। राजस्थान के बैन होने से पहले रहाणे रॉयल्स के साथ 5 साल खेले। इन पांच साल के दौरान रहाणे ने राजस्थान फ्रेंचाइजी के लिए 2047 रन बनाये। बैन के दो साल के दौरान रहाणे पुणे सुपरजाइंट्स की तरफ से खेले और 2018 की नीलामी के दौरान एक बार फिर से राजस्थान ने उन्हें अपनी टीम में शामिल कर लिया। स्टीव स्मिथ पर प्रतिबंध के कारण रहाणे को राजस्थान रॉयल्स का कप्तान बनाया गया है। यह राजस्थान रॉयल्स के साथ रहाणे का छठा वर्ष है। रहाणे ने पिछले सीजन में 3000 रनों के आंकड़े को पार कर लिया है और वर्तमान में आईपीएल इतिहास के ग्यारहवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। आईपीएल के पहले दशक में रहाणे ने 111 मैचों में 33.59 की औसत से रन बनाए है, जिसमें 25 अर्धशतक और एक शतक शामिल है।

#5 ग्लेन मैक्सवेल

2012 में दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए अपने आईपीएल करियर की प्रभावशाली शुरुआत नहीं होने के बाद 2013 आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने ग्लेन मैक्सवेल खरीदा। वह 2013 नीलामी के सबसे मंहगे खिलाड़ी थे क्योंकि मुंबई ने उन्हें 1 मिलियन डॉलर में खरीदा था। इस मिलियन डॉलर के बल्लेबाज को अपने आपको साबित करने के लिए केवल तीन मौके दिए गए थे लेकिन वह उम्मीदों पर खरे नहीं उतर सके। 2014 की नीलामी के समय तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ग्लेन मैक्सवेल की ताबड़तोड़ बल्लेबाजी अच्छी तरह से जानी जाने लगी थी। यह उम्मीद लगायी जा रही थी कि मुंबई ग्लेन मैक्सवेल या मिचेल जॉनसन को अपनी टीम में बनाए रखने के लिए आरटीएम का उपयोग करेंगे लेकिन हर किसी को आश्चर्य हुआ जब उन्होंने प्रज्ञान ओझा को वापस खरीदने के लिए अपने आरटीएम का इस्तेमाल किया। मैक्सवेल के लिए आईपीएल 2014 का सीजन असाधारण साबित हुआ जिसमें उन्होंने 7 अर्धशतक बनाए और किंग्स-XI पंजाब को फाइनल तक का सफर तय कराया। 2014 में उन्होंने 187.75 की स्ट्राइक रेट के साथ 552 रन बनाए। उनका आईपीएल स्ट्राइक रेट 160 से अधिक है।

#4 युज़वेन्द्र चहल

चहल साल 2013 में मुंबई इंडियंस टीम के साथ थे लेकिन उस दौरान चहल को सिर्फ केकेआर के खिलाफ इकलौता मैच खेलने का मौका मिला। चहल ने ईडन गार्डेन में 4 ओवर के अपने स्पेल में बिना किसी विकेट के 34 रन दिये। अगली नीलामी के लिए मुंबई ने चहल को टीम से रिलीज कर दिया और रॉयल चैंलेजर्स बैंगलोर ने फायदा उठाते हुए इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी को अपनी टीम में शामिल कर लिया। आरसीबी की तरफ से खेले गये चार सत्र 2014-2017 के दौरान चहल ने 59 मैचों में 70 विकेट लिए और वह इस अवधि में आरसीबी के लिए सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज रहे। उन्होंने 2015 और 2016 के सत्रों में विशेष रूप से अच्छा प्रदर्शन किया जिसमें उन्होंने क्रमश: 23 और 21 विकेट लिए। चहल वर्तमान में आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में विराट कोहली के लिए पसंदीदा गेंदबाज हैं। छोटे ओवरों का यह विशेषज्ञ गेंदबाज वर्तमान में टी-20 अंतर्राष्ट्रीय रैंकिंग में तीसरे स्थान पर मौजूद हैं।

#3 ड्वेन ब्रावो

दुनिया के सबसे मनोरंजक खिलाड़ियों में से एक ड्वेन ब्रावो ने आईपीएल के पहले तीन सत्र में मुंबई इंडियंस की तरफ से खेले। उन्होंने मुंबई के लिए पहले दो सत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया। ब्रावो ने इस दौरान 372 रन बनाए और 22 विकेट हासिल किए। लेकिन 2010 के सत्र में विफलता के बाद मुंबई ने उनपर विश्वास नहीं दिखाया और उन्हें जाने दिया। इसके बाद ब्रावो ने अपने सुनहरे सफर की शुरुआत सीएसके के साथ की, जहां उन्होंने चेन्नई के फ्रेंचाइजी के लिए बहुत शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने क्रमशः 32 और 26 विकेट लेकर 2013 और 2015 में पर्पल कैप जीती। 2013 में ब्रावो द्वारा लिये गए 32 विकेट एक सत्र में एक खिलाड़ी द्वारा लिए गए सबसे ज्यादा विकेट हैं। पिछले दो सालों में गुजरात लायंस की टीम का हिस्सा होने के बाद ब्रावो सीएसके के दरबार में वापस लौट आये। मुंबई के खिलाफ सीएसके के पहले मैच में उन्होंने अपनी उपयोगिता को साबित करते हुए 30 गेंदों 68 रन बनाकर सीएसके को रोमांचक मैच जीताने में मदद की।

#2 रॉबिन उथप्पा

रॉबिन उथप्पा 2008 में मुंबई इंडियंस टीम का हिस्सा थे। आईपीएल के पहले वर्ष में उन्होंने 34.62 की औसत से मुंबई इंडियंस के लिए 277 रन बनाए। मुंबई इंडियंस के साथ एक अच्छा सत्र होने के बाद भी उन्होंने उथप्पा को नीलामी के लिए रिलीज कर दिया। बाद में उथप्पा ने दो सत्र में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए खेला और फिर कोलकाता नाइट राइडर्स जाने से पहले पुणे वॉरियर्स की टीम का भी हिस्सा रहे। फिलहाल उथप्पा कोलकाता फ्रेंचाइजी के लिए अपना पांचवां सीजन खेल रहे हैं। सचिन तेंदुलकर के बाद वह 2014 में ऑरेंज कैप जीतने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी थे। उन्होंने 2014 सीज़न में 660 रन बनाए और आईपीएल में अपनी टीम को दूसरी बार खिताब जीतने में मदद की। वह आईपीएल के पहले दशक में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले छठे खिलाड़ी हैं।

#1 शिखर धवन

शिखर धवन आईपीएल में लगातार रन बनाने वाले खिलाड़ियों में एक हैं, जिसने आईपीएल के 8 सत्रों में 300+ से अधिक रन बनाये हैं और आईपीएल के इतिहास में 3500 से अधिक रनों के साथ वह सातवें सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं। धवन ने दिल्ली डेयरडेविल्स की तरफ से अपना पहला सीज़न खेला जिसमें उनके बल्ले से 340 रन निकले। जिसके बाद उन्हें 2009 में मुंबई इंडियंस ने खरीद लिया, मुंबई की तरफ से शिखर दो सीजन में खेले। वह केवल ऐसे दो सत्र थे जिनमें धवन के बल्ले से 300 से अधिक रन नहीं निकल सके। धवन मुंबई इंडियंस के अंतिम एकादश का नियमित रूप से हिस्सा नहीं थे और उन्हें सत्र 2009 और 2010 में क्रमशः केवल 5 और 10 मैचों में खेलने को मिले। 2011 की नीलामी में मुंबई इंडियंस द्वारा बाहर किये जाने के बाद वह हैदराबाद में स्थानांतरित हो गये, जिसके तहत धवन ने डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद का प्रतिनिधित्व किया था। हैदराबाद से खेलते हुए, उन्होंने दो फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स और सनराइजर्स हैदराबाद के लिए 3000 से अधिक रन बनाए। उन्होंने 2016 में धवन ने 501 रन बनाकर सनराइजर्स की जीत में अहम भूमिका निभाई और टॉप ऑर्डर पर डेविड वार्नर के साथ कई महत्वपूर्ण साझेदारियां निभायी। लेखक- विश्वनाथ रेड्डी अनुवादक- सौम्या तिवारी

Edited by Staff Editor
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