27 और 28 जनवरी को बैंगलौर में 8 टीम के मालिकों की मौजूदगी में नीलामी प्रक्रिया पूरी हुए। हर टीम ने अपनी ज़रूरत के हिसाब से खिलाड़ियों को ख़रीदा। आईपीएल की नीलामी प्रक्रिया हमेशा रोमांचक होती है और इस बार भी कुछ ऐसा ही हुआ। इस बार कुछ खिलाड़ी उम्मीद से बेहद महंगे बिके तो कुछ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के लिए कोई ख़रीदार नहीं मिल सका। हम यहां उन खिलाड़ियों के बारे में बता रहे हैं जिनको ख़रीदना किसी टीम के मालिकों के लिए किफ़ायती सौदा साबित हुआ।
#5 कॉलिन मुनरो (1.9 करोड़ रुपये)
कोलकाता नाइटराइडर्स के पूर्व खिलाड़ी और कीवी टीम के सुपरस्टार कॉलिन मुनरो को इस बार दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने महज़ 1.9 करोड़ रुपये में ख़रीदा है। मुनरो की बेस प्राइज़ 50 लाख रुपये थी। उनके टी-20 में हाल के प्रदर्शन को देखते हुए ऐसा लग रहा था कि वो बेहद महंगे बिकेंगे, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उनको ख़रीदने को लेकर टीम के मालिकों में खींचतान कम देखने को मिली और वो दिल्ली टीम को हिस्सा बन गए। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज़ ने 154 टी-20 मैच खेले हैं जिसमें उनका औसत 30 और स्ट्राइक रेट 147 के आस-पास है। न्यूज़ीलैंड के इस क्रिकेटर ने टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैच में 3 शतक लगाए हैं। मुनरो की विस्फोटक बल्लेबाज़ी टीम के लिए मददगार साबित हो सकती है, मुनरो पॉवरप्ले के दौरान तेज़ शॉट लगा सकते हैं।
#4 अजिंक्य रहाणे (4 करोड़ रुपये)
राजस्थान रॉयल्स टीम हमेशा युवा खिलाड़ियों को मौक़ा देने के लिए जानी जाती रही है। अजिंक्य रहाणे उन खिलाड़ियों में से हैं जिन्हें राजस्थान टीम में फलने-फूलने का मौक़ा मिला। रहाणे की बेस प्राइज़ 2 करोड़ रुपये तय की गई थी। इसकी पूरी उम्मीद थी कि राजस्थान टीम के मालिक उन्हें ज़रूर रिटेन करेंगे, और ठीक वैसा ही हुआ। रहाणे को 4 करोड़ रुपये में राइट टू मैच कार्ड के ज़रिए रिटेन किया गया। राजस्थान टीम को रहाणे पर पूरा भरोसा है, अगर ज़रूरत पड़े तो वो स्मिथ की ग़ैरमौजूदगी में इस टीम की कप्तानी भी कर सकते हैं। आईपीएल टूर्नामेंट में रहाणे 3000 रन बना चुके हैं जिसमें उनका औसत 34 के करीब है जो टी-20 के हिसाब से बढ़ियां है। रहाणे मौक़े के हिसाब से खेल दिखाते हैं, ज़रूरत पड़ने पर वो आक्रामक शॉट भी लगाते हैं।
#3 ट्रेंट बोल्ट (2.2 रुपये)
कीवी टीम के पेस पेसर ट्रेंट बोल्ट इस वक़्त दुनिया के बेहतरीन गेंदबाज़ हैं। बोल्ट की बेस प्राइज़ 1.5 करोड़ रुपये रखी गई थी। उन्हें दिल्ली डेयरडेविल्स टीम ने महज़ 2.2 करोड़ रुपये में ख़रीदा। बाएं हाथ के ये गेंदबाज़ दिल्ली टीम के लिए अहम साबित हो सकते हैं। बोल्ट इससे पहले केकेआर टीम का हिस्सा रह चुके हैं। आईपीएल में उन्हें सिर्फ़ 14 मैच खेलने का मौक़ा मिला था। बोल्ट किसी और भी टीम में जाते तो वो उनके लिए मददगार साबित होते। वो नए गेंद के साथ भी अच्छी गेंदबाज़ कर सकते हैं। इसके अलावा वो जानलेवा यॉर्कर भी फेंकने में माहिर हैं। बोल्ट की नीलामी देर से शुरू हुई थी ऐसे में दिल्ली टीम के मालिकों ने मौका पाकर उन्हें तुरंत ख़रीद लिया।
#2 जोस बटलर (4.4 करोड़ रुपये)
इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज़ जोस बटलर दुनिया के शानदार खिलाड़ी हैं। इस साल उन्हें राजस्थान रॉयल्स टीम ने 4.4 करोड़ रुपये में ख़रीदा है। बटलर उन चुनिंदा विकेटकीपर बल्लेबाज़ों में से एक हैं जो किसी भी पोज़ीशन में बैटिंग कर सकते हैं। पॉवरप्ले के दौरान अगर वो टॉप में बल्लेबाज़ी करते हैं तो टीम के लिए ज़्यादा से ज़्यादा रन बना सकते हैं। ज़रूरत पड़ने पर वो मध्य क्रम और निचले क्रम में भी बल्लेबाज़ी के लिए आ सकते हैं। टी-20 क्रिकेट में उनकी बल्लेबाज़ी का औसत 27 के आसपास रहा है, इसके अलाव उनका स्ट्राइक रेट 140 के क़रीब है। स्टंप के पीछे बटलर का प्रदर्शन शानदार रहा है। उम्मीद है कि रहाणे के साथ बटलर ओपनिंग कर सकते हैं। राजस्थान रॉयल्स के लिए बटलर का टीम में आना ख़ुशी की बात है।
#1 एविन लुईस (3.8 करोड़ रुपये)
कैरीबियन द्वीपों के खिलाड़ी में टी-20 क्रिकेट को लेकर ख़ास हुनर मौजूद है। एविन लुईस उन खिलाड़ियों में से हैं जो साल 2017 में टी-20 में अपने प्रदर्शन की वजह से सुर्ख़ियों में रहे हैं। उनका तेज़ शॉट लगाने का हुनर कमाल का है। उन्हें क्रिस गेल का नया रूप भी कहा जाता है। वेस्टइंडीज़ के इस ओपनिंग बल्लेबाज़ के नाम 2 टी-20 अंतरराष्ट्रीय शतक हैं। ख़ास बात ये है कि ये दोनों शतक टीम इंडिया के ख़िलाफ़ ही लगाए गए हैं। टी-20 क्रिकेट में उनका औसत 34 और स्ट्राइक रेट 146.06 का है। जब वो अपने पूरे फ़ॉम में रहते हैं तो वो किसी भी तरह की बॉलिंग अटैक का सामना कर सकते हैं। दुनियाभर के क्रिकेट पंडितों को उम्मीद थी कि वो 3.8 करोड़ से भी ज़्यादा महंगे बिकेंगे, लेकिन उनकी नीलामी काफ़ी देर से शुरू हुई। उस वक़्त ज़्यादातर टीम के पास काफ़ी कम फंड बचा था, इसलिए वो ज़्यादा महंगे नहीं बिक पाए। उन्हें आख़िरकार मुंबई इंडियंस टीम ने ख़रीदा। लेखक – शिव धवन अनुवादक – शारिक़ुल होदा