IPL: बांग्लादेशी खिलाड़ी जो कभी इंडियन प्रीमियर लीग का हिस्सा थे

पिछले पांच सालों में, बांग्लादेशी क्रिकेट टीम ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं। वे आईसीसी वनडे रैंकिंग में श्रीलंका और वेस्टइंडीज को पीछे छोड़ 7वें स्थान पर काबिज़ हैं। आईपीएल की बात करें तो केवल दो बांग्लादेशी खिलाड़ी ही लीग में हिस्सा ले रहे हैं- शाकिब अल हसन और मुस्तफिज़ुर रहमान हैं और शाकिब एकमात्र बांग्लादेशी खिलाड़ी हैं जो 2011 से आईपीएल में खेलते आ रहे हैं। इन दो खिलाड़ियों के अलावा भी कुछ और बांग्लादेशी खिलाड़ी आईपीएल में खेले हैं। आइए जानते हैं उन खिलाड़ियों के प्रदर्शन का विस्तृत विश्लेषण।

तमीम इकबाल

तमीम इकबाल क्रिकेट के सभी प्रारूपों में बांग्लादेश के लिए अग्रणी रन स्कोरर रहे हैं। वह एकमात्र बांग्लादेशी बल्लेबाज हैं जिन्होंने तीन प्रारूपों में शतक लगाया है, जो बल्लेबाज के रूप में उनकी प्रतिभा को साबित करता है। सनथ जयसूर्या और वीरेंदर सहवाग के साथ तमीम उपमहाद्वीप के सबसे आक्रामक सलामी बल्लेबाजों में से एक हैं। आईपीएल 2012 और 2013 में पुणे वॉरियर्स इंडिया ने तमीम इकबाल को अपनी टीम में शामिल किया था लेकिन वह एक भी मैच नहीं खेल सके थे। पुणे की टीम आईपीएल के 2012 और 2013 संस्करणों में क्रमशः 8 वें और 9 वें स्थान पर रही थी । हालांकि, यह बाएं हाथ के प्रतिभाशाली खिलाड़ी ने दुनिया भर में खेली जाने वाली टी -20 लीग में बेहतरीन प्रदर्शन किया है और वह अभी भी किसी भी आईपीएल टीम के लिए एक विश्वसनीय सलामी बल्लेबाज साबित हो सकते हैं।

अब्दुर रज़्ज़ाक़

अब्दुर रज्जाक बांग्लादेश के बाएं हाथ के प्रतिभाशाली स्पिनर हैं और वनडे में में 200 विकेट लेने वाले पहले बांग्लादेशी गेंदबाज़ होने का गौरव उन्हें प्राप्त है। उन्होंने 2004 में अपने वनडे करियर का आगाज़ किया था और 2008 में संदिग्ध गेंदबाजी एक्शन कार्रवाई के कारण उन्हें निलंबित कर दिया गया था। 2009 में अपने गेंदबाज़ी एक्शन में सुधार के बाद उनपर से निलंबन हटा दिया गया था। 2008 में आईपीएल के पहले संस्करण में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 50,000 अमरीकी डालर की कीमत पर उन्हें टीम में शामिल किया था। लेकिन राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ अपने पहले मैच में उन्होंने ख़राब प्रदर्शन किया था और 2 ओवरों में 29 रन लुटा दिए थे। इस के बाद उन्हें टीम में कभी जगह बनाने का मौका नहीं मिला।

मोहम्मद अशरफ़ुल

मोहम्मद अशरफुल ने 2001 में श्रीलंका के खिलाफ 17 साल की उम्र में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था और अपने पहले ही टेस्ट में शतक (114) जड़ने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बन गए थे। कार्डिफ़ में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उन्होंने विजयी शतक लगाकर सुर्खियां बटोरी थी। आईपीएल 2009 में मुंबई इंडियंस ने उन्हें टीम में शामिल किया था और दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ अपने पहले मैच में उन्होंने 10 गेंदों पर केवल 2 रन बनाने थे, जिसके बाद उनको कभी टीम की अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली। बाद में उन्हें बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने 2013 में कथित स्पॉट फिक्सिंग मामले उन्हें 5 साल तक निलंबित कर दिया था।

मशरफ़े मुर्तज़ा

मशरफे मुर्तजा बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाजों में से एक रहे हैं जिन्होंने अपनी गति और सटीकता से बल्लेबाजों को परेशान किया है। एक कप्तान के रूप में बांग्लादेशी टीम को खड़ा करने में उनका योगदान सराहनीय रहा है। आईपीएल सीज़न 2009 की नीलामी में, कोलकाता नाइट राइडर्स ने 600,000 अमरीकी डालर की भारी कीमत पर उन्हें टीम में शामिल किया था। हालांकि, यह तेज़ गेंदबाज़ अपनी टीम के लिए कुछ खास नहीं कर सके और मुंबई के खिलाफ अपने पहले और एकमात्र मैच में उन्होंने 4 ओवरों में 58 रन लुटा डाले थे इस मैच के आखिरी ओवर में मुंबई को जीत के लिए 21 रन चाहिए थे और मुर्तज़ा को मुंबई के बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने जमकर पीटा था और मैच अपने नाम कर लिया था। उनके खराब प्रदर्शन को देखते हुए कोलकाता नाइट राइडर्स ने दोबारा उन्हें टीम में शामिल करने की भूल नहीं की। लेखक: लोगू राजा अनुवादक: आशीष कुमार