आईपीएल के ग्यारहवें सीजन के लिए एक अहम घोषणा यह हुई है कि पहली बार टूर्नामेंट में डिसीजन रिव्यू सिस्टम यानि डीआरएस का उपयोग किया जाएगा। आईपीएल चैयरमैन राजीव शुक्ला ने बुधवार को इस बात की पुष्टि कर दी है। इस तरह पाकिस्तान सुपर लीग के बाद यह दूसरा ऐसा टूर्नामेंट होगा जिसमें डीआरएस का प्रयोग किया जाएगा। इससे तकनीकी मदद से फैसलों को और भी आसान बनाए जाने में मदद मिलेगी। बीसीसीआई ने डीआरएस को आईपीएल में लाकर एक शानदार पहल की है। इससे पहले अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डीआरएस उपयोग करने के लिए भारत 2016 में राजी हुआ था। उस दौरान इंग्लैंड की टीम ने पांच टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए उपमहाद्वीप का दौरा किया था। बताया जा रहा है कि भारत के घरेलू क्रिकेट के टॉप 10 अम्पायरों को दिसंबर में विशाखापट्टनम में हुई एक बैठक में तकनीक के बारे में डेनिस ब्रुंस ने बताया था। उनके साथ आईसीसी के अम्पायर पॉल रेफेल भी मौजूद थे। सीजन दस में अम्पायरिंग के दौरान कई खामियां देखे जाने पर यह निर्णय लिया गया है। उल्लेखनीय है कि डीआरएस की विश्व क्रिकेट में कई बार आलोचनाएं हुई है। भारतीय जमीन पर होने वाले मुकाबलों में भी इस वजह से इसका प्रयोग नहीं किया गया था। विराट कोहली के कप्तान बनने के बाद टीम इंडिया के घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैचों में भी इसका उपयोग होने लगा है। बीसीसीआई आईपीएल शुरू होने से पहले तकनीक का परीक्षण करेगी ताकि बाद में किसी भी तरह की मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़े। इस वर्ष होने वाले आईपीएल का आगाज 7 अप्रैल को मुंबई में मुंबई इंडियंस और चेन्नई सुपरकिंग्स के मैच के साथ होगा। चेन्नई की टीम 2 वर्ष बाद वापसी कर रही है, वहीँ राजस्थान रॉयल्स के साथ भी कुछ ऐसा ही है। कार्यक्रम सहित तमाम तरह की तैयारियां पूर्ण नजर आ रही है। फैन्स भी इंतजार में हैं कि कब यह टी20 लीग शुरू हो।