IPL 2018: करो या मरो की स्थिति में युवराज सिंह को टीम में शामिल करने से किंग्स XI पंजाब को होगा फायदा?

सोमवार को हुए मैच में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के हाथों मिली 10 विकेट से हार के बाद किंग्स इलवेन पंजाब के लिए प्ले ऑफ की राह काफी मुश्किल हो गई है। हालांकि उनके पक्ष में एक बात जाती है कि टीम का भाग्य अभी भी उनके हाथ में ही है और अगर वो अपने बचे हुए दोनों मैच जीत जाते हैं, तो वो आराम से प्ले ऑफ के लिए क्वालीफाई कर जाएंगे। किंग्स इलेवन पंजाब को अभी मुंबई इंडियंस (16 मई) और चेन्नई सुपरकिंग्स (20 मई) के खिलाफ मुकाबले खेलने हैं और एक भी मैच में हार उनके लिए प्ले ऑफ के लिए रास्ते लगभग बंद कर देगी। इसका मुख्य कारण कोलकाता नाइटराइडर्स और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ मिली दो करारी हार है, जिससे टीम का नेट रनरेट काफी गिर गया है। इस सीजन में अबतक पंजाब के लिए सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और क्रिस गेल ने शानदार प्रदर्शन किया है, लेकिन टीम का मध्य क्रम कप्तान और टीम मैनेजमेंट के लिए बड़ा सिरदर्द बना हुआ है। करुण नायर, मयंक अग्रवाल, मनोज तिवारी, आरोन फिंच, युवराज सिंह सभी बल्लेबाज बुरी तरह से फ्लॉप रहे हैं और विपक्षी टीम ने इसका पूरा फायदा भी उठाया है। यहां तक कि बैंगलोर के खिलाफ हुए अपने पिछले मैच में पंजाब की टीम महज 88 रन बनाकर ऑल आउट हो गई है और जिस तरह से टीम के बल्लेबाज अभी खेल रहे हैं, उसे देखकर कोई नहीं कह सकता कि इसी टीम ने टू्र्नामेंट की शानदार शुरूआत करते हुए अपने पहले 6 में से 5 मैच जीते थे। किंग्स इलेवन पंजाब ने अपने पिछले 4 मैचों से अपने सबसे अनुभवी बल्लेबाज युवराज सिंह को बाहर बिठाया हुआ है और जिस तरह से टीम के मध्य क्रम का प्रदर्शन देखने को मिल रहा है, उसको देखते हुए ऐसा लग रहा है कि अब समय आ गया है कि एक बार फिर युवराज सिंह को प्लेइंग इलेवन में मौका दिया जाए। युवराज सिंह के लिए यह बात कही जा सकती है कि उन्हें टूर्नामेंट में पूरे मौके मिले हैं और उन्होंने अपने फैंस समेत टीम मैनेजमेंट को काफी निराश किया है। हालांकि इस बात पर भी गौर किया जाना चाहिए कि जिन खिलाडियों को उनकी जगह मौका दिया गया है वो भी बुरी तरह से फ्लॉप रहे हैं और जिस हालात में पंजाब की टीम इस समय है उसको देखते हुए टीम को एक अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत है, जोकि टीम के मध्यक्रम को संभाल सके। भले ही युवी ने 7 मैचों की 5 पारियों में सिर्फ 64 रन बनाए हैं, लेकिन जब बात बड़े मैचों की आती है, तो शायद य़ुवराज सिंह से ज्यादा खतरनाक खिलाड़ी विश्व में और कोई भी नहीं है। अपने पूरे करियर में युवी ने कई बार इस बात को साबित भी किया है। युवराज के आने से न सिर्फ बल्लेबाजी में टीम को मजबूती मिल सकती है, साथ में मैदान में एक अनुभवी खिला़ड़ी के होने से कप्तान को भी काफी मदद मिलती है। अश्विन अगर टीम में युवराज सिंह को मौका देते हैं और उन्हें टीम का बैटिंग लाइनअप भी सही करना होगा। नंबर तीन पर आरोन फिंच, चार पर नायर और उसके बाद युवराज सिंह। इससे युवी अपना स्वाभिक खेलते हुए तेजतरार पारी खेल सकते हैं। पंजाब के लिए अगले दोनों ही मैच करो या मरो वाले हैं और अगर उन्हें प्ले ऑफ में जगह बनानी है, तो उनके पास यह दो आखिरी मौके हैं। किंग्स इलेवन पंजाब इस बात की उम्मीद कर रहे होंगे कि टीम के सलामी बल्लेबाज इस मैच में शानदार प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाए।