टी20 मैचों में शानदार प्रदर्शन के बावजूद न्यूज़ीलैंड के विस्फोटक सलामी बल्लेबाज कॉलिन मुनरो ने अभी तक सिर्फ 4 आईपीएल मैच ही खेले हैं। ये मैच उन्होंने कोलकाता नाइटराइडर्स के लिए खेले हैं लेकिन उसमें उनका औसत 10 और स्ट्राइक 100 का रहा है और इसी वजह से वह किसी को प्रभवित करने में असफल रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय टी20 मैचों की बात करें तो मुनरो का औसत करीब 32 का है जबकि स्ट्राइक रेट 160 से उपर का और वह मात्र 38 मैचों में उनके नाम 3 अंतरराष्ट्रीय टी20 शतक भी है। टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में सर्वाधिक शतक लगाने वाले मुनरो में क्षमता है कि वह अपने बल्लेबाजी के बूते किसी भी मैच का पासा पलट सकते हैं। उनकी काबिलियत का पता इससे भी चलता है कि उन्होंने 150 से ज्यादा टी20 मैच खेले हैं इसके बावजूद उनका स्ट्राइक रेट 150 से उपर है। हालांकि, केकेआर की टीम ने सुनील नारेन और आंद्रे रसेल को रिटेन किया है फिर भी उन्हें विस्फोटक सलामी बल्लेबाज़ की जरूरत है। उनके पास क्रिस लिन का विकल्प मौजूद है लेकिन लिन के चोटिल होने का खतरा बना रहता है और मुनरो शानदार खेल दिखा रहे हैं। बल्ले के साथ वह गेंदबाजी में भी कुछ अच्छे ओवर डाल सकते हैं। ईडन गार्डन्स का मैदान हालिया समय में तेज गेंदबाजों का मददगार हो गया है और पिच में उछाल भी बढ़ गया है, ऐसे में यह मुनरो के लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। मुनरो के साथी साथी कीवी खिलाड़ी कॉलिन डे ग्रांडहोम पहले भी केकेआर की तरफ से खेलकर अपना प्रभाव छोड़ चुके हैं और यह 30 वर्षीय बल्लेबाज भी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ टी20 लीग में अपनी छाप छोड़ना चाहेगा। मुनरो अभी टी20 बल्लेबाजी रैंकिंग में दुनिया के नंबर 1 बल्लेबाज हैं और अभी उनका पूरा ध्यान पाकिस्तान के खिलाफ चल रहे टी20 मैच में शानदार प्रदर्शन कर 27 और 28 जनवरी को होने वाले आईपीएल नीलामी से पहले टीम मालिकों का ध्यान अपनी तरफ खींचने की तरफ है। केकेआर की टीम इस बार अपना तीसरा आईपीएल ख़िताब जीतने के इरादे से उतरेगी और मुनरो जैसा खिलाड़ी उसमें काफी अहम भूमिका निभा सकते हैं।