जैसा कहा जाता रहा है कि, अगर भाग्य आपका साथ देता है, तो इंडियन प्रीमीयर लीग एक क्रिकेटर के जीवन को बदल सकता है। करियर के साथ-साथ बैंक खाते में वृद्धि भी। खिलाड़ियों का मूल्य-टैग फ्रैंचाइजी द्वारा अपेक्षाओं के अनुपात में होता है। दस वर्षों के दौरान, कई अंतरराष्ट्रीय सितारों के साथ ऐसा भी हुआ कि वह उम्मीदों पर खरा उतरने में विफल रहे हैं। यह सूची उन लोगों को दिखाती है जो अपनी प्राइज़ कैप के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकते हैं या दूसरे शब्दों में कहा जाये तो वे 'ज़रूरत से ज़्याजदा क़ीमती' लगते हैं।
# 4 केदार जाधव - ₹ 7.8 करोड़
तकनीकी रूप से सक्षम केदार जाधव एक होनहार दाएं हाथ के बल्लेबाज हैं, और अक्सर खेल के जानकार उनके बल्ले से चालाकी भरे प्लेसमेंट और असाधारण गेंदबाजी शैली के लिए एक चालाक क्रिकेटर मानते हैं। हाल में संपन्न हुए आईपीएल नीलामी में चेन्नई सुपर किंग्स ने पुणे में जन्मे इस खिलाड़ी को 7.8 करोड़ रुपये ख़रीदा था जो ज्यादा कीमत दिखती है। 32 वर्षीय यह खिलाड़ी आईपीएल का 2010 से लगातार हिस्सा रहा है लेकिन पिछले सीजन को छोड़कर किसी भी सीज़न में 200 रन बनाने में भी असफल रहा है। हालांकि वह एक सक्षम फिनिशर हैं, जो आमतौर पर निचले मध्य-क्रम में बल्लेबाजी करते हैं, फिर भी उनकी किसी भी ऐसी पारी को याद करना मुश्किल है जहाँ उन्होंने खेल बदला हो। इसके अलावा, चेन्नई सुपर किंग्स न तो उन्हें बैकअप-विकेटकीपर के रूप में देखता है और न ही वह एक तेज़ तर्रार क्षेत्ररक्षक हैं। लगभग ₹ 3-4 करोड़ के पास की कीमत उनकी क्षमता से न्याय करती।
# 3 ग्लेन मैक्सवेल - ₹ 9 करोड़
2014 के सीजन में जहां उन्होंने किंग्स-XI पंजाब को फाइनल में ले जाते हुए मैन ऑफ़ द सीरीज़ का पुरस्कार जीता था, अगर उसको छोड़ दिया जाए तो 'द बिग शो' उपनाम वाले इस खिलाड़ी ने अभी तक आईपीएल में क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन नही किया है। ग्लेन मैक्सवेल ने ज्यादातर मौकों पर केवल प्रशंसकों को निराश ही किया है। अपने एकमात्र सफल सीजन में चार अर्धशतक जमाने वाले मैक्सवेल ने अगले तीन सीजन में केवल दो अर्धशतक बनाए, और एक तरह से एक 'फ्लॉप शो' के रूप में बदल गये। इस साल 9 करोड़ की कीमत पर दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें खरीदा है, जो कि 29 साल की उम्र वाले इस खिलाड़ी के लिये अधिक भुगतान प्रतीत होता है। क्योंकि इस बात की उम्मीद बेहद कम है कि वह दिल्ली के बल्लेबाजी क्रम की रीढ़ बनेंगे, ऐसे में उनकी क्षमता को देखते हुए 5 करोड़ रुपये तक की कीमत उनके लिये उचित थी।
# 2 हार्दिक पांड्या - ₹ 11 करोड़
मुंबई इंडियंस द्वारा रिटेन किये गए सभी नाम उम्मीद के मुताबिक़ ही थे। लेकिन इस पर कई सवाल तब उठे थे, जब हार्दिक पांड्या का नाम उस सूची में जसप्रित बुमराह से उपर लिखा गया था। बमराह की ₹ 7 करोड़ की लीग फीस के मुकाबले पांड्या के लिए 11 करोड़ रुपये देना उचित नही लगता है। यह सच है कि इससे न तो फ्रैंचाइज़ी बजट और न ही टीम संयोजन पर प्रभाव पड़ेगा, लेकिन एक खिलाड़ी को उसके कद का दोगुना भुगतान मेल नही खाता है, यह काफी स्पष्ट है। हालाँकि पांड्या एक उपयोगी खिलाड़ी हैं जो बल्ले और गेंद दोनों के साथ योगदान देते है, लेकिन बुमराह अपनी अजेय अंतिम ओवरों की गेंदबाजी के साथ एक बड़े मैच विजेता हैं।
# 1 मनीष पांडे - ₹ 11 करोड़
मनीष पांडे आईपीएल में शतक जड़ने वाले पहले भारतीय हैं और उन्हें किंग्स-XI पंजाब के खिलाफ फाइनल में 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए अपनी मैच जीतने वाली पारी के लिए याद किया जाता है। 28 वर्षीय इस खिलाड़ी को सनराइजर्स हैदराबाद ने ₹ 11 करोड़ रुपए देकर खरीदा है। कर्नाटक के इस बल्लेबाज ने आईपीएल की शुरुआत से हर सीजन को खेला है और एक भी ऐसा सत्र नहीं है जहां उन्होंने दो अर्धशतक से अधिक बनाये हों। इसके अलावा, उनके करियर की 120.11 की स्ट्राइक रेट भी विशिष्ट नही है। यह समझा जा सकता है कि एसआरएच और केकेआर के मध्य क्रम संकट के चलते उनकी उच्च बोली लगी। उनकी क्षमताओं पर सवाल उठाये बिना, शायद 5-6 करोड़ के आसपास की कीमत ज्यादा समझदारी भरी खरीद होती। लेखक: मोहित कालरा अनुवादक: राहुल पांडे