# 6 मनविंदर बिस्ला (2012)
2010, 2011 और 2012 के आईपीएल फाइनल में बहुत सामान्य बात थी, चेन्नई सुपर किंग्स सभी फाइनल में एक छोर पर थी, एमएस धोनी ने तीनों बार टॉस जीता और सीएसके ने पहले बल्लेबाजी की। सिर्फ उनकी विरोधी टीम बदलती रही थी और 2012 में एक अन्य चीज़ जो बदली वो थी उसका परिणाम। कोलकाता नाइट राइडर्स ने आखिरकार गौतम गंभीर के नेतृत्व में कमतर प्रदर्शन करने वाली टीम का टैग हटाया था। जीत के लिए वे चेन्नई द्वारा निर्धारित 190 के एक कठिन लक्ष्य का पीछा करने उतरे। सलामी बल्लेबाज और कप्तान गौतम गंभीर का पहले ओवर में ही विकेट गिर गया, जिसके बाद जैक कालिस ने विकेटकीपर बल्लेबाज मानविंदर बिस्ला के साथ साझेदारी बनाई। हरियाणा के दाएं हाथ के बल्लेबाज बिसला ने कैलिस के साथ 136 रन की साझेदारी की। बिसला ने 48 गेंदों पर 89 रन का योगदान दिया। उनकी पारी में आठ चौके और पांच छक्के शामिल थे। अपनी टीम के पक्ष में मैच लाने के बाद बिस्ला ने अपना विकेट गंवा दिया और आईपीएल फाइनल में पहला शतक बनाने का मौका भी गवा दिया। निचले मध्य क्रम में मनोज तिवारी और शाकिब अल हसन ने सुनिश्चित किया कि बिस्ला का प्रयास जाया न जाये और केकेआर ने अपना पहला आईपीएल खिताब जीता था।