इंडियन प्रीमियर लीग अब जैसे जैसे अपने अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रही है रोमांच भी अपने चरम पर दिखने लगा है। अब तक कुल 34 मैच खेले जा चुके हैं और लीग दौर में अब बस 22 मुक़ाबले और बचे हैं, लेकिन अब तक न तो कोई टीम प्ले-ऑफ़ की दौड़ से बाहर हुई है और न ही किसी एक टीम ने अंतिम-4 में अपना स्थान मुक़र्रर किया है। तीन बार की चैंपियन और गत विजेता मुंबई इंडियंस ने किंग्स-XI पंजाब को शिकस्त देकर अपनी उम्मीदों को ज़िंदा रखा है। कुछ यही हाल तीन बार आईपीएल की रनर अप रह चुकी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर का भी है, जिनके सामने भी बाक़ी सभी मैचों को जीतकर प्ले-ऑफ़ की रेस में बने रहने की चुनौती होगी। जहां आज बैंगलोर का सामना इन फ़ॉर्म चेन्नई सुपर किंग्स से पुणे में होगा, आख़िरी बार जब ये दोनों टीमों इस सीज़न में टकराईं थी तो बैंगलोर को उन्हीं के घर में चेन्नई ने 200+ रनों का पीछा करते हुए मात दी थी। आज चैलेंजर्स के पास उसी हार का बदला लेने का बड़ा मौक़ा भी होगा, जब ये मुक़ाबला शाम 4 बजे से खेला जाएगा।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के पास जीत के अलावा कोई विकल्प नहीं
उम्मीद थी कि अब तक आईपीएल की चमचमाती ट्रॉफ़ी को उठाने का ख़्वाब बैंगलोर के लिए इस सीज़न में हक़ीकत में तब्दील हो जाएगा, क्योंकि इस टीम ने अपनी गेंदबाज़ी को काफ़ी मज़बूत कर लिया था। लेकिन मैदान पर एक बार फिर कोहली की परेशानी अब तक गेंदबाज़ी ही रही है, इस टीम ने 8 मुक़ाबलों में से केवल 3 में जीत हासिल की है जिसके बाद उनके सामने अब बचे हुए सभी 6 मैचों में जीत की दरकार है। अगर यहां से एक में भी हार मिली तो उनके लिए नॉक आउट दौर में प्रवेश करने के सारे रास्ते बंद हो जाएंगे। लिहाज़ा बैंगलोर आज चेन्नई के ख़िलाफ़ पुणे में एड़ी चोटी का ज़ोर लगा डालेगी, उनके लिए एक अच्छी ख़बर ये है कि पिछले दो मैचों में बुख़ार की वजह से बाहर बैठे सबसे बड़े मैच विनर एबी डीविलियर्स अब बेहतर हैं और पूरी उम्मीद है कि वह आज के इस करो या मरो के मुक़ाबले में मैदान में उतरेंगे।
चेन्नई को कसनी होगी कमर, केकेआर के ख़िलाफ़ टीम ने की थी कई चूक
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी वाली इस टीम ने वैसे तो अब तक कमाल का प्रदर्शन किया है और 9 मैचों में 6 जीत के साथ अंक तालिका में दूसरे पायदान पर खड़ी है। लेकिन अभी भी प्ले-ऑफ़ की टिकट उनके हाथों में आई नहीं है, ऐसे में अपनी कुछ ग़लतियों से इस टीम को सबक़ लेना होगा। कोलकाता के ख़िलाफ़ पिछले मैच में कुछ फ़ैसले और फिर मैदान में ख़राब फ़ील्डिंग और निराशाजनक गेंदबाज़ी ने टीम को जीत से वंचित कर दिया था। एम एस धोनी का रविंद्र जडेजा पर अत्याधिक भरोसा टीम के लिए अच्छा नहीं जा रहा, बल्लेबाज़ी क्रम में जडेजा को हमेशा माही ड्वेन ब्रावो से ऊपर भेज रहे हैं और हर बार जडेजा ने निराश किया। कोलकाता के ख़िलाफ़ भी जडेजा क्रीज़ पर रन के लिए जूझ रहे थे और ब्रावो डग आउट में बैठकर नाख़ून चबाते रह गए, नतीजा चेन्नई ने क़रीब 20-25 रन कम बनाए। इसके बाद फ़ील्डिंग करते हुए भी पहले जडेजा ने एक ही ओवर में सुनील नारेन के दो आसान से कैच टपकाए और फिर दूसरे गेंदबाज़ों ने भी काफ़ी निराश किया। ऐसे में धोनी को जडेजा की जगह आख़िरी-11 में बनती है या नहीं, इस पर एक बड़ा फ़ैसला लेना होगा और अगर बनती है तो फिर उनके बल्लेबाज़ी क्रम पर फिर सोचने की ज़रूरत है।
चैलेंजर्स को आंकड़े भी दे रहे हैं बड़ा चैलेंज
इंडियन प्रीमियर लीग में अब तक इन दो सुपर पॉवर टीमों के बीच कुल 21 टक्कर हुई है, जिसमें चेन्नई सुपर किंग्स से ख़ुद को सुपर साबित किया है। चेन्नई ने अब तक बैंगलोर को 21 में से 13 बार शिकस्त दी है, जबकि 7 मौक़े ऐसे आए जब चैलेंजर्स के सिर जीत का सेहरा बंधा और 1 मैच बारिश की भेंट भी चढ़ा है। इतना ही नहीं चेन्नई ने पिछले 5 मैचों में 5 बार बैंगलोर को मात दी है, यानी मैदान के साथ साथ काग़ज़ पर भी धोनी के धुरंधर कहीं आगे हैं। पुणे में टॉस बहुत ज़्यादा मायने नहीं रखता क्योंकि यहां स्कोर को डिफ़ेंड करने में अब तक टीमों को अपेक्षाकृत अधिक क़ामयाबी मिली है। 6 में से 5 बार उस टीम को इस मैदान पर जीत मिली है जिसने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए 185+ का स्कोर खड़ा किया है। चेन्नई ने तो इस सीज़न में अब तक इस मैदान पर खेले सभी 3 मुक़ाबलों में पहले बल्लेबाज़ी की है और इनमें से 2 बार उन्हें जीत भी मिली है।
पिच का पेंच और मौसम का मिज़ाज
मुक़ाबला पुणे के महाराष्ट्र क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाना है, जहां अब तक इस सीज़न में 3 मुक़ाबले खेले गए हैं और सभी रनों से भरे रहे हैं। पहले मैच में जहां चेन्नई ने 204 रन बनाने के बाद जीत दर्ज की थी तो दूसरे मैच में मुंबई के ख़िलाफ़ इस मैदान पर चेन्नई 169 रन की रक्षा नहीं कर पाई थी। तीसरे मैच में एक बार फिर चेन्नई ने दिल्ली डेयरडेविल्स के ख़िलाफ़ 211 रनों का स्कोर खड़ा करते हुए जीत अपने नाम की थी। पिच में बल्लेबाज़ों से लेकर तेज़ गेंदबाज़ और स्पिनर्स सभी के लिए मदद मौजूद है और साथ ही तेज़ आउटफ़िल्ड और छोटी बाउंड्रीज़ रनों की बारिश की ओर इशारा करती है। जहां तक सवाल आसमान से होने वाली बरसात का है तो मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो फ़िलहाल मौसम का मिज़ाज साफ़ है।
क्या होगी चेन्नई और बैंगलोर की अंतिम एकादश ?
चेन्नई सुपर किंग्स संभावित-XI: शेन वॉट्सन, फ़ाफ़ डू प्लेसी, सुरेश रैना, अंबाती रायुडू, एम एस धोनी, ड्वेन ब्रावो, रविंद्र जडेजा, कर्ण शर्मा, हरभजन सिंह, केएम आसिफ़ और लुंगी एनगिडी रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर संभावित-XI: मनन वोहरा, ब्रेंडन मैकुलम, विराट कोहली, एबी डीविलियर्स, मंदीप सिंह, कॉलिन डी ग्रैंडहोम, वॉशिंगटन सुंदर, टिम साउदी, उमेश यादव, युज़वेंद्र चहल और मोहम्मद सिराज