चेन्नई सुपरकिंग्स को कल कोलकाता नाइटराडर्स के करारी हार का सामना करना पड़ा था। इस मैच में सबसे ज्यादा हैरानी वाली बात मौजूदा समय के सबसे शानदार फील्डर रविंद्र जडेजा की खराब फील्डिंग रही, जिन्होंने लगातार दो गेंदों पर सुनील नरेन का कैच छोड़ा। इसके अलावा एक बार फिर टीम के गेंदबाजों ने कप्तान धोनी को निराश किया। पहले बल्लेबाजी करते हुए चेन्नई की टीम ने धोनी द्वारा खेली गई शानदार 43 रनों की पारी की बदौलत 177 रनों का स्कोर खड़ा किया और एक समय चेन्नई ने केकेआर के 64 रनों तक तीन विकेट भी ले लिए थे। हालांकि इसके बाद युवा बल्लेबाज शुबमन गिल ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने आईपीएल करियर का पहला अर्धशतक लगाया और उन्हें इस बीच कप्तान दिनेश कार्तिक का भी अच्छा साथ मिला, जिन्होंने 18 गेंदों में 45 रन की विस्फोटक पारी खेली। इन दोनोें खिलाडियों के दमदार प्रदर्शन के बदौलत कोलकाता की टीम 6 विकेट से जीत दर्ज करने में कामयाब हुई। इस करारी हार के बाद कप्तान धोनी का गुस्सा साफ तौर पर देखा जा सकता था। प्रेजेंटेशन सेरामनी में धोनी ने कहा, "मैं इस हार से काफी निराश हूं और हमें गेंदबाजी में और अच्छा करने की जरूरत है। हालांकि अगर हम थोड़े और रन बनाते, तो शायद हम जीत सकते थे।" धोनी पहले ही यह बात कहते आ रहे हैं कि उनकी टीम फील्डिंग के मामले में सबसे अच्छी नहीं है, लेकिन कल टीम के फील्डर द्वारा किए गए लचर प्रदर्शन के बाद वो अपने गुस्से को रोक नहीं पाए और उन्होंने बिना जडेजा का नाम लेते हुए कहा, "हमें पता था कि हमारी टीम बेस्ट फील्डिंग साइड नहीं है, लेकिन जिस चीज ने मुझे सबसे ज्यादा निराश किया कि खिलाड़ी मैदान में सचेत नहीं थे। खिलाडियों को माइकल हसी से कुछ सीखना चाहिए, जब वो हमारे लिए खेलते थे, तो वो शानदार फील्डर नहीं थे, लेकिन हमेशा ही अपना 100 प्रतिशत देते थे। आपको मैदान में इसी तरह के रवैये की जरूरत होती है।" कोलकाता नाइटराइडर्स के खिलाफ मिली हार के बाद चेन्नई की टीम अब अंकतालिका में दूसरे स्थान पर आ गई है। चेन्नई की टीम की यह 9 मैचों में तीसरी हार है। सीएसके का अगला मैच कल रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के खिलाफ पुणे में होगा।