मुंबई इंडियंस को अपने पहले तीन मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा था, जिसकी वजह से वो प्वाइंट्स टेबल में काफ़ी नीचे आ गई है। मुंबई टीम आईपीएल इतिहास की सबसे कामयाब टीम में से एक है, मुंबई ने 3 बार आईपीएल ख़िताब पर कब्ज़ा जमाया है। इसके अलावा ये टीम 2 बार चैंपियंस लीग टी-20 की विजेता रही है। हांलाकि मुंबई टीम इस बात पर गर्व करती है कि पिछले 10 सीज़न में उनकी जीत का प्रतिशत 58.27 फ़ीसदी के क़रीब रहा है, लेकिन अक्सर वो आईपीएल में धीमी शुरुआत के लिए बदनाम हैं। वो पिछले कई सीज़न से अपना पहला मैच हारती आई है और इस साल भी ठीक वैसा ही हुआ। हम यहां इस आईपीएल सीज़न में मुंबई इंडियंस की धीमी शुरुआत को लेकर चर्चा कर रहे हैं।
#1 रोहित शर्मा का मौजूदा फ़ॉर्म
रोहित शर्मा अपनी विस्फोटक बल्लेबाज़ी के लिए बेहद मशहूर हैं और उनकी बैटिंग तकनीक कमाल की है। उन्होंने कई मैच में अकेले अपने दम पर टीम को जीत दिलाई है, वो किसी भी तरह की बॉलिंग अटैक का सामना करने को तैयार रहते हैं। रोहित शर्मा मुंबई इंडियंस के कप्तान हैं और उनकी मौजूदगी में इस टीम की शुरुआत बेहद बुरी रही है। बतौर सलामी बल्लेबाज़ ये उनकी ज़िम्मेदारी है कि वो टीम की पारी को एक तेज़ और मज़बूत शुरुआत दें ताकि मिडिल ऑर्डर बल्लेबाज़ों के लिए रन बनाना आसान हो जाए। ऐसा लग रहा है कि रोहित को लय में वापस आने के लिए कुछ मैच और खेलना होगा। हांलाकि रोहित की टीम किसी भी तरह से कमज़ोर नहीं है, लेकिन बतौर कप्तान उन्हें ख़ुद ज़िम्मेदारी उठानी होगी। ऐसा कई सीज़न में हुआ है कि मुंबई इंडियंस की शुरुआत बेहद बुरी रही है लेकिन वो प्लेऑफ़ में पहुंची हैं। इस टीम के फ़ैंस इस बार भी कुछ ऐसी ही उम्मीद कर रहे हैं। पहले 3 मैच में रोहित शर्मा ने 14.66 की औसत से महज़ 44 रन बनाए थे, लेकिन फिर चौथे मैच में उन्होंने कमाल की बल्लेबाज़ी करते हुए 94 रन बनाए और टीम को पहली जीत दिलाई।
#2 खिलाड़ियों का चोटिल होना
मुंबई इंडियंस के इतिहास में चोटिल खिलाड़ियों की भरमार रही है। मुंबई के पूर्व खिलाड़ी लसिथ मलिंगा, लेंडल सिमंस और आरोन फिंच भी चोट के शिकार रहे हैं, जिसकी वजह से इस टीम को अपना गेम प्लान बदलना पड़ा था। इस साल भी मुंबई इंडियंस टीम मैनेजमेंट ने अपनी रणनीति तय की थी, लेकिन चोटिल खिलाड़ियों की वजह से गेम प्लान को पूरी तरह बदलना पड़ा, जो टीम के लिए सही साबित नहीं हुआ। इस साल मुंबई इंडियंस को चोट की वजह से पैट कमिंस और जेसन बेहरनडोर्फ़ जैसे तेज़ गेंदबाज़ गंवाने पड़े। यही इनके पहले 3 मैच में हार की वजह बनी, इन 2 खिलाड़ियों की जगह मुंबई ने मिचेल मैकलेनाघन और एडम मिल् को टीम में शामिल किया है, ये दोनों क्रिकेटर ऑस्ट्रलिया के हैं।
#3 बैक-अप गेंदबाज़
जब गेंदबाज़ी की बात आती है तो मुंबई इंडियंस को सबसे मज़बूत माना जाता है। इस टीम के पास कई ऐसे बॉलर है जो मैच विनर साबित हुए हैं। लेकिन इस सीज़न की शुरुआत में मुंबई के कई गेंदबाज़ अपने पूरे लय में नहीं दिखे यही इस टीम की गिरावट की वजह बनी। इस सीज़न के पहले 2 मैच में गेंदबाज़ मयंक मार्कंडेय और जसप्रीत बुमराह का प्रदर्शन अच्छा रहा। हांलाकि बाकी कई बैक-अब गेंदबाज़ वैसा खेल नहीं दिखा पाए जैसा कि उनसे उम्मीद की जा रही थी। हार्दिक पांड्या और काइरोन पोलार्ड भी गेंदबाज़ी में कोई ख़ास कमाल नही दिखा पाए।
#4 कांटे की टक्कर में पिछड़ जाना
मुंबई इंडियंस ने पहले 3 मैच बेहद कड़े मुक़ाबले में और कम अंतर से हारे। इस बात से साबित होता है कि ये टीम नज़दीकी मामले में हार मान जाती है। इस सीज़न में मुंबई का पहला मुक़ाबला चेन्नई से था, मुंबई इंडियंस पहले मैच में जीत की तरफ़ बढ़ रही थी, लेकिन चेन्नई के ड्वेन ब्रावो ने पूरा मैच पलट कर रख दिया। सनराइज़र्स हैदराबाद के ख़िलाफ़ दूसरे मैच में भी मुंबई को आख़िरी ओवर में हार का सामना करना पड़ा। दिल्ली डेयरडेविल्स के ख़िलाफ़ तीसरे मैच में दिल्ली को जीत के लिए आख़िरी ओवर में 10 रन की ज़रूरत थी। दिल्ली की टीम ने संयम बरक़रार रखा। आख़िरी गेंद में दिल्ली को 1 रन बनाना था जो उसने आसानी से पूरा कर लिया और मुंबई के हिस्से में आई लगातार तीसरी हार। लेखक- तरुण कुमार सिंह अनुवादक – शारिक़ुल होदा