इंडियन प्रीमियर लीग का ग्यारहवां सत्र अपने मधयांतर तक पहुंच चुका है और हमने अब तक कुछ शानदार प्रदर्शन देखे हैं। एबी डिविलियर्स, सुरेश रैना, शेन वॉटसन और सुनील नारेन जैसे टी -20 विशेषज्ञ खिलाड़ियों ने जहां उम्मीद के मुताबिक ही प्रदर्शन किया है। वहीं पृथ्वी शॉ और मुजीब उर रहमान जैसे युवा खिलाड़ियों ने अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया है लेकिन मौजूदा सत्र में कई खिलाड़ियों ने चौंकाने वाला प्रदर्शन किया है। तो आइए जानते हैं प्रत्येक टीम के ऐसे एक खिलाड़ी के बारे में:
चेन्नई सुपर किंग्स - एमएस धोनी
आईपीएल सीज़न 2018 की शुरूआत से पहले, भले ही धोनी ने 2016 की शुरुआत के बाद से दो टी 20 अर्धशतक लगाए थे लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान को टी -20 प्रारूप में अपनी धीमी बल्लेबाजी के लिए आलोचना का सामना करना पड़ रहा था। पर इस विकेटकीपर-बल्लेबाज ने मौजूदा सीज़न में अपनी धमाकेदार बल्लेबाज़ी से आलोचकों को चुप करा दिया है और टूर्नामेंट में हर एक गेंदबाज की पिटाई की है। अपनी 10 पारियों में धोनी ने 90 की औसत से 166 की स्ट्राइक रेट पर 360 रन बनाए हैं और धोनी का स्ट्राइक रेट इस सीज़न में सबसे ज़्यादा रहा है।
दिल्ली डेयरडेविल्स- ऋषभ पंत
दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल 2018 से बाहर निकलने वाली पहली टीम हैं। इस वजह से, प्रशंसकों को युवा बल्लेबाज़ ऋषभ पंत की धमाकेदार बल्लेबाज़ी देखने को नहीं मिलेगी। पंत निदाहस ट्रॉफी में भारतीय टीम के लिए कुछ खास कर पाए थे लेकिन, आईपीएल में उन्होंने अब तक शानदार प्रदर्शन किया है और वह एक आक्रमक और परिपक्व खिलाड़ी के रूप में नज़र आ रहे हैं।
किंग्स-XI पंजाब- क्रिस गेल
इस साल की आईपीएल नीलामी में क्रिस गेल को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने रिटेन नहीं किया था। पहले दिन की नीलामी में उन्हें कोई खरीददार नहीं मिला था लेकिन नीलामी में तीसरी बार उनकी बोली लगने पर किंग्स इलेवन पंजाब ने उन्हें 2 करोड़ रुपए में अपनी टीम में शामिल किया था। जबकि पिछले सत्रों में उनका पप्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था लेकिन वीरेंद्र सहवाग और प्रीति जिंटा ने जमैका के इस दिग्गज बल्लेबाज़ पर भरोसा दिखाया और गेल ने उनपर दिखाए गए भरोसे को टूटने नहीं दिया। वह मौजूदा सत्र में शानदार फॉर्म में नज़र आ रहे हैं और उन्होंने 7 मैचों में 62 की औसत और 150 की स्ट्राइक रेट से शानदार 311 रन बनाए हैं।
कोलकाता नाइट राइडर्स- दिनेश कार्तिक
निदाहस ट्रॉफी के फाइनल में दिनेश कार्तिक की 10 गेंदों में 34 रन की नाबाद 34 पारी कौन भूल सकता है। आख़िरी गेंद पर उनके द्वारा लगाए छक्के से भारत ने इस ट्रॉफी पर कब्ज़ा किया था। उनके प्रदर्शन को देखते हुए सभी प्रशंसक और क्रिकेट पंडितों उन्हें विश्व कप 2019 में टीम का हिस्सा बनते देखना चाहते होंगे। तमिलनाडु के इस विकेटकीपर-बल्लेबाज को अनुभवी खिलाड़ी होने के नाते कोलकाता नाइट राइडर्स टीम प्रबंधन ने कप्तानी का कार्यभार सौंपा था। लेकिन, कार्तिक ने शांत रहते हुए एक बल्लेबाज और एक कप्तान के रूप में बेहतरीन काम किया है। हालांकि वह टूर्नामेंट में एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए हैं लेकिन कोलकाता के लिए ज़रूरत पड़ने पर जो पारियां उन्होंने खेली हैं, उन्होंने टीम की जीत का मार्ग प्रशस्त किया है। आंकड़ों की बात करें तो कार्तिक ने अब तक 11 मैचों में 46 की औसत और 148 की स्ट्राइक रेट के साथ, 321 रन बनाए हैं। ग़ौरतलब है कि कार्तिक टूर्नामेंट में सर्वाधिक रन बनाने वाले उन शीर्ष 25 बल्लेबाज़ों में एकमात्र बल्लेबाज है, जिन्होंने टूर्नामेंट में एक भी अर्धशतक नहीं लगाया है।
मुंबई इंडियंस- सूर्यकुमार यादव
सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पांड्या इस सीज़न में 11 मैचों में क्रमश: 435 रन और 16 विकेट लेकर मुंबई इंडियंस के सर्वश्रेष्ट खिलाड़ी रहे हैं। इन दोनों से कप्तान रोहित शर्मा को जिस प्रदर्शन की उम्मीद थी, इन्होने निश्चित रूप से उससे बढ़कर ही प्रदर्शन किया है। लेकिन, आईपीएल की शुरुआत से पहले अपेक्षाकृत अज्ञात लेग स्पिनर मयंक मार्कंडेय ने अपनी गेंदबाज़ी से सबको आश्चर्यचकित किया है। उन्होंने 11 मैचों में 20 की औसत और 8 से कम की इकोनॉमी रेट से 14 विकेट लिए हैं और वह इस सीज़न में सबसे ज़्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में दूसरे स्थान पर हैं। अपने शानदार प्रदर्शन से मार्कंडेय ने क्रिकेट प्रशंसकों को प्रभावित किया है।
राजस्थान रॉयल्स- कृष्णप्पा गौथम
जब राजस्थान रॉयल्स ने 2018 की आईपीएल नीलामी में कृष्णप्पा गौथम को महंगे दाम पर अपनी टीम में शामिल किया तो सभी क्रिकेट प्रशंसक आश्चर्यचकित थे क्योंकि उन्होंने पिछले दस सत्रों में टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं खेला है। लेकिन जैसे ही आईपीएल के वर्तमान सीज़न की शुरुआत हुई, उन्होंने बल्ले और गेंद दोनों से ही शानदार प्रदर्शन कर सभी को दिखाया कि वह नीलामी में इतना महंगा क्यों थे। हालांकि बल्ले से उन्हें ज़्यादा कुछ करने का मौका नहीं मिला लेकिन मुंबई इंडियंस के खिलाफ उनकी पारी अकल्पनीय थी, जिसमें उन्होंने 11 गेंदों पर नाबाद 33 रन बनाए और जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार गेंदबाज़ की जमकर धुनाई की थी। वर्तमान आईपीएल सीज़न में गेंद के साथ, वह जोफ्रा आर्चर के बाद राजस्थान के दूसरे सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं और उन्होंने 10 मैचों में लगभग 7 की इकोनॉमी रेट और 26 की औसत से 8 विकेट लिए हैं।
रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर- उमेश यादव
अतीत में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के लिए निराशाजनक प्रदर्शन करने वाले उमेश यादव ने मौजूदा सीज़न में कप्तान कोहली की अगुवाई में अपने अपने प्रदर्शन से सबको हैरान किया है। जबकि पिछले सत्रों में यादव रनों के मामले में काफी खर्चीले साबित होते रहे हैं लेकिन विदर्भ के इस तेज़ गेंदबाज ने पूरे सत्र में लगातार शानदार प्रदर्शन करके सभी को आश्चर्यचकित कर दिया। लीग में सर्वाधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों की सूची में वह संयुक्त दूसरे स्थान पर हैं। उन्होंने 10 मैचों में 22 की औसत और लगभग 8 की इकोनॉमी रेट से 14 विकेट लिए हैं। चूँकि उमेश आखिरी ओवरों में काफी महंगे साबित होते हैं, कोहली पहले 14 ओवरों में ही उनसे गेंदबाज़ी करवा लेते हैं और इसीलिए पॉवरप्ले में यादव ने अब तक इस लीग में सर्वाधिक विकेट लिए हैं।
सनराइज़र्स हैदराबाद- केन विलियमसन
जब डेविड वॉर्नर को आईपीएल में खेलने से प्रतिबंधित कर दिया गया, तो सनराइज़र्स हैदराबाद ने न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को कप्तान के रूप में नियुक्त किया। हालांकि वॉर्नर की अनुपस्थिति सनराइजर्स के लिए एक बड़ा झटका है, लेकिन विलियमसन ने उनपर दिखाए भरोसे को सही ठहराने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कप्तान के रूप में अपना पहला आईपीएल खेल रहे इस किवी खिलाड़ी ने अपनी नेतृत्व क्षमता और शानदार बल्लेबाज़ी से सभी को प्रभावित किया है। कप्तान के रूप में उन्होंने अपने प्रदर्शन से आलोचकों को चुप करा दिया और बल्लेबाज़ी में ऑरेंज कैप पर कब्ज़ा जमाने में वह बस एक कदम दूर हैं। आंकड़ों की बात करें तो उन्होंने अपनी 11 पारियों में 62 की शानदार औसत और 137 की स्ट्राइक रेट से 493 रन बनाए हैं। जिस निरंतरता से उन्होंने बल्लेबाज़ी की है, उनके आलोचकों लिए यह चौंकाने वाला होगा। लेखक: नवीन के अनुवादक: आशीष कुमार