बुधवार को चिन्नास्वामी स्टेडियम में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर और चेन्नई सुपरकिंग्स के बीच खेले गए मैच में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने अपनी धमाकेदार पारी की बदौलत टीम को ना सिर्फ जीत दिलाई, बल्कि कई रिकॉर्ड भी अपने नाम दर्ज़ किए। बैंगलोर द्वारा दिए गए 205 रनों का पीछा करते हुए चेन्नई की टीम ने दो गेंद शेष रहते इस मैच को अपने नाम किया। धोनी ने 34 गेंदों में 70 रन की पारी खेलकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई। इस दौरान उन्होंने केवल एक चौका लगाया, जबकि सात बार गेंद को सीमा रेखा के पार पहुँचाया। अपनी इस पारी के बाद धोनी अब आईपीएल इतिहास में एक कप्तान के रूप में टी20 क्रिकेट में 5000 रन पूरे करने वाले पहले खिलाड़ी बन गए हैं। धोनी कप्तान रहते हुए अब तक 5010 रन बना चुके हैं। उनके बाद गौतम गंभीर (4242) और बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली (3591) क्रमशः दूसरे और तीसरे पायदान पर हैं।
मैच के दौरान कई दूसरे रिकॉर्ड भी दर्ज हो गए। टी20 क्रिकेट इतिहास में ये तीसरा मौका था जब किसी मैच के दौरान 33 छक्के लगे। सबसे अधिक छक्के (34) साल 2016 में सेंट्रल डिस्ट्रिक्ट और ओटैगो के बीच खेले मैच के दौरान लगे थे। साल 2016 में ही कोल्ट सीसी और कोलंबो के बीच खेले मैच में भी 33 छक्के लगे थे। इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ जब छक्के और चौकों की संख्या के बीच बड़ा अंतर था। गौरतलब है कि बुधवार के मैच में 33 छक्के लगे, जबकि चौकों की कुल संख्या 18 रही। इससे पहले चेन्नई और केकेआर के बीच खेले मैच में दोनों टीमों ने 31 छक्के लगाए थे, जबकि चौकों की संख्या 20 रही। साल 2017 में दिल्ली और गुजरात के बीच खेले मैच मैं भी 31 छक्के और 24 चौके लगे थे।
साथ ही ऐसा चौथी बार हुआ है जब कप्तान धोनी ने छक्का मारकर टीम को जीत दिलाई है। इससे पहले उन्होंने केकेआर (2008), पंजाब (2010), पंजाब (2016) और अब बैंगलोर (2018) के खिलाफ छक्का जड़कर अपनी टीम को जीत दिलाई है।