आईपीएल के 11वें सीज़न के लिए 24 खिलाड़ियों को रिटेन किया जा सकता था लेकिन अलग-अगल टीमों ने कुल 18 खिलाड़ियों को ही रिटेन करने का फ़ैसला किया। इन 18 खिलाड़ियों में क्रिस गेल, गौतम गंभीर और ड्वेन ब्रावो जैसे बड़े नाम शामिल नहीं है। चौंकाने वाली बात ये है कि अक्षर पटेल, श्रेयस अय्यर और सरफ़राज़ ख़ान को रिटेन किया गया है। अगर रिटेन किए गए खिलाड़ियों को मिलाकर एक टीम बनाई जाए तो वो कैसी दिखेगी ? यहां हम उन खिलाड़ियों में से 11 का चयन कर रहे हैं, जो मिलकर एक मज़बूत टीम का निर्माण कर सकते हैं।
सलामी बल्लेबाज़ों की जोड़ी
डेविड वॉर्नरजब से डेविड वॉर्नर ने सनराइज़र्स हैदराबाद का दामन थामा है उनकी विस्फोटक बल्लेबाज़ी का सिलसिला जारी है। पिछले 2 आईपीएल सीज़न में इस खिलाड़ी ने ऑरेंज कैप हासिल किया है। वो जिस टीम के लिए भी सलामी बल्लेबाजी की भूमिका निभाते हैं उसे एक मज़बूत शुरूआत देते हैं। अगर हैदराबाद ने उन्हें रिटेन किया है तो ये कोई चौंकाने वाली बात नहीं है। विराट कोहली भारतीय कप्तान बतौर सलामी बल्लेबाज़ भी एक बेतरीन खिलाड़ी हैं। आईपीएल के इतिहास में सिर्फ़ सुरेश रैना ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कोहली से ज़्यादा रन बनाए हैं। पिछले कुछ सीज़न में कोहली का प्रदर्शन शानदार रहा है। सिर्फ़ क्रिस गेल ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने कोहली से ज़्यादा शतक बनाए हैं। आईपीएल 2018 की नीलामी शुरू होने से पहले ही कोहली इस टूर्नामेंट के इतिहास में सबसे महंगे खिलाड़ी बन गए हैं। आरसीबी टीम ने उन्हें 17 करोड़ रुपये चुकाकर रिटेन किया है। विराट कोहली को ये साबित करना होगा कि उनको रिटेन किया जाना एक सही फ़ैसला था।
मध्यक्रम
सुरेश रैनाहांलाकि आईपीएल में कई ऐसे खिलाड़ी मौजूद हैं जिन्होंने अपने खेल से रोमांच जगाया है, लेकिन कुछ ही ऐसे खिलाड़ी होते हैं जो लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं, सुरेश रैना उन में से एक हैं। आईपीएल के इतिहास के वो सबसे ज़्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। आईपीएल 2018 में रैना चेन्नई टीम में वापसी कर रहे हैं। उम्मीद है कि वो अपना बेस्ट देंगे और टीम इंडिया सीमित के ओवर के खेल में वापसी करेंगे। रोहित शर्मा रोहित शर्मा इकलौते ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने 4 बार आईपीएल का ख़िताब जीता है। उन्होंने लगातार अपने शानदार खेल से अपनी टीम को फ़ायदा पहुंचाया है। वो न सिर्फ़ एक हुनरमंद बल्लेबाज़ हैं बल्कि एक अच्छे कप्तान भी हैं। रोहित की कप्तानी में मुंबई इंडियंस टीम ने 3 आईपीएल ख़िताब जीते हैं। मुंबई के अलावा किसी भी टीम ने ये टूर्नामेंट 2 बार से ज़्यादा नहीं जीता है। यही वजह है कि मुंबई टीम ने रोहित को रिटेन किया है, ताकि वो एक बार फिर चैंपियन बन सकें। एबी डीविलियर्स आईपीएल के इतिहास में सिर्फ़ 7 खिलाड़ी ऐसे हैं जिन्होंने 150 से ज़्यादा छक्के लगाए हैं, एबी डीविलियर्स उन्ही 7 खिलाड़ियों में से एक हैं। जब वो बल्लेबाज़ी करते हैं तो ऐसा बिलकुल नहीं लगता कि उनके लिए रन बनाना कोई मुश्किल काम है। पूरे आईपीएल करियर में उनका औसत 40 और स्ट्राइक रेट 150 के क़रीब है जो ये साबित करता है कि वो एक कंसिस्टेंट प्लेयर हैं। विदेशी खिलाड़ियों में सिर्फ़ डेविड वॉर्नर और क्रिस गेल ही ऐसे खिलाड़ी हैं जिन्होंने आईपीएल में डीविलियर्स से ज़्यादा रन बनाए हैं। महेंद्र सिंह धोनी क़रीब 2 साल के इंतज़ार के बाद चेन्नई का शेर एमएस धोनी अपनी टीम में वापसी कर रहा है। चेन्नई सुपरकिंग्स को 2 आईपीएल और 2 चैंपियंस लीग टी-20 ख़िताब जिताने वाले धोनी की अगली चुनौती अपने शानदार ट्रैक रिकॉर्ड को बरक़रार रखने की होगी। धोनी उसी टीम में दोबारा कप्तानी करेंगे जहां से उन्होंने नई ऊंचाइयों को छुआ है।
ऑलराउंडर्स
आंद्रे रसेलवेस्टइंडीज़ के हरफ़नमौला क्रिकेटर आंद्र रसेल अपने प्रतिबंध से वापस लौटे हैं। अगर टी-20 की बात करें तो वो सबसे प्रभावशाली ऑलराउंडर्स में से एक रहे हैं। हांलाकि उनके मौजूदा फ़ॉर्म के बार में कुछ भी कह पाना मुश्किल है। उनके अंदर ओपनिंग गेंदबाज़ी करने की क़ाबिलियत है और डेथ बॉलिंग करने में भी वो माहिर हैं। अगर बल्लेबाज़ी की बात करें तो वो लंबे शॉट लगाने का दम रखते हैं। अपने टी-20 करियर में उनका स्ट्राइक रेट 165 के क़रीब है जो उनके हुनर की गवाही देता है। अक्षर पटेल हांलाकि पिछले सीज़न में किंग्स इलेवन पंजाब के पास कई स्टार प्लेयर्स मौजूद थे, फिर भी टीम के मालिकों ने अक्षर पटेल पर भरोसा करते हुए उन्हें रिटेन करना सही समझा। उनका हरफ़नमौला हुनर ही इसकी असली वजह है। हांलाकि अक्षर के नाम एक भी आईपीएल अर्धशतक नहीं है, लेनिक उनके नाम 20 का औसत और 130 से ज़्यादा का स्ट्राइक रेट है। उनके टी-20 करियर में औसतन हर ओवर में महज़ 7 रन बने हैं। यही वजह है कि उन्हें रिटेन किया गया। फ़िलहाल अक्षर की उम्र महज़ 23 साल की है और उनमें उभरने की पूरी क़ाबिलियत मौजूद है।
स्पिनर्स
सुनील नरेनसुनील नरेन को कोलकाता नाइटराइडर्स ने रिटेन किया है। हांलाकि केकेआर के इस फ़ैसले से कई लोगों की भौहें तन गई हैं। इसकी वजह ये है कि नरेन अब उतने प्रभावशाली गेंदबाज़ नहीं रहे जैसा कि पहले हुआ करते थे। लेकिन उनके हाल की विस्फोटक बल्लेबाज़ी की बदौलत उन्हें रिटेन किया गया है। हांलाकि अब वो उतने विकेट नहीं ले पाते जितना कि पहले लिया करते थे, लेकिन वो आज भी एक किफ़ायती गेंदबाज़ हैं। आज भी वो विपक्षी बल्लेबाज़ों के दिलों में ख़ौफ़ पैदा करने के लिए काफ़ी हैं। ऑस्ट्रेलिया के बिग बैश लीग में खेलते हुए उन्होंने मेलबर्न रेनेगेड्स टीम में ओपनिंग भी की थी, तभी से उनके रोल में बदलाव आ गया था। सीपीएल और आईपीएल में खेलते हुए उनसे यही उम्मीद है कि वो अपनी ओपनिंग के दौरान टीम को एक तेज़ शुरुआत देंगे, भले ही वो कंसिस्टेंट न रह पाएं।
तेज़ गेंदबाज़
भुवनेश्वर कुमारआईपीएल के इतिहास के टॉप 5 विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों को उनकी टीम ने रिटेन नहीं किया, लेकिन भुवनेश्वर कुमार ने बाज़ी मार ली है। पिछले कुछ सालों में भुवी का फ़ॉर्म बेतहरीन रहा है यही वजह है कि सनराइज़र्स हैदराबाद ने उनको और वॉर्नर को रिटेन करने का फ़ैसला किया है। भुवनेश्वर ने 90 मैच में 111 विकेट हासिल किए हैं जो आईपीएल के इतिहास में किसी भी भारतीय गेंदबाज़ द्वारा ली गई सबसे ज़्यादा विकेटों की संख्या है। उम्मीद है कि आईपीएल 2018 सीज़न में वो अपने रिकॉर्ड को और बेहतर करेंगे। लेखक- श्री हरि अनुवादक – शारिक़ुल होदा