बुधवार को आईपीएल का 41वां मुकाबला कोलकाता नाइट राइडर्स और मुंबई इंडियंस के बीच ईडन गार्ड्स में खेला गया। ये मैच अंपायर के एक गलत निर्णय के कारण चर्चा में बना हुआ है। पहली पारी के दौरान 16वां फ़ेंकने के लिए आये टॉम करन के सामने हार्दिक पंड्या बल्लेबाजी कर रहे थे। टॉम करन ने अपने ओवर की पहली चार गेंदों पर महज़ तीन रन दिए थे। पाँचवी गेंद पर करन के सामने मुंबई के कप्तान रोहित शर्मा क्रीज़ पर थे। गेंद फेंकने के बाद अंपायर केएन अनंतपद्मनाभम ने नो बॉल का इशारा कर दिया।
अंपायर को लगा कि गेंदबाज का अगला पैर क्रीज़ के आगे ( ओवर स्टेपिंग) निकल गया है। इस फैसले से टॉम करन सहमत नहीं थे, मगर उन्होंने संयम दिखाते हुए वापस लौटना ही मुनासिब समझा। रिप्ले में साफ तौर पर दिख रहा था कि गेंदबाज का अगला पैर क्रीज़ के अंदर है मगर फिर भी अंपायर ने अपना निर्णय नहीं बदला। जिसके रूप में मुंबई को 1 अतिरिक्त रन और एक फ्री हिट का लाभ मिला।
इस मैच में मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए इशान किशन द्वारा 21 गेंदों में 62 रनों की मदद से 210 रन का लक्ष्य कोलकाता के सामने रखा। हालांकि मुंबई के गेंदबाजों के सामने कोलकाता की बल्लेबाजी बिखर गई। क्रिस लिन और नीतीश राणा ही 21 -21 रन जोड़ सके और कोलकाता की टीम 108 रन पर ढेर हो गई। इससे पहले भी आईपीएल के इस सीज़न में अंपायर गलत निर्णय के कारण फजीहत झेल चुके हैं। 17 अप्रैल को मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के बीच मैच को भी अंपायर के गलत निर्णय का शिकार होना पड़ा। जसप्रीत बुमराह ने अपनी गेंद पर उमेश यादव को आउट कर दिया तब थर्ड अंपायर को जो फुटेज दिखाया गया उसमें जसप्रीत बुमराह का पैर क्रीज़ के अंदर था जिसके कारण उमेश को आउट करार दे दिया गया। बाद में पता चला कि ये फुटेज गलत था, हक़ीक़त में बुमराह का पैर क्रीज़ के बाहर था।