आईपीएल 2019 के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स को मुंबई इंडियंस के खिलाफ एक रन से हार का सामना करना पड़ा। इस मैच में चेन्नई सुपर किंग्स टीम की हार का सबसे बड़ा कारण उनकी मध्यक्रम बल्लेबाजी थी, जो उस मैच में फ्लॉप रही। चेन्नई सुपर किंग्स टीम इस सीजन अपने मुख्य खिलाड़ियों के खराब फॉर्म को लेकर चिंतित रही।
सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन पूरे सीजन में मात्र तीन-चार मैचों में ही अच्छा प्रदर्शन कर सकें, इसके अलावा वे लगभग सभी मैचों में फ्लॉप रहे। शेन वॉटसन इस साल 9 मैचों में 10 से कम गेंदें खेलकर ही आउट हुए गए। सलामी बल्लेबाज फाफ डू प्लेसी अच्छी शुरुआत के बावजूद भी बीच के मैचों में अपना लय खोने लगे। इसके अलावा सुरेश रैना और अंबाती रायडू भी पूरे सीजन खराब फॉर्म में दिखे।
चेन्नई सुपरकिंग्स के संकटमोचक उनके कप्तान महेंद्र सिंह धोनी थे जिन्होंने अपने दम पर कई मैचों में जीत दिलाई। चेन्नई सुपरकिंग्स की लीग मैचों में सफलता का सबसे बड़ा श्रेय महेंद्र सिंह धोनी और उनके गेंदबाजों हरभजन सिंह, इमरान ताहिर, रविंद्र जडेजा और दीपक चाहर को जाता है। इन चारों गेंदबाजों ने इस साल शानदार प्रदर्शन किया है।
आज हम बात करने जा रहे हैं उन 3 अनसोल्ड खिलाड़ियों के बारे में जो अगर चेन्नई सुपर किंग्स टीम का हिस्सा होते तो उन्हें खिताब दिलवा सकते थे।
#3. मनोज तिवारी:
अनुभवी खिलाड़ी मनोज तिवारी इस सीजन अनसोल्ड रहे थे, उनकी बेस प्राइस 50 लाख रुपये थी। अगर मनोज तिवारी को चेन्नई सुपरकिंग्स फ्रेंचाइजी खरीद लेती तो उनकी मध्यक्रम बल्लेबाजी वाली परेशानी समाप्त हो सकती थी।
चेन्नई सुपर किंग्स टीम ने इस सीजन ऑक्शन में तेज गेंदबाज मोहित शर्मा को 5 करोड़ रुपये में और अनकैप्ड बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को 20 लाख रुपये में खरीदा था। मोहित शर्मा ने इस सीजन फ्लॉप रहे जबकि ऋतुराज गायकवाड़ को खेलने का मौका ही नहीं मिला। मनोज तिवारी साल 2017 में पुणे की ओर से शानदार प्रदर्शन किया था। चेन्नई सुपर किंग्स के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी उस समय पुणे टीम का हिस्सा थे। मनोज तिवारी के नाम 98 मैचों में 28.72 की औसत से और 116.97 की स्ट्राइक रेट से 1695 रन दर्ज हैं। उन्होंने आईपीएल में 7 अर्धशतक भी लगाए हैं।
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#2.मोर्ने मोर्कल:
दक्षिण अफ्रीकी तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल पिछले कुछ सालों से आईपीएल का हिस्सा नहीं हैं। यह काफी चौंकाने वाली बात है कि मोर्ने मोर्कल को खरीदने में किसी फ्रेंचाइजी ने दिलचस्पी नहीं दिखाई। मोर्ने मोर्कल इस समय रॉयल लंदन वनडे कप खेल रहे हैं जिसमें उन्होंने 6 मैचों में 18.38 की औसत से 13 विकेट चटकाए हैं जबकि उनकी इकोनॉमी 4.52 की रही है। वे सरे की ओर से काउंटी क्रिकेट खेलते हैं।
चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से इस सीजन ड्वेन ब्रावो उतने प्रभावशाली नहीं रहे हैं जिससे कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के सामने डेथ ओवरों में गेंदबाजी कराने के लिए बेहद समस्या होती थी। ऐसे में मोर्ने मोर्कल का अनुभव चेन्नई सुपरकिंग्स टीम के लिए बहुत काम आता। मोर्ने मोर्कल ने अब तक 172 टी20 मैचों में हिस्सा लिया है जिसमें उन्होंने 20.3 की औसत से कुल 190 विकेट अपने नाम किए हैं। इस दौरान उनकी इकोनॉमी 7.55 की रही है।
#1. ल्यूक रोंकी:
चेन्नई सुपरकिंग्स के सलामी बल्लेबाज शेन वॉटसन पूरे सीजन फ्लॉप दिखे जबकि फाफ डू प्लेसी भी कई मैचों में फ्लॉप साबित हुए ऐसे में न्यूजीलैंड के बल्लेबाज ल्यूक रोंकी चेन्नई सुपरकिंग्स के लिए बेहतर साबित हो सकते थे। ल्यूक रोंकी इस समय पाकिस्तान सुपर लीग, कैरेबियन प्रीमियर लीग जैसे लीगों का हिस्सा हैं। ल्यूक रोंकी ने पिछले साल पाकिस्तान सुपर लीग में इस्लामाबाद यूनाइटेड की ओर से खेलते हुए उस सीजन में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज थे। उन्होंने 11 मैचों में 43.5 की औसत से 435 रन बनाए थी।
ल्यूक रोंची अपने क्रिकेट करियर में घरेलू और टी20 लीगों को मिलाकर अब तक 193 मैचों में हिस्सा ले चुके हैं। जिसमें उन्होंने 24.69 की औसत से 3951 रन बनाए हैं जिसमें एक शतक और 23 अर्धशतक शामिल है। ल्यूक रोंची का स्ट्राइक रेट 153.31 का रहा है। ल्यूक रोंकी शेन वॉटसन के उपयुक्त विकल्प हो सकते थे।