23 मार्च से आईपीएल शुरू होने जा रहा है और उत्साह पहले से चरम पर है। 2018 सीज़न राजस्थान रॉयल्स और चेन्नई सुपर किंग्स की वापसी के साथ ही एक काफी सफल सीज़न था।
इस साल भी हमे आईपीएल के दौरान कई नई प्रतिभाओं को अपना नाम बनाते हुए देखने को मिलेगा, वही कई खिलाड़ी ऐसे भी होंगे जो एक बार फिर से अपने प्रदर्शन के दम पर वापसी करना चाहते हैं। पिछले कई मौकों की तरह, इस लीग में क्रिकेटरों की एक बड़ी संख्या मैदान में उतरेगी तो उनके इरादे अपने देश की टीम में वापसी के लिए इस लीग को एक आदर्श मंच के रूप में प्रयोग करने के होंगे।
यहाँ हम ऐसे ही पांच भारतीय क्रिकेटरों पर नज़र डाल रहे हैं, जो इस बार आईपीएल में अपने प्रदर्शन से भारतीय टीम में अपनी वापसी की संभावना को बढ़ा सकते हैं।
# 5 मनीष पांडे (सनराइजर्स हैदराबाद)
मनीष पांडे आईपीएल के 2009 के सीज़न में शतक लगाने के बाद से हर किसी की नज़रों में आये थे। दाएं हाथ के इस खिलाड़ी ने 118 मैचों में 28.07 के औसत से कुल 2499 रन बनाए हैं। हालाँकि, सनराइजर्स के साथ उनका पिछला सीज़न अच्छा नहीं था क्योंकि उन्होंने 15 मैचों में 115.44 की एक स्ट्राइक रेट केवल 284 रन बनाए।
मनीष पांडे का हाल फिलहाल में अंतराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और इसी कारण वह भारतीय टीम से अभी बाहर भी हैं। फिर भी, 2019 का आईपीएल ऐसा हो सकता है जहां कर्नाटक का खिलाड़ी फिर से अपनी छाप छोड़े। घरेलू क्रिकेट में, पांडे का प्रदर्शन अच्छा था और उन्होंने अपने राज्य की टीम को रणजी ट्रॉफी के सेमीफाइनल में पहुंचने में मदद की। जबकि वह कर्नाटक की उस टीम के एक महत्वपूर्ण सदस्य भी थे जिसने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी को जीता।
वह ऐसे प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ हैं जो अपने दिन पर अकेले मैच जिता सकते हैं और उनकी क्षमता उनके आंकड़े बताते हैं। अगर वह सनराइजर्स के लिए फॉर्म में रहते हैं, तो निश्चित रूप से ऑरेंज आर्मी खुद को एक कदम आगे जाने के लिए और चेन्नई में मई 2019 में ट्रॉफी उठाने के लिए सबसे प्रबल दावेदार समझेगी।
# 4 दिनेश कार्तिक (कोलकाता नाइट राइडर्स)
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए, दिनेश कार्तिक की जगह भारतीय चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत को टीम में लेने का फैसला किया था। लेकिन पंत मौके का फायदा उठाने में सफल नहीं रहे थे और यही कारण है कि एक बार फिर से दिनेश कार्तिक विश्व कप के लिए भारतीय टीम के चयन की होड़ में आए गए हैं और ऐसे में एक अच्छा आईपीएल सीज़नउनकी टीम में जगह भी बनवा सकता है।
कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान कार्तिक ने 2018 में कप्तान के रूप में अपने पहले सीज़न में शानदार प्रदर्शन किया। कार्तिक ने 147.77 की आश्चर्यजनक स्ट्राइक रेट से 498 रन बनाए। इस प्रकार, यह आंकड़े बताते हैं कि अतिरिक्त जिम्मेदारी इस दाएं हाथ के बल्लेबाज़ को भाती है।
इसके अतिरिक्त, कार्तिक को पारी के अंत में हो या मध्य में बल्लेबाजी करने में महारत हासिल है और वह एक बार फिर से अपनी आईपीएल टीम को अच्छा नेतृत्व देते हुए अपने खेल को भी बेहतर करना चाहेंगे।
केकेआर पिछले साल उनकी टीम फाइनल जगह बनाने से चूक गई थी और वे दूसरे क्वालीफायर में सनराइजर्स से हार गए थे। हालांकि, इसमें दो राय नही कि अपनी टीम के युवा खिलाड़ियों और जोश के साथ ही साथ अपने अनुभव के साथ इस आईपीएल कुछ ख़ास करना चाहेंगे।
# 3 ऋषभ पंत (दिल्ली कैपिटल)
ऋषभ पंत को लंबे समय से धोनी के उत्तराधिकारी के रूप में देखा जा रहा है। हालाँकि इस विकेट-कीपर ने टेस्ट क्रिकेट में अपनी जगह बना ली है, लेकिन सफ़ेद गेंद क्रिकेट में अपने प्रदर्शन ने अक्सर निराश किया है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ हाल ही में समाप्त हुई घरेलू श्रृंखला में, पंत को एकदिवसीय मैचों में बतौर विकेटकीपर खिलाया था। हालांकि, वह अपनी क्षमता के अनुरूप प्रदर्शन करने में असफल रहे और खुद पर अनावश्यक दबाव डाला। यह प्रदर्शन नकारात्मक रूप से उनके आईपीएल प्रदर्शन पर सबसे अधिक प्रभाव डाल सकता है, और इस सीज़न में विफलता इस बाएं हाथ के विकेट कीपर के लिए राह मुशकिल कर सकती है।
आईपीएल हमेशा से पंत का पसंदीदा मंच रहा है। पिछले सीज़न में, उन्होंने 14 पारियों में 684 रन बनाये, जिसमें सनराइजर्स के खिलाफ शानदार शतक शामिल था। इस दौरान वह आईपीएल में 1000 रन बनाने वाले सबसे युवा बल्लेबाज भी बन गए।
इस बार पंत 24 मार्च को दिल्ली कैपिटल्स की ओर से जब अपना अभियान शुरू करेंगे तो उनके ऊपर दबाव होना तो तय है अपनी ग़ज़ब की आक्रामक शैली से बल्लेबाज़ कर रनों का अम्बार लगा सभी को चुप कराने का मौका भी होगा।
# 2 श्रेयस अय्यर (दिल्ली कैपिटल्स)
श्रेयस अय्यर ने नवंबर 2017 में अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेला था और उनमें भविष्य की संभावनों को देखा गया। फिर भी, एकदिवसीय और टी 20 में कुल 12 मैचों में यह खिलाड़ी उतना शानदार प्रदर्शन न कर सका कि उनकी टीम में जगह पक्की हो सके।
पिछले एक साल से अय्यर भारत के मध्य क्रम में स्थान पाने की दौड़ से बाहर होते चले गये हैं। 2018 के आईपीएल के शुरुआती चरण में, उन्होंने कुछ ख़ास नही किया। हालांकि, कप्तानी की बागडोर संभालने के बाद, वह पूरी तरह से एक अलग बल्लेबाज दिखे।
अय्यर आईपीएल के इस सीज़न में भीं दिल्ली कैपिटल्स का नेतृत्व करते नज़र आएंगे और उनकी पूरी कोशिश होगी कि वह एक असाधारण व्हाइट-बॉल क्रिकेटर के रूप में अपनी पहचान बना सकें और उम्मीदों पर खरा उतर सकें। अगर पिछले कुछ समय से उनका घरेलू प्रदर्शन देखा जाये, तो कोई भी संदेह नही कि यह सीज़न अय्यर के लिए कुछ ख़ास बन सकता है।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में, अय्यर ने मणिपुर और मध्य प्रदेश के खिलाफ दो शतकों के साथ 10 पारियों में 484 रन बनाए। इसके अलावा, भारत के नंबर 4 के स्थान पर अभी भी दौड़ में शामिल हो सकते हैं, क्यूंकि दिल्ली कैपिटल्स कप्तान अगर आईपीएल में पूरे सीज़न के दौरान बढ़िया प्रदर्शन करके अपने चयन के लिए दरवाजा खोल सकते हैं।
इसलिए, आईपीएल 2019 सीज़न अय्यर के लिए उनकी क्षमताओं का प्रदर्शन करने के लिए एक अच्छा मंच हो सकता है।
# 1 केएल राहुल (किंग्स इलेवन पंजाब)
पिछले कुछ वर्षों में, कई खिलाड़ियों ने आईपीएल में अपने प्रदर्शन के दम पर अपने फॉर्म को वापस पाया है और इस बार के एल राहुल को भी कुछ ऐसी ही उम्मीद होगी की वो इस सीज़न अपने प्रदर्शन के दम पर अपनी खोई फॉर्म वापस पा सकें। राहुल अपने दिन पर विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाजों के बराबर क्षमता वाले बल्लेबाज़ नज़र आते हैं। लेकिन उनके प्रदर्शन में निरंतरता की कमी के चलते उन्हें आलोचनाओं का सामना भी करना पड़ता है।
हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध 20 श्रृंखला में, राहुल ने बल्ले के साथ अच्छा प्रदर्शन किया और अपनी क्षमताओं को दुनिया को याद दिलाया। हालांकि वह असाधारण शॉट खेल सकते हैं लेकिन उन्हें अपने खेल में आक्रामकता के साथ धैर्य का भी मिश्रण करना होगा। दाएं हाथ के यह बल्लेबाज कुछ ज्यादा ही करने के प्रयास में अक्सर अपना विकेट गवां बैठता है और यही कारण है कि उनके आंकड़े उनकी क्षमता नही दिखाते हैं।
इसके अलावा, राहुल अभी भी विश्व कप के लिए इंग्लैंड के लिए उड़ान भरने के लिए कतार में हैं। लेकिन, ऐसा होने के लिए उन्हें आईपीएल में बेहतर प्रदर्शन करना होगा और आईपीएल में उनके पिछले प्रदर्शनों को देखा जाए तो कहा जा सकता है कि वह ऐसा करने में सक्षम भी हैं।