जोस बटलर (राजस्थान रॉयल्स)
राजस्थान रॉयल्स की ओर से जोस बटलर जैसे खिलाड़ी से ओपनिंग बल्लेबाजी कराना टीम के लिए सही साबित हुआ। बटलर ने कई मौकों पर गेंद पर खुलकर प्रहार किया और टीम को एक मजबूत लक्ष्य तक पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। जबकि अजिंक्य रहाणे और स्टीव स्मिथ जैसे खिलाड़ी खराब फॉर्म की समस्या से जूझ रहे थे।
बटलर ने इस सीजन में टीम की ओर से 8 मैच खेले और उनमें उन्होंने 38.87 की औसत से 311 रन बनाए। अगर उनके साथ टीम के अन्य खिलाड़ियों ने भी बेहतरीन खेल दिखाया होता तो शायद यह टीम भी प्लेऑफ में जगह बना सकती थी। ऐसे में बटलर को इस टीम की सबसे बड़ी संपत्ति कहा जा सकता है।
युजवेंद्र चहल (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर)
आरसीबी ने इस सीजन में सबसे खराब प्रदर्शन किया। हर साल की तरह ही टीम की गेंदबाजी ही उनके लिए सबसे बड़ी समस्या रही। इस टीम की ओर से केवल युजवेंद्र चहल ने ही शानदार प्रदर्शन किया है। चहल ने इस सीजन में टीम की ओर से 14 मैच खेले और उनमें उन्होंने 7.82 की इकॉनमी रेट से गेंदबाजी करते हुए 18 विकेट चटकाए।
जरा सोचिए अगर चहल भी अपने बेहतर प्रदर्शन में नाकाम होते, तो यह टीम कहां होती। क्योंकि टीम के अन्य गेंदबाज जैसे- उमेश यादव और टिम साउदी सभी फ्लॉप रहे थे। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि इस सीजन में चहल ही आरसीबी के लिए सबसे बड़ी संपत्ति साबित हुए हैं।