कुलदीप यादव (कोलकाता नाइट राइडर्स)
चाइनामैन के नाम से मशहूर कुलदीप यादव केकेआर की टीम के लिए इस सीजन में कुछ खास नहीं कर सके हैं। उन्होंने इस सीजन में केकेआर की ओर से 9 मैच खेले हैं और उनमें 71.5 की औसत और 8.7 की इकॉनमी रेट से मात्र 4 विकेट ही अपने नाम किए हैं। यही कारण रहा कि कोलकाता की टीम ने कुलदीप यादव को पवेलियन में बैठाना ही उचित समझा।
विजय शंकर (सनराइजर्स हैदराबाद)
सनराइजर्स हैदराबाद के डेविड वॉर्नर ने इस सीजन में कमाल का प्रदर्शन किया और टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाकर ऑरेंज कैप भी अपने पास रखी। हालांकि इस टीम के ही अन्य खिलाड़ी विजय शंकर ने सबसे ज्यादा निराश किया है। हालांकि शंकर को भारतीय टीम ने वर्ल्डकप के लिए 15 सदस्यों में चुना है। उन्होंने एसआरएच की ओर से शुरुआती दो मैचों में 24 गेंद पर 40 रन और 15 गेंद पर 35 रन बनाने के साथ कमाल का प्रदर्शन किया लेकिन इसके बाद सीरीज के 12 मैचों में 122.44 की स्ट्राइक रेट के साथ कुल 180 रन ही बना सके। इसके साथ ही उन्होंने 1 विकेट भी अपने नाम किया है।